-नाइट में कई डिपार्टमेंट के लोग चेकिंग के नाम पर करते हैं अवैध वसूली
-वर्दीधारी मौजूद होने के चलते सभी लगाते हैं पुलिस पर आरोप
BAREILLY: रात में पुलिस के साथ-साथ कई डिपार्टमेंट के लोग चेकिंग के नाम पर वसूली का खेल खेलते हैं। यही नहीं चेकिंग करने के नाम पर ट्रकों को ओवरटेक करके रोका जाता है, जिससे सड़कों पर जाम भी लग जाता है। इन डिपार्टमेंट के साथ पुलिसकर्मी भी सिक्योरिटी के लिए मौजूद होते हैं, जिससे हमेशा पुलिस पर ही वसूली का आरोप लगता है। यही नहीं कुछ दिनों पहले फर्जी तरीके से भी अलग-अलग डिपार्टमेंट के अधिकारी बनकर वसूली करने की शिकायतें मिली थीं। एसएसपी ने ऐसी किसी भी तरह की वसूली पर रोक लगाने की तैयारी कर ली है। इसके लिए नाइट में चेकिंग करने वाले सभी डिपार्टमेंट को लेटर भेजा जाएगा और उनसे चेकिंग करने का आधार पूछा जाएगा।
गाडि़यों पर लगी होती है नीली बत्ती
अक्सर देखने में आता है कि सैटेलाइट, रुहेलखंड चौकी, मिनी बाईपास पर कई गाडि़यां ट्रकों को रोककर चेकिंग करती हैं। इन गाडि़यों में वर्दी धारी भी होते हैं जो गाडि़यों को रोकने, उनके ड्राइवर को गाड़ी में बैठे अधिकारियों के पास लेकर जाते हैं.इन गाडि़यों पर सिर्फ यूपी या भारत सरकार लिखा होता है, लेकिन वो किस डिपार्टमेंट के हैं यह साफ-साफ नहीं लिखा होता है। नीली बत्ती लगी गाड़ी होने के चलते ट्रक वाले रोक लेते हैं। जो पैसे देने से इंकार कर देता है तो उनके खिलाफ जुर्माना लगा दिया जाता है। यही नहीं कई लोगों के खिलाफ मुकदमा भी लिखवा दिया जाता है।
कथित पत्रकारों पर भी लगा था वसूली का आरोप
कुछ दिनों पहले भी नाइट में कुछ डिपार्टमेंट के लोगों के साथ चेकिंग के दौरान मारपीट हो चुकी थी। डिपार्टमेंट के लोगों ने सिक्योरिटी की भी मांग की थी, लेकिन दूसरे पक्ष ने डिपार्टमेंट पर ही जबरन वसूली के आरोप लिखाये थे। इस संबंध में अलग-अलग थाना क्षेत्रों में एफआईआर भी दर्ज की गई हैं। कुछ दिन पहले बदायूं में कुछ कथित पत्रकार भी पकड़े गए थे। पुलिस जांच में सामने आया था कि ये पत्रकार भी कई डिपार्टमेंट का अधिकारी बनकर नीली बत्ती की गाड़ी लगाकर ट्रकों या व्यापारियों से वसूली करते थे।
सिटी में किसी भी तरह की अवैध वसूली पर रोक लगाई जाएगी। अलग-अलग डिपार्टमेंट के लोग वसूली करते हैं, लेकिन आरोप हमेशा पुलिस पर ही लगते हैं। सभी डिपार्टमेंट से नाइट चेकिंग के रूल्स के बारे में पूछा जाएगा और उनसे चेकिंग के दौरान अपने डिपार्टमेंट का बोर्ड भी लगाने के लिए लिखा जाएगा।
जे रविंद्र गौड, एसएसपी बरेली