-कोई भी सामान ना मिलने पर पुलिस ने परिजनों को सुपुदर्गी में सौंपा
-फर्जी मोहरें मिलने का भी लगा था आरोप
BAREILLY: सदर तहसील में सर्टिफिकेट बनाने का फर्जीवाड़ा सामने आया है। थर्सडे को एक विकलांग युवक को फर्जी सर्टिफिकेट बनवाने के आरोप में पकड़ा गया। उसे कोतवाली पुलिस के हवाले कर दिया गया। पुलिस का कहना है कि उसके पास से कोई सामान बरामद नहीं हुआ है। तहरीर मिलने पर एफआईआर दर्ज की जाएगी। फिलहाल युवक को परिजनों के हवाले कर दिया गया है।
स्टांप वेंडर है आरोपी
युवक की पहचान सिविल लाइंस निवासी राममोहन के रूप में हुई है। वह कचहरी में स्टांप वेंडर है। वह फिजिकली चैलेंज्ड है। जन सुविधा केंद्र प्रभारी महेंद्र कुमार ने बताया कि एक युवक लोगों को सर्टिफिकेट बनाने में हेल्प कर रहा था। लेखपालों की हड़ताल के बावजूद वह आसानी से साइन कराने की बात कह रहा था। प्रमाण पत्र बनवाने आए लोगों की शिकायत पर पकड़ लिया गया और फिर पुलिस के हवाले कर दिया गया। आरोप है कि उसके पास प्रिंसिपल, लेखपाल और ग्राम प्रधानों की मोहरें भी हैं।
पूछताछ में नहीं कबूली बात
पुलिस ने उसकी तलाशी ली तो उसके पास कुछ भी नहीं मिला। उसे पकड़कर कोतवाली भी ले जाया गया। काफी देर पूछताछ के बाद भी उसने फर्जी सर्टिफिकेट बनाने से इंकार कर दिया। विकलांग होने के चलते और कुछ भी रिकवर ना होने के चलते पुलिस ने उसे सुपुदर्गी में छोड़ दिया।
तहसीलदार की सूचना पर युवक को फर्जीवाड़े के आरोप में पकड़ा गया था। कोई भी मोहर और कागज ना मिलने पर उसे परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया है। तहरीर मिलने पर एफआईआर दर्ज की जाएगी।
अनिल समानिया, एसएचओ कोतवाली