- कॉपर की जगह एल्युमिनियम का फ्यूज हो रहा इस्तेमाल
- विभाग की लापरवाही से घरों में लगे उपकरण हो रहे खराब
>
BAREILLY:
आपके घरों में लगे इलेक्ट्रिक उपकरण फुंकने का जिम्मेदार बिजली विभाग है। दरअसल विभाग इन दिनों मानक के विपरित काम रहा है। कैंट, सिविल लाइन, रामपुर गार्डन, ग्रीन पार्क, राजेंद्र नगर, डीडीपुरम सहित अन्य एरियाज में दो हजार से अधिक लगे ट्रांसफार्मर में टेड कॉपर के फ्यूज लगाए गए हैं। इन ट्रांसफार्मर में लोहे व एल्युमिनियम के फ्यूज लगाए गए हैं। इसके चलते इलेक्ट्रिक उपकरण फुंकने की शिकायत आ रही है।
कर्मचारियों की है गलती
मानक के मुताबिक फ्यूज का इस्तेमाल नहीं होने से घरों में लगे एलसीडी, एसी, कूलर, फैन, इंवर्टर, बल्ब, समेत तमाम इलेक्ट्रिक्स उपकरण के जलने का खतरा रहता है। बावजूद इसके मानक के विपरित मोटे एल्युमिनियम का फ्यूज ट्रांसफार्मर में लगाया जा रहा है। ऐसा करने हाई वोल्टेज होने पर लाइन ट्रिप नहीं करती है। इससे कर्मचारियों को बार-बार फ्यूज बांधते के झंझट से छुटकारा मिल जाता है। जबकि इसका असर ट्रांसफार्मर, फीडर और इलेक्ट्रिक वायर और लोगों के इलेक्ट्रिक उपकरण पर होता है। इसलिए कर्मचारी ऐसा कर रहे हैं।
तो नहीं होती है खराबी
फ्यूज का मुख्य कार्य ट्रांसफार्मर पर आने वाली और फिर कंज्यूमर्स के घर जाने वाली बिजली को कंट्रोल करना होता है। ट्रांसफार्मर पर एक फ्यूज वायर इनकमिंग फीडर पर लगता है और दूसरा आउटगोइंग फीडर पर। फ्यूज वायर हर फेज पर अलग-अलग लगे होते हैं। यदि, ट्रांसफार्मर पर क्षमता से ज्यादा बिजली हो जाती है तो कॉपर का फ्यूज उड़ जाता है। और बिजली सप्लाई ठप हो जाती है। इससे ट्रांसफार्मर जलने की संभावना कम हो जाती है। साथ ही घरों में हाई वोल्टेज की सप्लाई नहीं होती। जिससे घरेलू उपकरण फुं कने से बच जाते हैं। फ्यूज का वायर ट्रांसफार्मर पर मौजूद सभी तारों में सबसे पतला होता है। जोकि ट्रांसफार्मर सिक्योर करता है।
मानक के अनुसार टेड कॉपर ही फ्यूज में लगना चाहिए। हालांकि टेड कॉपर न मिलने पर ही दूसरे कैटेगरी के वायर का इस्तेमाल किया जाता है।
पीए मोगा, एक्सईएन, बिजली विभाग