-शालू वर्मा की मौत की गुत्थी सुलझने के वजाय उलझी

-पुलिस जांच और पीएम रिपोर्ट में मौत के कारण अलग-अलग

BAREILLY: मोबाइल शॉप पर काम करने वाले शालू वर्मा की मौत की गुत्थी उलझती जा रही है। पुलिस की जांच कह रही है कि उसकी मौत मैच के दौरान रन लेते वक्त गिरने से हुई, लेकिन पीएम रिपोर्ट कहती है कि उसकी मौत प्वाइजन से हुई है। डॉक्टरों ने बिसरा प्रिजर्व कर लिया है। पुलिस और जांच के बाद कार्रवाई की बात कह रही है।

डेडबॉडी घर भेजने का था आरोप

सराय चौकी के पास रहने वाले शालू वर्मा की संडे शाम को संदिग्ध हालत में मौत हो गई थी। परिजनों ने डेडबॉडी को घर भेजने का आरोप लगाया था। मंडे को एसएसआई राम नरायण मामले की जांच के लिए नगर निगम के पास पहुंचे। उन्होंने दुकान मालिक असरफ और दुकान के आसपास के लोगों और बच्चों से भी पूछताछ की। पुलिस जांच में आया कि नगर निगम के ग्राउंड में बच्चे क्रिकेट खेल रहे थे। शालू ने बच्चों से क्रिकेट खेलने के लिए कहा। बच्चों ने मना किया तो उसने पैसों का भी लालच दिया। जब वह बैटिंग कर रहा था तो रन लेते वक्त अचानक वह गिर गया। बच्चों ने समझा कि मिर्गी का दौरा पड़ा होगा। तुरंत दुकानदार को भी बुलाया गया। असफाक ने बेटे जुबैर, व अन्य के साथ शालू को उसके घर भेजा। वहां से मकान मालिक उसे कोहाड़ापीर स्थित प्राइवेट हॉस्पिटल भी ले गए, लेकिन उसकी मौत हो गई। शालू सुगर का पेसेंट भी था। वहीं पोस्मार्टम में शालू के शरीर में जहर के लक्षण पाए गए हैं। डॉक्टरों ने बिसरा प्रिजर्व कर लिया है।

जांच में क्रिकेट मैच के दौरान रन लेते वक्त गिरने से मौत की बात सामने आयी है। पीएम रिपोर्ट पूरी तरह देखने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

डॉक्टर अरुण कुमार, सीओ सिटी फ‌र्स्ट