बरेली : कोर्ट में छुट्टी के चलते सोमवार को मासूमों का बिसरा और 'जहरीला दूध' जांच के लिए फोरेंसिक लैब नहीं भेजा जा सका। ठेकेदार नत्थू से भी पूछताछ की गई, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला।
रविवार को इज्जतनगर के मुहल्ला मुंशीनगर में जसवंत के तीन बच्चे, पांच वर्षीय सर्वेश, तीन साल की निशा और छह माह के अमित की मौत हो गई। पोस्टमार्टम में उनके शवों में जहर के लक्षण पाए गए। इससे उनका बिसरा सुरक्षित किया गया था। इसके अलावा बच्चों ने जो दूध पिया था उसका भी सैंपल ले लिया गया था। घटना के समय पुलिस ने सोमवार को ही फोरेंसिक लैब भेजने की बात कही थी लेकिन कोर्ट बंद होने के चलते इसकी अनुमति नहीं मिल सकी। अब पुलिस दोनों सैंपल जांच के लिए भेजने को कोर्ट खुलने का इंतजार कर रही है। कोर्ट एक जनवरी के बाद खुलेंगे।
ठेकेदार से पूछताछ जारी
इज्जतनगर पुलिस ने रविवार से ही ठेकेदार नत्थू को हिरासत में ले रखा है, लेकिन रात भर चली पूछताछ के बाद अभी कोई नतीजा सामने नहीं आया है। फिलहाल पुलिस की पूछताछ अभी जारी है। पुलिस उसकी काल डिटेल भी निकलवा रही है।
वर्जन
कोर्ट बंद होने के कारण बिसरा व दूध जांच को नहीं भेजा जा सका है। मासूमों की मौत को गंभीरता से लेते हुए, उनकी रिपोर्ट की मैं स्वयं निगरानी करुंगा।
- राजीव मल्होत्रा, एसपी सिटी