(बरेली ब्यूरो)। होली पर अगर आप रंग खेले तो आपके लिए शुभफल दायक होगा। ज्योतिष के अनुसार हर कलर का किसी न किसी राशि से संबंध होता है जिसके अनुसार, उसे उसका शुभफल मिलता है। यानि कहा जाए राशि के अनुसार कलर यूज करने से कई गुना लाभ अधिक मिलता है। बालाजी ज्योतिष संस्थान के पं। राजीव शर्मा की माने तो राशि के ग्रहों के रंगों से अपनी राशि अनुसार होली खेलें तो इसका अधिक लाभ मिलता है।

होली की राख से लाभ
किसी ग्रह की पीड़ा होने पर होलिका दहन के समय देशी घी में भिगोकर दो लोंग के जोड़े, एक बताशा और एक पान के पत्ते पर रखकर अर्पित करना चाहिए। अगले दिन होली की राख लाकर अपने शरीर पर तेल की तरह लगाकर एक घंटे बाद हल्के गर्म पानी से स्नान करना चाहिए। ग्रह पीड़ा से मुक्ति मिलेगी।

होली पर करें नवग्रह शांति
होलिका दहन से पूर्व नवग्रह की लकडिय़ां एकत्रित करके होली की परिक्रमा करते हुए क्रमानुसार उन्हें होलिका में डाल देना चाहिए। परिक्रमा करते समय संबंधित ग्रह का मंत्र जाप भी करते रहना चाहिए। इस प्रकार सभी ग्रह की लकडिय़ों को होलिका में डाल देना चाहिए।

ग्रहों के रंगों से अपनी राशि अनुसार खेलें होली
मेष राशि: इस राशि वालों को लाल रंग से होली खेलना चाहिए
वृष राशि: इस राशि वालों को हल्के गुलाबी या हल्के नीले रंग से होली खेलना चाहिए।
मिथुन राशि: इस राशि वालों को हरे रंग से होली खेलना चाहिए।
कर्क राशि: इस राशि वालों को हल्का पीला,केसरिया रंग से होली खेलना चाहिए।
सिंह राशि: इस राशि वालों को लाल,पीला अथवा नारंगी रंग से होली खेलना चाहिए।
कन्या राशि : इस राशि वालों को हरे रंग से होली खेलना चाहिए।
तुला राशि : इस राशि वालों को हल्का पीला, गुलाबी या नीले रंग से होली खेलना चाहिए।
वृश्चिक राशि: इस राशि वालों को गहरे लाल रंग से होली खेलना चाहिए।
धनु राशि : इस राशि वालों को पीले रंग से होली खेलना चाहिए।
मकर राशि: इस राशि वालों को भूरे अथवा नीले रंग से होली खेलना चाहिए।
कुम्भ राशि: इस राशि वालों को काले अथवा गहरे नीले रंग से होली खेलना चाहिए।
मीन राशि:े यह सौम्य राशि है।इस राशि वालों को पीले रंग से होली खेलना चाहिए।


होली पर बरतने वाली विशेष सावधानियां
होली के दिन प्रात: काल हींग के पानी से मुख शोधन करना चाहिए।
प्रात: काल हनुमानजी की पूजा करनी चाहिए।
प्रात: काल अपने पितरों का स्मरण करना चाहिए।
होली जलाते समय अपने ऊपर से लौंग वारकर होली की अग्नि में डालें।
इस दिन हनुमानजी को चोला एवं भैरव जी पर तेल अवश्य चढ़ायें।


राहू ग्रह का राशि परिवर्तन
17 मार्च थर्सडे को हालिका दहन के दिन से राहु (स्पष्ट ) प्रात: 6:33 बजे अपनी वक्रगति से वृषभ राशि से निकलकर मेष राशि में प्रवेश करेगा। यहां इस राशि में 29 नवंबर 2023 तक रहेगा। राहु (मध्य) भी अगले माह 12 अप्रैल 2022 को अपराह्न 1:40 बजे मेष राशि में प्रवेश करेगा। आधुनिक ज्योतिष में राहु (स्पष्ट) को मान्यता प्राप्त है।