- अब आरयू नए सिरे से तैयार कर रहा है पीएचडी की मेरिट लिस्ट
- अब तक की मेरिटी में सीईटी के मार्क्स नहीं जुड़े थे
BAREILLY: काफी जद्दोजहद के बाद आरयू ने किसी तरह पहली मेरिट लिस्ट डिक्लेयर कर पीएचडी के लिए रजिस्ट्रेशन प्रोसेस स्टार्ट करने की कवायद शुरू की थी। वह भी अब खटाई में पड़ गई है। पहले स्टूडेंट्स लीडर्स ने मेरिट लिस्ट पर सवाल उठाते हुए महिला आरक्षण को भी शामिल करने की मांग कर दी थी। इस गलती का अहसास आरयू को हुआ तो उसने अब एक और गलती मानते हुए उसमें सुधार करने जा रहा है। आरयू अब नए सिरे से मेरिट लिस्ट तैयार करेगा। इसमें सीईटी के मार्क्स भी जोड़े जाएंगे। अब तक जो मेरिट लिस्ट तैयार की गई थी वह सीईटी के आधार पर नहीं बनाई गई थी। इस कवायद एक बार फिर रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया अधर में लटक गई है।
पांच सब्जेक्ट्स की थी डिक्लेयर
वर्ष ख्0क्ख् में पीएचडी के लिए पहली बार स्टेट में सीईटी कंडक्ट कराई गई थी। रिजल्ट भी इसी समय डिक्लेयर कर वर्ष के एंड तक आवेदन भी मंगा लिए थे। लेकिन तब से आज तक पीएचडी में रजिस्ट्रेशन प्रोसेस शुरू नहीं हो पाया। पहले तो आरयू ऑर्डिनेंस में ही उलझा रहा। अपना ऑर्डिनेंस ना होने के चलते उसने स्टेट द्वारा भेजे गए ड्राफ्ट को कुछ संशोधनों के साथ ओके किया। उसके बाद मेरिट बनाने और गाइड की लिस्ट तैयार करने का काम शुरू हुआ। गत ख्7 अक्टूबर को आरयू ने पहली मेरिट लिस्ट डिक्लेयर की थी। लेकिन वह भी महज भ् सब्जेक्ट्स में। आरयू ने केवल प्लांट साइंस, जूलॉजी, एनिमल साइंस, बॉटनी और सीएसआईटी में ही मेरिट लिस्ट डिक्लेयर की और करीब दो दर्जन सब्जेक्ट्स की मेरिट लिस्ट तैयार ना होने पर डिक्लेयर नहीं की। लेकिन इसके बाद स्टूडेंट्स लीडर्स ने उसमें महिला आरक्षण की भी मांग की। आरयू आरक्षण के नियमों का पालन करते हुए सभी वर्गो का समावेश तो किया लेकिन महिला आरक्षण को भूल गया। आखिरकार आरयू को अपनी गलती माननी पड़ी और मेरिट को नए सिरे से बनाने का निर्देश दिया गया।
अब सीईटी के मार्क्स जुड़ेंगे
महिला आरक्षण को शामिल करने के निर्देश मिलने के बाद आरयू को एक और गलती समझ में आई। मेरिट बनाते वक्त उसने सीईटी के मार्क्स नहीं जोड़े थे। अब जो नई मेरिट लिस्ट डिक्लेयर होगी वह पूरी तरह से बदली होगी। इसमें सीईटी के मार्क्स भी जोड़े जाएंगे। अब तक केवल पीजी के मार्क्स के आधार पर ही मेरिट लिस्ट बनाई गई थी। सीईटी के मार्क्स जुड़ने के बाद यह उम्मीद की जा रही है कि मेरिट लिस्ट पूरी तरह उलट जाएगी।
नेट व जेआरएफ को प्रियॉरिटी
नए सिरे से मेरिट तैयार की जाएगी उसमें भी नेट और जेआरएफ के स्टूडेंट्स को प्रियॉरिटी दी जाएगी। मेरिट लिस्ट में उनका नाम टॉप पर ही होगा। उनको सीईटी से छूट दी गई है। ऐसे में उनके में सीईटी के मार्क्स नहीं जोड़े जाएंगे। लेकिन अब नए सिरे से मेरिट तैयार करने में आरयू को काफी टाइम लगेगा। इस नई कवायद से एक बार फिर रजिस्ट्रेशन प्रोसेस के शुरू होने पर ब्रेक लग गया है। सभी आवेदक स्टूडेंट्स के पहले सीईटी के मार्क्स खंगाले जाएंगे फिर नॉर्मेलाइजेशन के आधार मेरिट तैयार की जाएगी।