-पूछताछ में नौकर ने बताई दो डकैतों की पहचान, इनकी धरपकड़ के लिए शहर और बाहर भी ताबड़तोड़ छापेमारी

-नौकरों से पूछताछ में मिले पुलिस को अहम सुराग, जल्द खुलासे की उम्मीद

BAREILLY: शहर में हुई सबसे बड़ी डकैती की छानबीन में जुटी पुलिस के हाथ वेडनसडे को अहम सुराग लगे हैं। पांचों नौकरों से हो रही पूछताछ में एक पर पुलिस का शक गहरा गया। शुरुआती पूछताछ में वह हीलाहवाली ही करता रहा, लेकिन सख्त रवैया अपनाने पर उसने दो डकैतों के बारे में पुलिस को बता दिया। इसके साथ ही साइबर सेल की ओर से भी नौकरों के बताए अनुसार तीन डकैतों का स्केच बना लिया गया है। जिससे डकैती की इस घटना के जल्द सुलझने की उम्मीद पुलिस अधिकारियों की ओर से की जा रही है। गौरतलब है कि आईजी जकी अहमद ने मामले की गंभीरता को देखते हुए एसएसपी जे। रवींद्र गौड को जल्द से जल्द साक्ष्य जुटाने और डकैतों को गिरफ्तार करने के निर्देश दिए।

डकैतों के स्केच जारी

सोमवार रात हुई डकैती की वारदात को सुलझाने में जुटी पुलिस को अहम सबूत हाथ लगा। नौकरों की ओर से बताए गए हुलिए के आधार पर वेडनसडे देर शाम म् डकैतों में से तीन का स्केच बना लिया गया है। जिसके आधार पर पुलिस इस साल की घटनाओं समेत पिछले वर्षो में दर्ज केसेज में पकडे़ अपराधियों की तस्वीरों से मिलान करने में जुट गई है। इसके अलावा पुलिस की ओर से इन स्केच की कॉपीज को नुक्कड़, चौराहों व अन्य सार्वजनिक स्थलों पर लगाने की कवायद थर्सडे को शुरू हो जाएगी। बता दें कि ट्यूजडे को क्राइम ब्रांच की टीम की ओर से नौकरों से डकैतों का हुलिया बनाने की प्रक्रिया चल रही थी।

नहीं हो सकी करीबियों से पूछताछ

पुलिस की ओर से जुटाए साक्ष्यों एवं पूछताछ के आधार पर शक केवल करीबियों पर ही टिका है। इसी क्रम में जांच प्रक्रिया भी आगे बढ़ रही है। हालांकि पुलिस के आलाधिकारियों के साथ हुई बातचीत में अजय अग्रवाल ने घटना में किसी भी करीबी के शामिल होने की बात से इंकार किया और घर में लूटे गए माल का आकलन भी नहीं किया। साथ ही नौकरों से भी पूछताछ को मना किया, लेकिन तहकीकात में जुटी पुलिस घटना के समय मौजूद पांचों नौकरों से पूछताछ कर साक्ष्य जुटाने में लगी है।

घर के नौकरों की बन रही कुंडली

ट्यूजडे को पुलिस सुखसागर, बोदिल और ओमप्रकाश से देर रात तक पूछताछ करती रही। वहीं वेडनसडे को नौकर दंपति धनबहादुर और माया से भी पूछताछ की गई। लेकिन कोई भी क्लू हासिल नहीं हो सका। पुलिस का शक इन्हीं पांचों पर सबसे ज्यादा है। पुलिस सोर्सेस के अनुसार, नौकरों की मिलीभगत या किसी एक की मुखबिरी से ही डकैती की संभावना जताई जा रही है। ऐसे में इन पांचों के साथ ही घर में विगत वर्षो में कार्य कर चुके नौकर, ड्राइवर की संख्या, पहचान, किन कारणों से नौकरी छोड़ी आदि की कुंडली बनाई जा रही है।

पुलिस ने बनाई नौ टीमें

डकैती की वारदात को सॉल्व करने में जुटी पुलिस कोई भी कसर बाकी नहीं रखना चाहती है, इसलिए वेडनसडे को पुलिस प्रशासन की ओर से नौ टीमें बनाई गई। जो कई पहलुओं को आधार बनाकर जांच कर रही हैं। टीम की ओर से फेरीवाले, ठेलेवाले समेत घुमंतु और भिखारियों की भी शिनाख्त शुरू की जा चुकी है। इसके अलावा रामपुर गार्डन के सभी निवासियों के घरों के नौकरों का वैरीफिकेशन, सीनियर सिटीजन की तादाद, एकल परिवार समेत घरों में रह रहे किराएदारों की भी लिस्ट तैयार की जा रही है। इसके लिए शहामतगंज चौकी इंचार्ज अमित खारी, जोगी नवादा चौकी इंचार्ज गजेंद्र त्यागी, एसआई रविशंकर, एसएसआई रिसाला और चौकी प्रभारी विशाल प्रताप सिंह को जिम्मेदारी सौंपी गई है।

कोट

रामपुर गार्डेन में हुई डकैती की घटना को काफी हद तक सुलझा लिया गया है। जांच प्रक्रिया आखिरी पड़ाव पर है, जल्दी ही लुटेरों के पकड़े जाने की संभावना है।

- आरकेएस राठौर, डीआईजी