पॉलीथिन के खिलाफ अवेयरनेस मुहिम से जुड़े जिम्मेदार
लोगों को पेपर व जूट बैग्स का यूज करने को किया मोटिवेट
BAREILLY:
पॉलीथिन के खिलाफ आईनेक्स्ट की मुहिम को आखिरकार शहर के जिम्मेदार लोगों का भी सपोर्ट मिलने लगा है। शहर की सेहत और सूरत दोनों को बर्बाद कर रही पॉलीथिन पर लगाम कसने को जिम्मेदारों ने भी अवेयरनेस की अलख जगाने का बीड़ा उठाया है। शहर के इन जिम्मेदार लोगों ने ट्यूजडे से ही अभियान का हिस्सा बनकर लोगों को अवेयर करने की कोशिशें शुरू कर दी। उनकी इस कोशिशों को लोगों ने न सिर्फ एप्रिशिएट किया बल्कि पॉलीथिन के खिलाफ जंग में साथ आगे का वादा भ्ाी किया।
व्यापारियों ने बांटे पेपरबैग्स
पॉलीथिन का यूज रोकने को शहर के एक व्यापारी वर्ग ने आईनेक्स्ट के साथ कदमताल करने की शुरुआत की है। ट्यूजडे को शहामतगंज के दो व्यापारियों उमेश कुमार अग्रवाल व शिव कुमार ने पॉलीथिन से होने वाले गंभीर नुकसानों के बारे में लोगों को बताया। व्यापारियों ने शहामतगंज चौराहे पर दुकानदारों से मनाही के बावजूद पॉलीथिन में सामान देने पर सवाल किए तो दुकानदारों को जवाब देते न बना। दोनों व्यापारियों ने फल, पूजा का सामान व सब्जी बेचने वाले दुकानदारों के अलावा राह से गुजर रहे लोगों को भी पेपर बैग्स के फायदे गिनाए। इस दौरान व्यापारियों ने खरीदारी कर रही महिलाओं को अपने परिवार की सेहत का ख्याल रखने को पॉलीथिन यूज न करने की सलाह दी। महिलाओं ने भी झिझकते हुए इस पर अपनी भूल मानी और मौके पर ही पॉलीथिन देकर पेपरबैग में अपना सामान रखा और आगे इस सिलसिले को जारी रखने का संकल्प लिया।
पेपर बैग्स दिए, वादा लिया
शहामतगंज की ही तरह सिविल लाइंस व डीडीपुरम के दो व्यापारियों मनजीत सिंह व अमरजीत सिंह ने भी ट्यूजडे को पॉलीथिन के खिलाफ अवेयरनेस मुहिम में दिन भर पसीना बहाया। दोनों व्यापारियों ने ट्यूजडे को अयूब खां चौक पर पॉलीथिन में सामान ले जा रहे लोगों को रोका और उनसे पेपर या जूट बैग क्यों यूज न करने पर सवाल किए। बीच राह इस तरह रोके जाने से लोग खासकर युवा पहले तो कुछ सकपकाए फिर जल्दी ही अपनी भूल का उन्हें अहसास हुआ। व्यापारियों ने युवाओं को पॉलीथिन के खिलाफ आगे आने को मोटिवेट किया, जिस पर युवाओं ने अपनी हामी भरी। व्यापारियों ने लोगों से उनका सामान पॉलीथिन से निकालकर अपने साथ लाए पेपर बैग में रखकर रवाना किया। साथ ही फ्यूचर में पॉलीथिन का यूज न करने का वादा भी लिया।
गलती हो गई अब न रखेंगे
शहर में पॉलीथिन के खिलाफ पिछले म् महीनों से मुहिम चला रही सोशल एक्टिविस्ट सुमन उपाध्याय ने भी पेपर बैग्स बांटकर लोगों को पॉलीथिन के खिलाफ मोटिवेट करने की कोशिश की। सेटेलाइट चौराहे पर सुमन ने फल दुकानदारों के पास पॉलीथिन देखते ही उन्हें चालान का डर दिखाया। इस पर फल दुकानदारों ने मनाही के बावजूद पॉलीथिन बेचने पर माफी मांगी और दुबारा ऐसा न करते हुए पेपर बैग्स में ही फल देने का वादा किया। सुमन ने सभी दुकानदारों को शहर को साफ रखने में सहयोग करने की अपील की, जिसका वहां मौजूद अन्य लोगों ने भी स्वागत किया।
मुहिम में हो शामिल
शहर को पॉलीथिन के खतरे से बचाने की इस मुहिम में हर एक के सहयोग की जरूरत है। बिना सभी के सपोर्ट के इस मुहिम को पूरी तरह कामयाब नहीं बनाया जा सकता। शहर को पॉलीथिन के जहर से दूर रखने को हर घर, हर दुकान और हर बाजार में ऐसी कोशिशों की जरूरत है। जिन्हें सिर्फ कुछ दिन नहीं बल्कि हमेशा के लिए अपनी आदत और रूटीन लाइफ उतारना होगा। आईनेक्स्ट की इस मुहिम में आप भी शामिल होकर जिम्मेदार शहरी होने का फर्ज निभा सकते हैं।
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पॉलीथिन का यूज शहर को बीमार कर रहा है। अगर समय रहते इसके सही डिस्पोजल पर हम नहीं चेते, तो इसके गंभीर रिजल्ट झेलने पड़ेंगे। अभी से इस प्रॉब्लम से निपटने की कोशिश करनी होगी। - उमेश कुमार अग्रवाल, व्यापारी
पॉलीथिन के खिलाफ मुहिम में युवाओं को आगे आने की जरूरत है। जब तक हर घर से पॉलीथिन के यूज को नहीं रोका गया, तब तक पूरी कामयाबी नहीं मिलेगी। हर किसी को इस मुहिम में अपना रोल निभाना होगा। - अमरजीत सिंह, व्यापारी