बरेली(ब्यूरो)। बरेली विकास प्राधिकरण शहर में चहुंओर विकास की नई इबारत लिख रहा है। इसके साथ ही कुछ वर्षों में आर्थिक रूप से भी बीडीए काफी मजबूत हुआ है। बीडीए ने एक साल में 520 करोड़ का फिक्स डिपाजिट कराया है। ग्रेटर बरेली के प्लान में धार्मिक महत्व को बढ़ावा देने के साथ ही रोजगार की अपार संभावनाओं का खाका तैयार किया गया है। प्लान में ओडीओपी एक जिला एक उत्पाद में जरी जरदोजी और मेंथा को शामिल किया गया है।

ओडीओपी पर भी फोकस
एक जिला एक उत्पाद को विश्व स्तर पर ले जाने के लिए उद्योगों को विकसित करने की शानदार व्यवस्था की गई है। दूसरे राज्यों और देशों से ब्रांडिंग करने के साथ उद्योगपतियों को शहर में इन्वेस्ट करने की कार्य योजना तैयार की गई है। जिले में दो लाख से अधिक परिवार जरी जरदोजी मांझा और मेंथा से जुड़े हैं। प्राधिकरण की योजना है कि बरेली के जरी, जरदोजी, मेंथा और मांझा विश्व पटल पर अपनी चमक बिखेरें।

200 अवैध कॉलोनियों को किया ध्वस्त
लखनऊ में हुए कांक्लेव में प्राधिकरण के उपाध्यक्ष जोगिंदर सिंह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अवगत कराया कि डेढ़ साल में प्राधिकरण ने 2800 आवासीय व्यावसायिक संपत्तियों का आवंटन किया है। प्राधिकरण ने बरेली शहर को आने वाले सभी मुख्य मार्गों को फोरलेन, सिक्स लेन चौड़ीकरण किया है। इसके अलावा करीब 200 अवैध निर्माण और अवैध कालोनियों पर बुलडोजर चला कर उनका ध्वस्तीकरण किया है।

रामायण वाटिका भी हो रही विकसित
बरेली विकास प्राधिकरण ग्रीन रामायण की संकल्पना को साकार करते हुए 35,000 वर्ग मीटर क्षेत्रफल में रामायण वाटिका को विकसित किया जा रहा है। भगवान राम के जीवन से जुड़े स्थानों वनस्पतियों को एक ही स्थान पर संकलित किया जा रहा है। इसके अलावा बरेली के चार प्रमुख मार्गों में राम, लक्ष्मण भरत और हनुमान के नाम से भव्य प्रवेश द्वारों का निर्माण भी किया जा रहा है। 240 हेक्टेयर जमीन आपसी सहमति के आधार पर बरेली विकास प्राधिकरण ने खरीद कर विकास को रफ्तार दी है।

बनेगा नाथ नगरी कॉरीडोर
ऐतिहासिक और सांस्कृतिक नाथ नगरी कॉरिडोर की शुरुआत महाभारत कालीन आंवला के क्षेत्र के सौंदर्यीकरण से किया जायेगा। इसके अलावा जिले के सभी सात नाथ मंदिर धोपेश्वर नाथ, तपेश्वर नाथ, मढ़ीनाथ, अलखनाथ, त्रिवटीनाथ मंदिर और पशुपतिनाथ, वनखंडी नाथ मंदिर को कॉरिडोर से जोड़ा जायेगा। शिव मंदिरों की आभा और सौंदर्यकरण के साथ उनके ऐतिहासिक धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व के बारे में भी जानकारी दी जायेगी।

प्रारंभिक डेवलपमेंट रिपोर्ट तैयार
पांच कंपनियों को बरेली की दो बड़ी नदी रामगंगा और नकटिया को जोडऩे वाले करीब 10 किलोमीटर के रिवरफ्रंट को बनाने की जिम्मेदारी दी गई है। इसके अलावा प्लान में पर्यटन अतिथि सत्कार को बढ़ावा देने के साथ ही चिकित्सा, आवासीय, विकास औद्योगिक और विरासत को सहेजने के अलावा सफर को आसान करने के लिए मेट्रो की भी व्यवस्था की गई है। सारी रिपोर्ट तैयार हो गई है। 2027 तक शहर की आबादी करीब 35 लाख होगी। उसके हिसाब से ही विकास का नया खाका तैयार किया गया है।