मुरादाबाद के ज्वेलर के अपहरण के बाद हत्या के मामले में चल रहा है फरार, अब घोषित हुआ इनाम

BAREILLY: कानून के हाथ लंबे होते हैं लेकिन एक दरोगा को लंबे समय बाद भी पुलिस गिरफ्तार नहीं कर पायी है। लिहाजा पुलिस ने उसे भगोड़ा घोषित कर रखा है। दरोगा के बारे में जानकारी देने वाले को क्भ् हजार का इनाम दिया जाएगा। आईजी विजय मीना ने कैंट बरेली के रहने वाले दरोगा सैय्यद मंसूर आबिद पर इनाम घोषित किया है। दरोगा पर पहले ही डीआईजी मुरादाबाद ने क्0 हजार का इनाम घोषित कर रख्ा था।

कस्टडी में मौत के बाद शव को लगा दिया था ठिकाने

एसआई सैय्यद मंसूर आबिद ने मुरादाबाद के कई थानों में बतौर थानेदार काम किया है। दरोगा पर मुरादाबाद शहर के कानूनगोयान निवासी सर्राफ सतेंद्र रस्तोगी की हत्या का आरोप है। सतेंद्र रस्तोगी को एसओ एक मर्डर के मामले में पूछताछ के लिए लाए थे, लेकिन थर्ड डिग्री के दौरान उसकी मौत हो गई थी। एक फरवरी की रात शव को फेंक दिया गया था। गांव वालों ने मुरादाबाद जिले मूंढापांडे के तत्कालीन एसओ सैय्यद मंसूर आबिद , कांस्टेबल मुनेंद्र सिंह और राहुल यादव समेत चार सिपाहियों को लाश फेंकते देखा था। जांच में हत्या कर लाश फेंकने की पुष्टि हुई थी। फिर पुलिस ने दो सिपाहियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था, लेकिन एसओ और दो सिपाही फरार हो गए थे। तभी से डिपार्टमेंट ने सभी को सस्पेंड कर भगोड़ा कर दिया।

तो क्या विदेश भाग गया दरोगा

पुलिस की अब तक की जांच में सामने आया है कि दरोगा के सउदी अरब में कई रिश्तेदार रहते हैं। एक बार उसकी फोन की लोकेशन भी दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर आयी थी। पुलिस को शक है कि वह सउदी अरब में जाकर छुप गया होगा।

कोट

दरोगा पर ज्वेलर की हत्या का आरोप है। वह काफी समय से फरार चल रहा है। उसे पकड़ने वाले को क्भ् हजार रुपये का इनाम घोषित किया है। पुलिस टीमें उसकी गिरफ्तारी का प्रयास कर रही हैं।

विजय सिंह मीना, आईजी बरेली