-फिंगर प्रिंट रिपोर्ट से नहीं हो सका खुलासा

-बेटे-बहू समेत चारों लोगों के फिंगर प्रिंट का नहीं हुआ मिलान

BAREILLY: क्या किसी आउट साइडर ने मिथलेश की हत्या की थी। फिंगर प्रिंट की रिपोर्ट कुछ इसी ओर इशारा कर रही है। फिंगर प्रिंट में बेटे-बहू समेत जिन चार लोगों पर हत्या का शक था, उनमें से किसी के फिंगर प्रिंट मिलान नहीं हुए हैं। अब क्राइम ब्रांच के लिए हत्यारे का पता लगाना और मुश्किल हो जाएगा।

चाकू से गला रेतकर हुई थी हत्या

सुभाषनगर थाना के राजीव कॉलोनी में दिन दहाड़े ब्0 वर्षीय मिथलेश की चाकू से गला रेतकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस को मौके से एक बैंक के फार्म में लिपटा हुआ चाकू भी मिला था। शुरुआत में पुलिस को बहू विनीता पर शक हुआ था। बाद में शक के आधार पर पुलिस ने बेटे संजीव, घर में पहुंचने वाले अंकित और सरला से भी पूछताछ की थी, लेकिन कोई सुराग हाथ नहीं लगा था। सभी के फिंगर प्रिंट लेकर मिलान के लिए लखनऊ भेजे गए थे।

पुलिस का ये सुराग भी गया बेकार

केस की जांच क्राइम ब्रांच को सौंप दी गई थी। क्राइम ब्रांच में एसआई घनश्याम तिवारी मामले की जांच कर रहे थे। एसआई ने बैंक से सीसीटीवी फुटेज भी मंगाई थी। आईओ ने फिंगर प्रिंट रिपोर्ट के लिए एसएसपी के डीओ लेटर से लिखाकर भेजा था। क्राइम ब्रांच को भी उम्मीद थी कि फिंगर प्रिंट से हत्यारे का पता चल जाएगा, लेकिन फिंगर प्रिंट में अपुष्ट आने से अब केस की जांच काफी जटिल हो गई है।

बहू-बेटे समेत चार लोगों के फिंगर प्रिंट मिलान के लिए भेजे गए थे। फिंगर प्रिंट रिपोर्ट में अपुष्ट आया है। मामले की जांच की जा रही है।

घनश्याम तिवारी, एसआई क्राइम ब्रांच