- 10 संवेदनशील एरिया में 25 करोड़ रुपए बिजली बिल है बकाया
- कैंप में भी बिजली बिल जमा न करने पर विभाग भेजेगा नोटिस
BAREILLY:
बिजली विभाग के ख्भ् करोड़ रुपए सिटी के क्0 संवेदनशील एरिया के कंज्यूमर्स दबाकर बैठे हुए हैं। इन एरिया के लोगों से पैसे निकालना विभाग के लिए
टेढ़ी खीर साबित हो रही है। हालांकि, विभाग बिल वसूलने के लिए एडमिनिस्ट्रेशन और पुलिस प्रशासन
के साथ मिलकर तमाम तरह के हथकंडे अपना चुका है। बावजूद इसके राजस्व वसूली नहीं हो पा रही है। इसके चलते अब विभाग संवेदशनशील एरिया में बिजली चोरी पर लगाम लगाने और राजस्व वसूली करने के लिए सख्ती बरतने के मूड में है।
दस संवेदनशील एरिया हुए चिन्हित
अधिकारियों ने शहर में दस संवेदनशील एरिया चुना है। जिसमें आजमनगर, शाहबाद, बागब्रिगटान, बाकरगंज, गुलाबनगर, रेती, जोगी नवादा, कांकर टोला, कटरा चांद खां, एजाज नगर गौटिया शामिल है। इन एरिया के कंज्यूमर्स के पास ख्भ् करोड़ रुपए बतौर बिजली बिल बकाया है। यही नहीं सबसे अधिक बिजली चोरी भी इन्हीं एरिया में होती है। विभाग के अधिकरियों की मानें तो, यदि, सामान्य एरिया में क्0 लोग बिजली की चोरी कर रहे हैं तो, संवेदनशील एरिया के ख्0 लोग से अधिक बिजली चोरी में कर रहे हैं।
फ्लैग मार्च का भी असर नहीं
संवेदनशील एरिया में अभियान चलाने से पहले एडमिनिस्ट्रेशन, पुलिस प्रशासन और बिजली विभाग के अधिकारियों की मौजूदगी में फ्लैग मार्च किया गया था। फ्लैग मार्च निकालने का मुख्य उद्देश्य बकाया बिल वसूली और चोरी की बिजली इस्तेमाल करने से पहरेज था, लेकिन इसका कोई खास फायदा विभाग को नहीं हुआ।
कैंप में भी नहीं आए बकाएदार
कंज्यूमर्स और अन्य लोगों की सहूलियत को देखते हुए विभाग की ओर से कैंप भी आयोजित किया जा रहा है। मंडे को संवेदनशील एरिया बाकरगंज में कैंप आयोजित किया गया, लेकिन घरों से निकल कर कैंप आने वालों की संख्या नाम मात्र ही रही। ऐसी स्थिति में विभाग के अधिकारी एक नई रणनीति बनाने में लगे हुए हैं। यदि कैंप आयोजित करने के बाद भी लोग आगे नहीं आते हैं तो, बकाएदारों की लिस्ट तैयार कर नोटिस भेजने का काम किया जाएगा। यदि फिर भी लापरवाही बरती गई तो, तहसील के माध्यम से रिकवरी की जाएगी।
।
संवेदनशील एरिया में सबसे अधिक बिजली बिल बकाया है। यदि, इतनी सहूलियत देने के बाद भी कोई बिजली बिल जमा नहीं करता है या फिर बिजली चोरी करना नहीं रोकता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
एनसी अग्रवाल, चीफ इंजीनियर, बिजली विभाग