- ट्रैफिक पुलिस नहीं काटेगी पॉल्यूशन व इंश्योरेंस के चालान
पब्लिक के लिए व्हाट्सएप नंबर जारी, एसपी ट्रैफिक खुद करेंगे मॉनीटिरिंग
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BAREILLY: ट्रैफिक पुलिस ने अगर आपको चेकिंग के दौरान रोक लिया तो फिर चालान न कटे, इसके चांस बहुत कम होते हैं। कभी पॉल्यूशन सर्टिफिकेट, कभी इंश्योरेंस, कभी सर्टिफिकेट की वैलीडिटी तो कभी किसी और कागज को लेकर चालान काट ही दिया जाता है, लेकिन अब ट्रैफिक पुलिस ऐसा नहीं कर पाएंगे। दरअसल, जरा-जरा सी बात पर चालान काटने की बढ़ती शिकायतों को देखते हुए एसपी ट्रैफिक ने बड़ा फैसला लिया है। उन्होंने ट्रैफिक पुलिसकर्मियों को इस बात के सख्त निर्देश दिए हैं कि पॉल्यूशन व इंश्योरेंस जैसे डॉक्यूमेंट न होने पर चालक का चालान न काटा जाए।
बेवजह मत कीजिए चालान
एसटी ट्रैफिक ओपी यादव ने बताया कि ट्रैफिक पुलिसकर्मियों को निर्देश दिए गए हैं कि वह पॉल्यूशन सर्टिफिकेट व इंश्योरेंस के कागज न दिखा पाने पर चालान न काटे। दरअसल, इसके पीछे का कारण यह है कि व्हीकल चेकिंग के नाम पर पब्लिक को परेशान करने की शिकायतें लगातार ऑफिसर्स को मिल रही थी। ज्यादातर व्हीकल ओनर्स डीएल, आरसी जैसे महत्वपूर्ण डॉक्यूमेंट तो साथ रखते हैं, लेकिन पाल्यूशन व इंश्योरेंस नहीं रखते थे। ऐसे में पुलिसकर्मी इन्हीं को आधार पर बनाकर अच्छा-खासा चालान कर देते थे।
दो हजार तक का किया जा रहा था चालान
स्थिति कितनी गंभीर हो गई थी इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि, पॉल्यूशन व इंश्योरेंस के कागजात न दिखा पाने पर दो हजार रुपए तक के चालान काटे जा रहे थे। जिस कारण से लोगों ने पुलिस के सीनियर ऑफिसर्स तक से शिकायत की थी। सोर्सेज ने बताया कि ऑफिसर्स ने अपने लेवल पर भी जांच कराई तो यह बात सामने आई कि पॉल्यूशन व इंश्योरेंस के नाम पर सबसे ज्यादा वाहन चालकों को परेशान किया जा रहा है। जिसके बाद यह निर्णय लिया गया।
लाइसेंस व आरसी की चेकिंग
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि अब ट्रैफिक पुलिसकर्मी ड्राइविंग लाइसेंस और आरसी की चेकिंग करेगी। इसके साथ ही हेलमेट, सीट बेल्ट व अन्य चीजों की भी जांच करेगी। दरअसल, इसका मकसद सिर्फ इतना है कि ट्रैफिक पुलिसकर्मियों द्वारा चालान के नाम पर पब्लिक को परेशान करना व अवैध वसूली पर लगाम लगाई जा सकें।
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अब व्हाट्सएप से करें एसपी ट्रैफिक काे शिकायत
एसपी ट्रैफिक ने सीयूजी नंबर 9ब्भ्ब्ब्0क्0फ्ख् पर व्हाट्सएप नंबर पब्लिक के लिए जारी कर दिया है। इस नंबर पर पब्लिक ट्रैफिक से जुड़े सुझाव, ट्रैफिक जाम की कंप्लेन, ट्रैफिक पुलिसकर्मियों की ड्यूटी में लापरवाही और ट्रैफिक पुलिसकर्मियों के द्वारा रिश्वत मांगने या अन्य तरह से परेशान करने की शिकायत कर सकती हैं। वह स्वयं इस नंबर पर आने वाली शिकायतों पर डाइरेक्ट एक्शन लेंगे ।
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एडीजी ने भी जारी किया था निर्देश
ट्रैफिक पुलिस में बरेली के अलावा अन्य शहरों में भी शिकायतें मिली थीं। जिसके चलते एडीजी ट्रैफिक ने सर्कुलर जारी कर निर्देश दिया था कि प्रदूषण व इंश्योरेंस के कागज के चालान के नाम पर पब्लिक को बेवजह परेशान न किया जाए। इसी के चलते एसपी ट्रैफिक ने भी सख्त निर्देश जारी किए हैं।
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फ्0 परसेंट इसी के चालान
ट्रैफिक पुलिस चालान काटती है तो सबसे पहले आरसी, डीएल देखती है। उसके बाद हेलमेट का चालान किया जाता है। ये सब होने पर भी पुलिसकर्मी इंश्योरेंस और प्रदूषण के कागज मांगते हैं। ऐसे में लोगों के पास कागज न होने के करीब फ्0 परसेंट चालान रोजाना ट्रैफिक पुलिस के द्वारा काटे जाते हैं।
इंश्योरेंस और प्रदूषण के कागजों को लेकर चालान न काटने के निर्देश एडीजी ट्रैफिक ने दिए थे। एडीजी के निर्देशों का पालन करते हुए सभी ट्रैफिक पुलिसकर्मियों को ऐसे चालान न काटने के निर्देश दिए हैं। पब्लिक को बेवजह परेशान नहीं किया जाएगा। पब्लिक व्हाट्सएप नंबर पर शिकायत कर सकती है।
ओपी यादव, एसपी ट्रैफिक बरेली
- पॉल्यूशन सर्टिफिकेट नहीं होने पर क्,000 रुपए जुर्माना का प्रावधान है।
- इंश्योरेंस न होने पर 7भ्0 रुपए जुर्माना।
- यूरो थ्री तक के वाहनों को फ् और म् महीने और यूरो फोर से उपर वाहनों को एक साल तक के लिए पॉल्यूशन सर्टिफिकेट जारी किया जाता है।
- दो और तीन पहिया वाहनों का पॉल्यूशन जांच फीस फ्0 रुपए, चार पहिया का ब्0 रुपए और भारी वाहनों का जांच फीस भ्0 रूपए है।
- शहर में चार पॉल्यूशन जांच सेंटर रजिस्टर्ड है।
पॉल्यूशन और इंश्योरेंस सर्टिफिकेट नहीं होने पर वाहन ओनर्स के खिलाफ कार्रवाई होती है। वाहन ओनर्स में भी इसके प्रति अवेयर होना पड़ेगा। तभी जाकर कुछ हो सकता है।
आरआर सोनी, आरटीओ
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अवैध स्टैंड के खिलाफ चलाया अभियान
ट्रैफिक पुलिस ने सैटरडे को अयूब खां से बरेली कालेज तक रोड साइड खड़े होने वाले वाहनों के खिलाफ अभियान चलाया। इस दौरान कई वाहनों का चालान भी किया गया। अयूब खां के आगे टैक्सी व आटो वालों ने अवैध स्टैंड बना रखा था।