-राहुल की धमकी से डर गए थे लोग
-राहुल और उसके पिता को पुलिस ने किया गिरफ्तार
>BAREILLY: नितिन चीखता रहा, हाथ जोड़ता रहा, कई दरवाजों पर मदद के लिए भी गया लेकिन किसी ने दरवाजा नहीं खोला। मोहल्ले के लोग तमाशा देखते रहे और राहुल नितिन पर ताबड़तोड़ चाकू के वार करता रहा। आखिरकार नितिन ने दम तोड़ ही दिया। ये बात पड़ोसी दबी जुबान में खुद बता रहे हैं। पड़ोसियों का कहना है कि राहुल ने लोगों को धमकी दी थी कि अगर कोई उसे बचाने आया तो उसका भी यही हाल करेगा। उसके बाद वह आराम से स्कूटी पर बैठकर फरार हो गया था। पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर राहुल और उसके पिता अशोक पाठक को गिरफ्तार कर ि1लया है।
क्या घर के अंदर हुआ थ्ा झगड़ा
पड़ोसियों ने बताया कि तरुण के घर में आरोपी राहुल का नितिन से झगड़ा हुआ था। राहुल हंटर लेकर आया था। जब राहुल हमला कर रहा था तब तरुण और उसकी पत्नी गिड़गिड़ा रहे थे और कह रहे थे राहुल नितिन को छोड़ दो। उसके बाद अचानक नितिन घर के बाहर निकल आया। राहुल ने फिर नितिन पर चाकू से वार करना शुरू कर दिया। नितिन भागते-भागते कई बार गिरा और सभी के दरवाजे पर मदद के लिए गया लेकिन कोई नहीं आया। मौके पर काफी दूर तक पड़ा खून भी यही बताता है। पड़ोसियों ने बताया कि रात में हंटर बाहर पड़ा था जिसे पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया है।
घर पहुंचकर भागने को कहा
वहीं राहुल की दादी और किरायेदारों ने बताया कि अचानक राहुल स्कूटी लेकर आया और बोला कि ताला लगाकर घर से निकलो। उसके बाद वह स्कूटी से फरार हो गया। वहीं दादी ने बताया कि वारदात से कुछ देर पहले नितिन समेत तीन लोग आए थे। जिन्होंने उसके पिता और बहन के साथ जमकर गाली-गलौच की थी। पुलिस के मुताबिक राहुल वापस आया तो उसकी बहन ने उसे सब बता दिया। इससे राहुल को गुस्सा आ गया और वह नितिन की हत्या के लिए तरुण के घर पहुंच गया।
दूसरी गली में खड़ी है गाड़ी
पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर राहुल के पिता को अरेस्ट कर लिया है। राहुल की लोकेशन दिन में रामपुर में मिल रही थी, देर रात पुलिस ने उसे भी मिलक रामपुर से गिरफ्तार कर लिया। राहुल ने पुलिस को बताया कि किराये के मकान को लेकर झगड़ा हुआ था। वारदात से पहले नितिन अपने दोस्तों के साथ उसके घर आया था और पिता और बहनों के साथ गाली-गलौच की थी। इसी गुस्से में आकर उसने गुप्ती से नितिन का मर्डर कर दिया। इसके अलावा राहुल की गाड़ी उसके घर से कई गली छोड़कर एक गली में खड़ी है। राहुल ट्रैवल एजेंसी का भी काम करता था। वहीं नितिन को पुलिस ने एंबुलेंस से हॉस्पिटल पहुंचाया था। जब डॉक्टरों ने नितिन को मृत घोषित कर दिया था तब पुलिस ने होमगार्ड एंबुलेंस में बैठाकर बॉडी मार्चरी के लिए भेजी थी लेकिन तरुण व अन्य बॉडी को नितिन के घर लेकर पहुंच गए थे।