- ट्रैफिक पुलिस की सख्ती के बावजूद लापरवाही कर रहे बरेलियंस, जोखिम में डाल रहे जान
- मंडे को शहर में 37 जगहों पर हुई चेकिंग के दौरान काटे गए 186 चालान, एक वाहन भी किया सीज
बरेली। ट्रैफिक रूल्स को लेकर पुलिस अधिकारी व यातायात पुलिस लगातार बरेलियंस को कैंपेनिंग कर अवेयर कर रहे हैं। इसके बावजूद लोग लापरवाही बरतने से बाज नहीं आ रहे हैं। कभी बिना हेल्मेट तो कभी बिना बीमा और सील्ट बेल्ट लगाए ही शहर की सड़कों पर फर्राटा भर रहे हैं। ऐसे में पुलिस को भी मजबूर ट्रैफिक रूल्स का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करनी पड़ती है। वहीं कुछ लोग लापरवाही के चलने गंभीर हादसों का शिकार होकर अपनी जान भी गंवा देते हैं। बरेली मंडल की बात करें तो चारों जिलों में बरेलियंस ट्रैफिक रूल्स की सबसे ज्यादा धज्जियां उड़ा रहे हैं।
बरेलियंस सबसे ज्यादा लापरवाह
मंडे को जिले में 37 जगहों पर ट्रैफिक पुलिस ने वाहन चेकिंग अभियान चलाया। ऐसे में इन प्वाइंट्स पर चेकिंग के दौरान ट्रैफिक पुलिस ने 1,615 वाहन चेक किए। जिनमें 186 लापरवाह लोगों के चालान काटे गए। वहीं एक वाहन को सीज भी कर दिया। इस दौरान 84,600 रुपये का शमन शुल्क भी वसूला।
रेंज में बदायूं सबसे ज्याद अवेयर।
बदायूं में पिछले कुछ दिनों सीरियस क्राइम के कई मामले सामने आ चुके हैं। लेकिन यहां के लोग ट्रैफिक रूल्स को लेकर रेंज के अन्य जिलों में सबसे ज्यादा अवेयर हैं। मंडे के चेकिंग अभियान के आंकड़ों के मुताबिक यहां 49 प्वाइंट्स पर हुई चेकिंग के दौरान सिर्फ 61 वाहनों के चालान ही काटे गए। वहीं एक वाहन सीज कर शून्य शमन शुल्क भी वसूला।
लगातार किया जा रहा अवेयर।
ट्रैफिक मंथ के दौरान एसपी ट्रैफिक राम मोहन सिंह जिले में अलग-अलग जगह जाकर कैंपेनिंग के दौरान बरेलियंस को अवेयर कर रहे हैं। उन्हें ट्रैफिक रूल्स समझाने के साथ ही उनका उल्लंघन करने पर कार्रवाई की भी चेतावनी दी जा रही है। लेकिन लोग मानने का नाम नहीं ले रहे। शहर की ट्रैफिक व्यवस्था सुधारने के लिए लगातार नई-नई रणनीतियां भी बनाई जा रही है, लेकिन लापरवाह लोग उन पर पलीता लगाने से बाज नहीं आ रहे।
मंडे को मंडल में वाहन चेकिंग
डिस्ट्रिक्ट चेकिंग प्वाइंट्स चेक किए वाहन चालान सीज शमन शुल्क
बरेली 37 1615 186 1 84,600
बदायूं 49 358 61 1 0
पीलीभीत 52 186 170 2 2,500
शाहजहांपुर 72 794 161 0 1,000
ट्रैफिक रुल्स को लेकर लगातार लोगों को जागरूक किया जा रहा है। इसके बावजूद लगातार लापरवाही देखने को मिल रही है। लापरवाही करने वालों के खिलाफ कार्रवाई भी की जा रही है।
- राजेश कुमार पांडेय, आईजी