- नए साल में नया आयाम पर पहुंचेगा बिजली विभाग

- 2015 में मिलेगी बरेली को भरपूर बिजली

<- नए साल में नया आयाम पर पहुंचेगा बिजली विभाग

- ख्0क्भ् में मिलेगी बरेली को भरपूर बिजली

BAREILLY:

BAREILLY: बिजली सप्लाई के नाम पर हमेशा विवादों में घिरा रहने वाला बिजली विभाग, नए साल में अपने कई प्रोजेक्ट को पूरा करने का दावा कर रहा है। विभाग के ये प्रोजेक्ट न सिर्फ बरेली वासियों की हर समस्याओं का निदान करेंगे बल्कि पॉवर के क्षेत्र में एक नया आयाम भी गढ़ेंगे। फिर बात चाहे स्टोर रूम का सारा रिकॉर्ड ऑनलाइन करना हो या रिंगमैन के जरिए सभी सब स्टेशनों को एक साथ जोड़ने का। इन सबके अलावा नए ट्रांसमिशन और सब स्टेशन बनाए जाने काम भी विभाग तेजी दिखा रहा है। सभी काम नए सल में पूरा कर लेने की उम्मीद है।

ब् अरब से सुधरेगी व्यवस्था

साल ख्0क्भ् तक विभाग के मैक्सिमम काम आईटी बेस्ड ही होंगे। इससे बिजली बचत करने में मदद तो मिलेगी ही साथ ही बिजली चोरी, डाटा मेंटेन करने जैसे काम भी स्मार्ट तरीके से होंगे। यह सारे काम 'सुपरवाइजरी कंट्रोल एंड डाटा एक्यूजिशन' प्रोजेक्ट के अंतर्गत होगा। विभाग का यह प्रोजेक्ट ब्ख्ख् करोड़ का है। रामपुर गार्डेन स्थित कैंपस में स्कॉडा हाउस बनाने का काम भी तेजी से किया जा रहा है। मार्च तक बिल्डिंग को मूर्त रूप दे दिया जाएगा। मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के अंर्तगत आने वाले चार जोन में से स्कॉडा हाउस की शुरुआत फिलहाल बरेली और लखनऊ दो जोन में की जा रही है। बिल्डिंग बनाने का ख्भ् परसेंट काम पूरा भी हो चुका है। स्कॉडा हाउस के अंतर्गत बन रहे रिंगमैन से बरेली के सभी सब स्टेशन को जोड़ने का काम किया जा रहा है। रिंगमैन बनाने में करीब क्भ्0 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। इस व्यवस्था के बाद मुख्य लाइन में खराबी आने पर तत्काल स्विच ओवर कर क्षेत्र की आपूर्ति दूसरी लाइन से सुचारू की जा सकेगी।

बन जाएगी अलग लाइन

यही नहीं दोहना से डीडीपुरम तक एक नई लाइन भी बनाए जाने का काम भी होना है। विभाग के अधिकारियों ने इस पर अमल भी शुरू कर दिया है। नए साल में नई लाइन बिछाए जाने का काम पूरा हो जाएगा। विभाग की इस पहल से एक ही लाइन पर चल रहे कोहाड़ापीर और डीडीपुरम सब स्टेशन अलग हो जाएंगे। ओवर लोड के चलते होने वाले फॉल्ट पर रोक लग जाएगी। वहीं दूसरी ओर एलटी लाइन पर गॉर्डिग लगाने का काम भी पूरा हाे जाएगा।

ख्ख् घंटे बिजली देने की कवायद

फिलहाल पूरे शहर का भार कैंट स्थिति क्फ्ख् केवी ट्रांसमिशन पर ही निर्भर है। जिसकी कैपिसिटी दो साल पहले ही खत्म हो चुकी है। यह ट्रांसमिशन वर्तमान समय में ही कंज्यूमर्स का भार नहीं उठा पा रहा है। इस बात को ध्यान में रखते हुए विभाग के अधिकारी पहले से ही सतर्क हो गए हैं। करगैना, शीशगढ़ और फरीदपुर में नए ट्रांसमिशन की नींव भी विभाग ने रखनी शुरू कर दी है। शहर में बनने वाले ट्रांसमिशन क्फ्ख् और ख्ख्0 केवी के होंगे। करगैना बदायूं मार्ग पर बनने वाले ट्रांसमिशन से सुभाषनगर और मढ़ीनाथ एरिया जुड़ेगा। जबकि कांधरपुर वाले ट्रांसमिशन से ग्रामीण एरिया के लोगों को बिजली सप्लाई होगी। अधिकारियों का मानना है कि, नए साल में विभाग के सभी प्रोजेक्ट पूरे हो जाएंगे। नए साल के मध्य तक लोगों को ख्ख् घंटे तक बिजली मिलनी भी शुरू हो जाएगी।

यह उम्मीद भी होगी पूरी

- मैसेज के थ्रू मिलेगी बिजली कटौती, बिजली बिल की जानकारी।

- बढ़ जाएंगें पुराने सभी सब स्टेशनों की क्षमता।

- नए लाइनों को बिछाकर वर्तमान समय की हाईटेंशन लाइन होगी डेड।

- शहर के मैक्सिमम एरिया में बंच कंडक्टर।

विभाग के कई प्रोजेक्ट पर तेजी से काम हो रहा है। इनमें सभी योजनाएं नए साल मे पूरी कर ली जाएंगी। इससे न बरेली में भरपूर बिजली सप्लाई करने में काफी मदद मिलेगी।

आरपी दुबे, एसई, बिजली विभाग