चंद्रभान और हिमांशु के बीच हुआ था झगड़ा
पकड़ा गया आरोपी हिमांशु,
सीतापुर मंदिर में छिपा था
टीचर व दूसरे स्टूडेंट ने डराकर भाग जाने के लिए कहा था
BAREILLY: बारादरी में क्क्वीं के छात्र चंद्रभान सिंह उर्फ चंदन की हत्या मजाक में चोर कहने पर हुई थी। इसका खुलासा आरोपी छात्र हिमांशु ने किया है। एक सप्ताह बाद पुलिस ने ट्यूजडे उसे पकड़ लिया । झगड़े के दौरान चंद्रभान सिंह ने पहले उसे धक्का दिया था। हिमांशु ने बताया कि धक्का देने के दौरान चंद्रभान की हालत पूरी तरह से ठीक थी। टीचर नईम और स्टूडेंट जर्रार ने उसे भाग जाने के लिए कहा था। उसे नहीं पता कि हिमांशु की मौत कैसे हुई। उसने बताया कि वह सीतापुर नव दुर्गा मंदिर में इतने दिन तक छिपा रहा।
गला दबाकर की गई थी हत्या
बता दें कि 8 दिसंबर की शाम को बारादरी के नेशनल हायर सेकेंड्री स्कूल में क्क्वीं के छात्र की गला दबाकर हत्या कर दी गई थी। चंद्रभान के परिजनों ने टीचर नईम के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने टीचर को भी पकड़ लिया था लेकिन उसे अभी तक जेल नहीं भेजा था। पुलिस का कहना था कि अन्य स्टूडेंट के बयान के आधार पर हिमांशु का चंद्रभान से झगड़ा हुआ था। झगड़े के दौरान हिमांशु ने चंद्रभान का गला पकड़कर पीछे धक्का दिया था जिससे उसका सिर टकरा गया था और उसकी मौत हो गई थी। टीचर ने तो परिजनों को सूचना देकर हॉस्पिटल में एडमिट कराया था।
पहले चंद्रभान ने दिया था धक्का
पुलिस गिरफ्त में आए हिमांशु ने बताया कि कोचिंग के दौरान सभी स्टूडेंट के बीच हंसी मजाक चल रही थी। इस दौरान चंद्रभान ने उसे चोर कहा लेकिन उसने टाल दिया। दूसरे स्टूडेंट ने चंद्रभान को भड़का दिया कि वह उसे गालियां दे रहा है। इस पर चंद्रभान ने उसे धक्का दिया, प्रतिवाद में उसने भी धक्का दे दिया। फिर चंदन गिर गया। कुछ देर बाद टीचर और स्टूडेंट जर्रार आ गए। वह गाड़ी में बैठकर चंद्रभान के साथ जा रहा था लेकिन टीचर और जर्रार ने उसे डराकर भाग जाने के लिए कहा। यहां से भागकर वह ताऊ के घर चला गया। दूसरे दिन ताऊ ने भी उसे अपने घर से भगा दिया। जिसके बाद वह सतीपुर में नवदुर्गा मंदिर में रहा।