-कैंट के चनहेटी गांव में घर में खेल रही थी बच्चियां, पड़ोस में गई थी मां
- कुछ दिन पहले भी डेढ़ साल की बच्ची ने पी लिया था एसिड
बरेली । परिजनों की छोटी से चूक उनके मासूम बच्चों पर भारी पड़ रही है। बच्चे क्या खा पी रहे हैं इसकी भनक तक उन्हें नहीं लग पाती है और जब तक पता लगता है तब तक बहुत देर हो चुकी होती है। ऐसा ही एक मामला कैंट के चनेहटी गांव में सामने आया है। दो मासूम बहनों ने घर में रखी चूहे मार दवा से मंजन कर लिया। बेहोश बच्चियों को परिजन डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल ले गए जहां एक बच्ची की मौत हो गई, जबकि दूसरी की हालत भी नाजुक है।
खेल-खेल में निकाल ली पुडि़या
कैंट इलाके के चनेहटी निवासी अनुज कुमार शहर में मजदूरी करता है। उसकी दो बेटियां मुस्कान 3 साल और आकांक्षा 4 साल की हैं। थर्सडे को वह किसी काम से घर के बाहर गया था और पत्नी सोनी पड़ोस में गई हुई थी। दोनों बेटियां घर में खेल रही थीं। इसी दौरान दोनों ने आंगन में बनी अलमारी में रखी पुडि़या निकाली और उसको दांतों पर मलना शुरू कर दिया। दो मिनट के बाद दोनों गश खाकर गिर पड़ीं। करीब 20 मिनट बाद जब मां सोनी घर आई तो उसने देखा कि दोनों बच्चियां बेहोश पड़ी थीं और चूहे मार दवा की पुडि़या भी उनके पास पड़ी थी। उसने फौरन पति को फोन पर सूचना दी और दोनों बेटियों को लेकर सुबह करीब 10 बजे जिला अस्पताल के बच्चा वार्ड पहुंची। बच्चियों की हालत गंभीर देख डॉक्टर ने हाथ खड़े कर दिए, जिसके बाद परिजन उन्हें एक निजी अस्पताल ले गए, जहां मुस्कान की मौत हो गई। जबकि देर रात तक आकांक्षा की हालत भी नाजुक थी।
तीन दिन पहले ट्यूजडे को नकटिया उमरिया गांव में एक डेढ़ साल की बच्ची ने घर में रखा एसिड पी लिया था। बच्ची को बेहोश पड़े देखा तो परिजन आनन-फानन में उसे जिला अस्पताल के बच्चा वार्ड लेकर आए जहां बच्ची की हालत गंभीर देख उसे इमरजेंसी के लिए रेफर कर दिया गया था।