- दलालों के मामले में पुलिस और एडमिनिस्ट्रेशन हुआ सख्त
- आई नेक्स्ट में छपी फोटो और खबर को क्लू मानकर पुलिस कर रही जांच
- आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस ने आई नेक्स्ट से किया कॉन्टैक्ट
BAREILLY : आरटीओ ऑफिस में वर्क कर रहे दलालों और गैर सरकारी कर्मचारियों का चेहरा आई नेक्स्ट द्वारा पर्दाफाश किए जाने के बाद पुलिस डिपार्टमेंट और एडमिनिस्ट्रेशन इसे क्लू के रूप में देख रही है। खबर और फोटो को आधार मानकर पुलिस ने जांच आगे बढ़ा दिया है, लेकिन आरटीओ विभाग के ऑफिसर्स दलालों और फर्जी कर्मचारियों को बचाने में लगे हुए हैं। सोर्सेज से मिली जानकारी के मुताबिक ऑफिसर्स के इस लापरवाही की सबसे बड़ी वजह हर महीने मिलने वाला लाखों रुपए कमीशन है। खैर पुलिस ने इस मामले में छानबीन शुरू कर दी है। अब देखना है कि जिस फर्जी कर्मचारियों व दलालों को आरटीओ विभाग के ऑफिसर्स बचाने में लगे हुए हैं, वे पुलिस की गिरफ्त में आखिर कब आते हैं।
आई नेक्स्ट के क्लू पर पुिलस की जांच
तीन बार छापेमारी के बाद भी दलाल पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं। अब पुलिस ने आई नेक्स्ट में ख्भ् जुलाई को फोटो के साथ पब्लिश खबर के आधार पर दलालों और फर्जी कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है। एसएसपी के आदेश के बाद कैंट थाना प्रभारी देवराज सिंह राठी ने जांच की प्रक्रिया आगे बढ़ा दी है। फिलहाल आरोपियों की विवेचना नकटिया चौकी इंचार्ज राकेश सिंह कर रहे हैं।
पुलिस ने आई नेक्स्ट से िकया संपर्क
आरोपियों को आसानी से पकड़ने के लिए नकटिया पुलिस ने संडे को आई नेक्स्ट से कॉन्टैक्ट किया। पुलिस ने दलालों के हाव-भाव और उनके कार्य करने के तौर तरीकों को भी जानने का प्रयास किया, ताकि दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जा सके। आई नेक्स्ट ने अपने खबर के माध्यम से जिन म् दलालों और फर्जी कर्मचारियों का पर्दाफाश किया है पुलिस उन्हें ने दलाल के रूप में चिन्हिृत कर जांच शुरू कर दी है।
जगवानी के अलावा एक हाथ नहीं आए दलाल
यूपी ख्भ् बीबी 008क् नंबर की फोर व्हीलर्स से आगरा में एक बैंक की लूट की गई थी, जिसका बरेली आरटीओ ऑफिस से बगैर टैक्स जमा किए ही रजिस्ट्रेशन किया गया था। इस मामले में चार लोगों के खिलाफ कैंट थाने में केस भी दर्ज कराया गया है, लेकिन कमल जगवानी नाम के सख्त को छोड़ दिया जाए तो बाकी के दलाल और फर्जी कर्मचारी अब भी पुलिस से कोसों दूर है। हालांकि पुलिस ने मुकेश और बबलू नाम के दो और सख्त को दलाल के रूप में चिन्हिृत कर रखा है।
किसी भी कीमत पर होगी कार्रवाई
पुलिस प्रशासन और एडमिनिस्ट्रेशन दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने के मूड में है। इस मामले में डीएम संजय कुमार आरटीओ आरआर सोनी से आख्या मांग रखी है। सावन और ईद के व्यवस्था के चलते उन्होंने आरटीओ द्वारा सौंपी गई रिपोर्ट नहीं देखी है, लेकिन रिपोर्ट को देखने के बाद दोषियों के खिलाफ सख्त एक्श्ान लेंगे।
आरटीओ विभाग दे रहा शह
दलालों और फर्जी कर्मचारियों को शह कही ना कही आरटीओ विभाग के ऑफिसर्स भी दे रहे है। अगर बाबुओं की जानकारी में गैर सरकारी कर्मचारी और दलाल काम कर रहे हैं तो ऑफिसर्स बाबुओं से पूछताछ कर फर्जी कर्मचारियों को आईडेंटीफाई कर कार्रवाई क्यों नहीं कर रहा है। कैसे लाइसेंस, परमिट और रजिस्ट्रेशन सेक्शन में इनकी पहुंच बनी हुई है और जरूरी डॉक्यूमेंट छेड़छाड़ कर रहे हैं।
सावन और ईद की व्यवस्था के चलते मैंने अभी आरटीओ द्वारा सौंपी रिपोर्ट नहीं देखी है। रिपोर्ट देखने के बाद इस मामले में जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
संजय कुमार, डीएम
कैंट थाने में कुछ लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज है। आई नेक्स्ट में छपी खबर और फोटो के आधार पर जांच की जा रही है, ताकि फोटो के आधार पर दोषियों को पकड़ने में आसानी हो सके।
राकेश सिंह, इंचार्ज, नकटिया चौकी