बरेली(ब्यूरो)। एमजेपीआरयू ने पीजी की मुख्य परीक्षा के फार्म आनलाइन भरने का शेड्यूल जारी करते हुए 30 अप्रैल से आवेदन भरने को कहा था। सैटरडे, संडे के बाद मंडे दोपहर तक छात्र आनलाइन आवेदन नहीं कर सके। वहीं समस्या का निस्तारण करने के लिए कई बार हेल्प लाइन डेस्क से भी संपर्क करने पर निस्तारण नहीं हुआ। जिसके बाद कई छात्र अपनी समस्या लेकर परीक्षा नियंत्रक कार्यालय भी पहुंचे। जहां मौजूद बाबुओं ने समस्या का समाधान कराया। एमजेपीआरयू ने आनलाइन सिस्टम के लिए नोएड़ा कि एक्सङ्क्षपडियस एजेंसी को इस बार लगभग दोगुनी दर पर काम का जिम्मा दिया है। जिससे व्यवस्था बनने की जगह और बिगड़ती जा रही है। नई एजेंसी ही छात्रों के लिए ज्यादा परेशानी का सबब बन गई।

सछास ने डिप्टी रजिस्ट्रार को दिया ज्ञापन
छात्रों को आनलाइन फार्म भरने में हो रही दिक्कतों का निस्तारण करने के लिए समाजवादी छात्र सभा के पदाधिकारी विश्वविद्यालय में परीक्षा नियंत्रक को ज्ञापन देने पहुंचे। यहां परीक्षा नियंत्रक के न मिलने पर सभी ने उनके कक्ष के बाहर धरना प्रदर्शन किया। मामले की जानकारी पर पहुंचे डिप्टी रजिस्ट्रार को ज्ञापन दिया। ज्ञापन के माध्यम से बताया कि उचित समाधान की मांग व चेतावनी दी गई कि यदि छात्रों की समस्याओं का निराकरण तत्काल नहीं किया गया तो सछास आंदोलन के लिए बाध्य होगी। जिसकी जिम्मेदारी विवि प्रशासन की होगी। सभी ने बीए तृतीय वर्ष की परीक्षा शुल्क में सात सौ रुपए की वृद्धि को वापस लिए जाने, प्राइवेट परीक्षा फार्म जल्द जारी किए जाने, विवि की वेबसाइट में तकनीकी खराबी से छात्रों को परीक्षाफार्म भरने में हो रही समस्याओं का सुधार किए जाने की मांग की। विवि में धरना देने वालों में समाजवादी छात्र सभा के जिलाध्यक्ष मुकेश यादव, महासचिव विक्रांत ङ्क्षसह, युवजन सभा के जिलाध्यक्ष गजेंद्र पटेल, बाबा साहब वाहिनी के जिलाध्यक्ष करन ङ्क्षसह, जिला उपाध्यक्ष रितेश यादव, आकाश यादव, रितेश जौहरी, रूपेंद्र ठाकुर, आजिम अली आदि रहे।

एमजेपीआरयू के द्वारा आनलाइन परीक्षा फार्म में पिछले वर्ष 2020-21 में छात्रों से यह लिया गया था शुल्क
बीए प्रथम वर्ष - 1250 रुपए
बीए द्वितीय वर्ष - 1050 रुपए
बीए तृतीय वर्ष - 1350 रुपए
एमए प्रथम वर्ष - 1250 रुपए
एमए द्वितीय वर्ष - 1550 रुपए

छात्रों को फार्म भरने में हो रही समस्याओं का निस्तारण तुरंत कराया जा रहा है। छात्रों की सुविधा के लिए हेल्प डेस्क व आनलाइन मेल दोनों तरह से प्राप्त हो रही सूचनाओं को निस्तारित किया जा रहा है।
- अशोक कुमार अरङ्क्षवद, परीक्षा नियंत्रक