सुरेश शर्मा नगर डबल मर्डर के साथ पुलिस ने किया था रामपुर डबल मर्डर केस का खुलासा

पुलिस सोर्सेज की माने तो बदमाशों से पूछताछ के बाद रामपुर की क्राइम ब्रांच नहीं थी संतुष्ट

डबल मर्डर के चार मेन आरोपी 11 दिन बाद भी पुलिस गिरफ्त से दूर

BAREILLY: सुरेश शर्मा नगर डबल मर्डर के साथ-साथ बारादरी पुलिस ने रामपुर के सिविल लाइंस में भी हुए डबल मर्डर का खुलासा किया। सुरेश शर्मा नगर डबल मर्डर खुलासे पर तो सवाल खड़े ही हो रहे थे, अब साथ ही दूसरे खुलासे पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं, क्योंकि बदमाशों से पूछताछ के बाद रामपुर की क्राइम ब्रांच के संतुष्ट न होने की बात सामने आयी है। इससे एक ही सवाल खड़ा हो रहा है कि पुलिस ने क्या जल्दबाजी में रामपुर का केस ओपन किया है। वहीं दूसरी ओर पुलिस की गिरफ्त से चार बदमाश अभी भी दूर हैं।

यह है पुलिस का दावा

सुरेश शर्मा नगर में गोपेश्वर और उनकी पत्‍‌नी आशा की हत्या में पुलिस ने राशिद उर्फ राकेश गैंग के जुलफान, फईम, सनी, राकेश और रुकैया बेगम को गिरफ्तार किया। जबकि सलमान, अंटी, उसका पिता सत्तार ओर आजाद भागने में कामयाब हो गए। बरेली पुलिस ने दावा किया कि इन्हीं बदमाशों ने मिलकर डबल मर्डर की वारदात को अंजाम दिया था। पुलिस ने बताया था कि लूट की ज्यादातर रकम सलमान और आजाद अपने साथ लेकर गए हैं। सलमान ने ही सभी को एक साथ इकट्ठा किया था।

खुलासा सुन भेजी गई क्राइम ब्रांच

इस डबल मर्डर के साथ पुलिस ने दावा किया कि रामपुर के सिविल लाइंस में हुए कमलेश कुमार तिवारी और प्रमिला तिवारी की भी हत्या जुलफान, फईम, अंटी और आजाद ने दिया था। पुलिस ने जो प्रेस नोट जारी किया था, उसमें इस बात का साफ-साफ जिक्र है। डबल मर्डर में बदमाशों के नाम आने पर एसपी रामपुर ने क्राइम ब्रांच को बरेली बदमाशों से पूछताछ के लिए भेजा। एक सीनियर पुलिस अधिकारी की मानें तो रामपुर की क्राइम ब्रांच पूछताछ के बाद संतुष्ट नहीं हुई थी कि इन्हीं बदमाशों ने हत्या की थी। यही नहीं इंस्पेक्टर को भी इसीलिए बरेली आने से रोक ि1लया गया।

दस दिन में पकड़ लिया

फईम और जुल्फान को पुलिस ने डबल मर्डर के दस दिन के अंदर ही गिरफ्तार कर लिया, लेकिन सबसे बड़ा सवाल खड़ा होता है कि इन दोनों बदमाशों का नाम एक साल पहले सुरेश शर्मा ट्रिपल मर्डर में भी सामने आया था। तब पुलिस इन्हें गिरफ्तार नहीं कर पायी थी। इसका मतलब साफ है कि बदमाश खुलेआम आराम से घूम रहे थे और पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार करने में कोई इंट्रेस्ट ही नहीं दिखाया। यदि पुलिस इंट्रेस्ट दिखाती तो शायद डबल मर्डर न होता, क्योंकि दोनों ही वारदात एक ही थाना क्षेत्र के एरिया में ही हुई।

कब पकड़े जाएंगे अब चार बदमाश

पुलिस ने केस का खुलासा कर दिया है, लेकिन गिरफ्त में आए किसी बदमाश ने यह नहीं कुबूल किया था कि दंपत्ति पर राड से किसने वार किया था। सब एक दूसरे पर ही हमला करने की बात टालते रहे। यही नहीं सबसे अहम रोल सलमान और आजाद का बताया गया है। अब देखना होगा कि पुलिस इन दो बदमाशों के साथ कुल चार फरार बदमाशों को कब तक गिरफ्तार कर पायेगी या फिर पहले की तरह पुलिस सुस्त मोड में चली जाएगी।