बरेली (क्रान्ति शेखर सारंग)। &इतने कड़ाके की ठंड में भी शादी में जाने वाली महिलाओं को आखिर ठंड क्यों नहीं लगती, यह आज भी एक शोध का विषय है। नासा, फासा, न्यासा और इसरो को इस पर एक अलग से रिसर्च करने की जरूरत है&य ठहरिए, यह हम नहीं कह रहे, बल्कि जनपद के एक बड़े अधिकारी के टवीटर हैंडल पर इसे पोस्ट किया गया है। इतना ही नहीं पोस्ट में मुख्यमंत्री, यूपी गवर्नमेंट और चीफ सेक्रेटरी के हैंडल को भी टैग कर दिया। इसको लेकर जनाब जम कर ट्रोल किए गए। इतना ही नहीं एक शुभचिंतक ने तो उन्हें वहाटसएप पर भी इस विषय में जानकारी देते हुए पोस्ट हटाने का निवेदन भी कर डाला। तब जा कर लगभग डेढ़ घंटे बाद अधिकारी ने पोस्ट को डिलीट कर फ्रेश कंटेंट पोस्ट किया।
सोशल मीडिया के युग में आज सब कुछ हाईटेक हो गया है। आम आदमी से ले कर खास लोगों तक सब अलग-अलग सोशल साइट्स के माध्यम से वर्चअल लाइफ का आनंद ले रहे हैं। इस के साथ ही सरकारी काम-काज का दायरा भी अब सोशल मीडिया तक विस्तारित हो गया है। इंटरनेट के इस मकडज़ाल में कई बार लोगों से जाने-अनजाने कुछ ऐसा हो जाता है कि उन्हें लोगों की आलोचनाओं का शिकार होना पड़ता है। आम आदमी से ऐसा हो तो खास चर्चाएं नहीं होतीं, लेकिन जब कोई खास ऐसा करता है तो पब्लिक के निशाने पर आ जाता है। मेयर और कमिश्नर के बाद इस बार जिलाधिकारी महोदय भी इस ट्रोलिंग का शिकार हो गए हैं।

यह है मामला
जिलाधिकारी के हैंडल पर सेटर्डे ईवनिंग लगभग साढ़े पांच बजे एक पोस्ट डाली गई। इसमें एक कार्यक्रम की कुछ पिक्स ट्वीट की गईं, जिसमें कैप्शन लिखा- &सुशासन सप्ताह- प्रशासन गांव की ओर&य, से एक जनपदस्तरीय कार्यशाला का आयोजन। इस पोस्ट में सीएम, चीफ सेक्रेटरी व यूपी गवर्नमेंट को भी टैग किया गया। इस पोस्ट को जब लोगों ने देखा तो कमेंट भी करना स्टार्ट कर दिए। यहां तक कि उन्हें व्हाट्सएप पर भी गलती का अहसास करवाया गया। परिणाम यह हुआ कि डेढ़ घंटे बाद लगभग सात बजे डीएम ने पोस्ट को डिलीट कर फ्रेश पोस्ट ट्वीट की।

मेयर और कमिश्नर भी हो चुके हैं ट्रोल
इससे पहले इस तरह के हालात से मेयर डॉ। उमेश गौतम तथा कमिश्नर संयुक्ता समद्दार भी गुजर चुकी हैं। मेयर गौतम ने ट्वीटर पर पानी में कागज की नाव चलाते हुए पोस्ट डाली थी, जिस पर बरेलियंस ने उन्हें जम कर ट्रोल किया था तथा सिटी के डेवलपमेंट पर ध्यान देने जैसी तमाम नसीहतें दे डाली थीं। इसके अलावा भूल भुलैया की पोस्ट पर भी उन्हें ट्रोलिंग का शिकार होना पड़ा था। इसके बाद कमिश्नर संयुक्ता समद्दार ने कार्यालय में डॉगी को अपनी टेबल पर बैठा कर ली गई पिक्स ट्वीट की थी। इस पर उन्हें भी बरेलियंस ने काफी ट्रोल किया था। हालांकि इस के बाद उन्होंने पोस्ट को डिलीट कर दिया था।

किसने क्या किया कमेंट
केशव प्रजापति ने कमेंट किया है मुझे लगता है सर से जल्दबाजी में सेलेक्ट हो गई यह फोटो।
ठाकुर चरन सिंह ने लिखा कि सर जी, यह क्या पोस्ट कर दिया। इसके साथ ही इक स्माइलिंग इमोजी भी डाली।
यूपीएसएसएससी का अड्डा हैंडिल से पोस्ट किया गया- सर जी यह क्या डाल दिया। इन्होंने लाफ्टर इमोजी भी साथ में डाली।
एसुु शर्मा ने महिला के फोटो को कमेंट बॉक्स में रीपोस्ट कर कमेंट किया कि यह क्या है डीएम साहब। साथ में लाफ्टर इमोजी भी पोस्ट की।
आर्यन मिश्रा ने कहा कि अरे, यह क्या पोस्ट कर दिया। इसके साथ रोती हुई दो इमोजी भी पोस्ट कीं।
इसके साथ ही डीएम के व्हाट्सएप नंबर पर भी एक सज्जन ने मैसेज किया। उस में लिखा कि आदरणीय जिलाधिकारी महोदय, आपके इस ट्वीट में शामिल किए गए चार फोटोज में यह एक फोटो त्रुटिवश शामिल हो गया है। कृप्या इस का संज्ञान लें। सादर।

बोली जिलाधिकारी
मैं अन्य कार्यक्रम में व्यस्त था। इस कार्यक्रम की पिक्स को मैंने ट्वीट नहीं किया। एक अन्य विभागीय शख्स द्वारा ये पोस्ट की गईं। मेरे संज्ञान में जब मामला आया तो तत्काल उस पोस्ट को डिलीट कर दिया।
-शिवाकांत द्विवेदी, जिलाधिकारी