शुभ संकेतों के साथ आया प्लवंग संवत्सर
चंद्रमा के इफेक्ट से आएगी सुख-शांति
BAREILLY: हिंदू पंचांग के अनुसार नया वर्ष विक्रम संवत ख्07क् में प्रवेश कर चुका है। नवरात्र के साथ शुरु हुआ नया वर्ष लोगों के लिए काफी खुशियां लेकर आया है। इस बार पड़ने वाला संवत्सर सभी जातकों के लिए बेहद शुभ और फलदायी है। ज्योतिषाचार्यो की मानें तो प्लवंग नाम का यह संवत्सर सम और विषम दोनों राशियों के जातकों पर अच्छा प्रभाव डालेगा। इस संवत्सर में चंद्रमा के खास इफेक्ट से इस साल देश में सुख और शांति का वास होगा। इसका शुभ प्रभाव राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक परिदृश्यों पर भी पड़ने की संभावना है।
कैसे पड़ा प्लवंग संवत्सर
ज्योतिषाचार्यो ने बताया कि सूर्य की परिक्रमा के अनुसार कुल म्0 संवत्सर होते हैं। हर वर्ष जो संवत्सर परिक्रमा करते हुए सूर्य के म्0वें अंश पर आ जाता है उसी के नाम पर संवत्सर पड़ता है। पड़ने वाला यह संवत्सर साल भर प्रभावी रहता है। इस साल प्लवंग संवत्सर पड़ा है। प्लवंग का वंशज चंद्रमा है, इसलिए इस संवत्सर में राजा और मंत्री दोनों ही पद पर चंद्रमा विराजमान है। क्ब् जनवरी ख्0क्भ् तक यानि पूवार्द्ध में इसका पूर्ण प्रभाव और उत्तरार्द्ध में आंशिक प्रभाव होने की संभावना है। लास्ट ईयर पराभव संवत्सर का योग था।
लग्न में ग्रहों के भाव
इस बार पड़ने वाले संवत्सर में ग्रहों के भाव भी बदले नजर आ रहे हैं। ज्योतिषाचार्यो के अनुसार दश्मेष में मंगल, द्वादश में बृहस्पति, चतुर्थ में केतू, द्वितीय में शुक्र, तृतीय में बुद्ध, एकादश में राहू के ग्रहविष्ट के योग हैं। ग्रहों की ऐसी स्थिति होने पर विभिन्न क्षेत्रों के ग्रह स्वामी की स्थिति भी बदली रहेगी। इसमें फसलों और खेतीबाड़ी पर मंगल, वर्षा पर सूर्य, रस पदार्थो पर शुक्र, नीरस पदार्थो पर बुध, फल और फूल पर शनि, वित्त और धन पर मंगल ग्रह का प्रभाव रहेगा। प्लवंग के प्रभाव से इस वर्ष एक सोमवती अमावस्या, दो सोमवती पंचमी, दो अंगारक चतुर्थी, फ् भानु सप्तमी, एक बुधाष्टमी और दो रवि दशमी हैं। 8 अक्टूबर ख्0क्ब् को चंद्र ग्रहण लगेगा। प्लवंग संवत्सर ख्0 मार्च ख्0क्भ् को समाप्त होगा।
संवत्सर का ऑलओवर इफेक्ट
ज्योतिषाचार्यो के अनुसार चंद्रमा 'नून' की श्रेणी में आता है। इसका अर्थ अति की अधिकता से लिया जाता है। संवत्सर में राजा और मंत्री दोनों ही पदों पर विराजमान चंद्रमा सभी क्षेत्रों में शुभ फल का संकेत दे रहा है। शुभ कार्य में आध्यात्म, अन्न, खाद्य, रसद आदि में जबरदस्त वृद्धि की संभावना है। वहीं पॉलिटिक्स के क्षेत्र में जनता अपना सीधा रिस्पांस देगी। साथ ही बिजनेस मैटर्स में भी शुभ संकेत बन सकते हैं। बेरोजगार युवाओं के लिए भी यह समय काफी फलदायी है क्योंकि शुक्र और बुद्ध की स्थिति सम होने के कारण रोजगार के क्षेत्र में प्रयासरत लोगों के लिए अच्छे संकेत बन रहे हैं।
खुद करें आय व्यय का आंकलन
इस संवत्सर में विंशोत्तरी मतानुसार जातक आय व्यय की स्थिति के बारे में खुद से पता कर सकते हैं। इसके लिए अपनी राशि के आय व्यय के अंकों को एड कर क् माइनस कर दें और फिर प्राप्त संख्या को 7 से डिवाइड करें। प्राप्त संख्या में क् बचने पर आमदनी अच्छी और खर्च साधारण, ख् पर आमदनी और खर्च बराबर, फ् पर आमदनी कम और खर्च अधिक, ब् पर खर्च जबरदस्त, भ् पर खर्च कम और जमापूंजी में बढ़ोत्तरी, म् पर खर्च के मुकाबले आमदनी पर जोर व अन्य श्रोतों से भी धन लाभ, 0 और 7 पर अच्छी आमदनी के बावजूद खर्च से कर्ज की स्थिति बनी रहेगी।
राशि आय अंक व्यय अंक
मेष क्क् क्ब्
वृष भ् 8
मिथुन क्क् भ्
कर्क क्0 ब्
सिंह 8 क्ब्
कन्या क्क् भ्
तुला भ् 8
वृश्चिक क्क् क्ब्
धनु 8 भ्
मकर ख् 8
कुंभ ब् क्म्
मीन 8 भ्
नोट- 'विंशोत्तरी मतानुसार 'प्लवंग संवत्सर' में सुझाए गए विभिन्न राशियों के आय व्यय चक्र'
राशियों पर प्रभाव
प्लवंग संवत्सर में स्वामी राशियों के साथ चंद्रमा की स्थिति सम और विषम होने से राशियों पर कई प्रभाव दिखाई पड़ सकते हैं।
मेष- स्वामी मंगल-हेल्थ प्रॉब्लम, फैमिली में टेंशन रहेगी। अप्रैल, मई, अगस्त और नवंबर शुभ है।
वृष- स्वामी शुक्र- गुड हेल्थ और सभी कार्य पूरे होंगे। ठगों से सावधान रहें। इनके लिए पूर्वाद्ध का समय उत्तम फलदायी है।
मिथुन- स्वामी बुध-मेहनत करने के बाद भी लाभ कम होगा। जुलाई में वाहन कम चलाएं। अगस्त, सितंबर, नवंबर शुभ है।
कर्क- स्वामी चंद्रमा-मांगलिक कार्य होंगे। बड़ों से सहयोग लें। जून, अगस्त, अक्टूबर श्रेष्ठ है।
सिंह- स्वामी सूर्य-वाहन, मकान का योग है। जून में हेल्थ प्रॉब्लम। शुभ कार्य की शुरुआत संडे को करें।
कन्या- स्वामी बुध- सकल कार्य पूर्ण होंगे। आकस्मिक धनलाभ का योग। अगस्त, दिसम्बर, फरवरी, जुलाई शुभ है।
तुला- स्वामी शुक्र- आंशिक फलदायी है। उत्तरार्द्ध उत्तम रहेगा।
वृश्चिक- स्वामी मंगल- पॉलिटिक्स और एजूकेशन के लिए विशेष फलदायी है। मई में वाहन कम प्रयोग करें।
धनु- स्वामी गुरु-मांगलिक और भवन संबंधित कार्य होंगे। अगस्त विशेष फलदायी है। पीले वस्त्र पहनकर ट्रैवल करें।
मकर- स्वामी शनि- धन, भवन, स्वास्थ्य, वाहन, संतानसुख प्राप्त होंगे। मन को अशांत न करें। अगस्त, अक्टूबर, फरवरी शुभ है।
कुंभ- स्वामी शनि-हेल्थ, व्हीकल, भवन व अन्य शुभ कार्यो में वृद्धि। अगस्त, अक्टूबर और दिसम्बर विशेष है।
मीन- स्वामी गुरु-फैमिली में शुभ काम होंगे। सकल कार्य पूर्ण होने की संभावना। अगस्त, अक्टूबर, फरवरी विशेष है।
लास्ट ईयर पराभव संवत्सर था, लेकिन इस बार नवरात्र के साथ शुरू हुए प्लवंग संवत्सर के विशेष लाभ दिखाई देंगे।
पं। राजेंद्र त्रिपाठी, ज्योतिषाचार्य
प्लवंग संवत्सर सभी के लिए शुभ है। अन्न, धन, रोजगार के साथ ही सभी क्षेत्रों में विकास की संभावना बन रही है।
-पं। संजय सिंह, ज्योतिषाचार्य