- हज के लिए फॉर्म भरने की अंतिम डेट 15 मार्च

- पासपोर्ट बनने में देरी से जायरीनों की बढ़ी परेशानी

- 15 मार्च के बाद जारी होने वाले पासपोर्ट से जायरीन नहीं जा पाएंगे हज

BAREILLY: हज को लेकर सभी जायरीन तैयारियों में जुट गए हैं, लेकिन कुछ जायरीन ऐसे भी हैं, जिनकी हज यात्रा पर ब्रेक लग सकता है। इसके पीछे रीजन है, उनका पासपोर्ट बनने में हो रही देरी। दरअसल हज के लिए फॉर्म भरने की डेट अगले मंथ तक ही है, लेकिन अभी तक हजारों जायरीन के पासपोर्ट नहीं बन सके हैं। बिना पासपोर्ट डिटेल फिल किए बिना जायरीन फॉर्म जमा नहीं कर सकते हैं। लिहाजा पासपोर्ट के अभाव में हज करने को सोच रहे जायरीन के सपनों पर पानी फिर सकता है। वहीं जनरल कोटे से इतनी जल्दी पासपोर्ट बनवा पाना मुमकिन नजर नहीं आ रहा है। ऐसे में मैक्सिमम लोग तत्काल कोटे से ही पासपोर्ट बनवाना ठीक समझ रहे हैं।

15 March last date

हज फॉर्म भरने की लास्ट डेट 15 मार्च है। फिलहाल डेट बढ़ने की कोई संभावना नहीं है। भरे हुए फॉर्म हज कमेटी लखनऊ में 15 मार्च तक जमा करने हैं। हज कमेटी की मानें तो फॉर्म में पासपोर्ट की डिटेल भरनी होती है इसलिए जिन लोगों के पासपोर्ट 15 मार्च तक जारी नहीं होंगे, वे हज पर नहीं जा पाएंगे। ऐसे में जायरीनों के जहन में इस बात का डर है कि उनके पासपोर्ट टाइम पर जारी नहीं हुए तो उनकी हज यात्रा पर ब्रेक लग जाएगा। तत्काल कोटे की बात छोड़ दें तो जनरल कोटे से पासपोर्ट बनवाने में एक महीने से ज्यादा का टाइम लगता है।

जाते हैं हजारों जायरीन

पूरे कंट्री से 1 लाख 27 हजार जायरीन हज को जाते हैं। इनमें से यूपी से लगभग 26,000 और बरेली के करीब 1,000 जायरीन होते हैं। हज पर जाने के लिए पासपोर्ट, आईडी प्रूफ और शपथ पत्र जायरीन को देने होते हैं। कमेटी का कहना है कि शपथ पत्र उन्हीं लोगों से लिया जाता है जो जत्थे के साथ हज जाते हैं।

Download कर सकते हैं form

जायरीन सिटी में बनाए गए सेंटर्स या फिर राज्य हज समिति की वेबसाइट से हज आवेदन फॉर्म डॉउनलोड कर सकते हैं। प्रजेंट टाइम में जिला अल्प संख्यक कल्याण विभाग और राज्य हज समिति के सदस्य सरफराज वली खान सैलानी से फॉर्म प्राप्त किए जा सकते हैं। जायरीन www.uphajcommittee.com एवं हज कमेटी ऑफ इंडिया मुम्बई की वेबसाइट www.hajcommittee.com पर जाकर फॉर्म डॉउनलोड कर सकते हैं।

खोला गया enquiry centre

पासपोर्ट से रिलेटेड जानकारी के लिए पासपोर्ट डिपार्टमेंट में इंक्वॉयरी सेंटर खोला गया है। हज नोडल अधिकारी नवीन चंद्र बिष्ट को बनाया गया है। ऑफिसर्स का कहना है कि जायरीन कोई भी प्रॉब्लम होने पर सेंटर से इंक्वॉयरी कर सकते हैं।

कोटा बढ़ाने की बात

जायरीन के बढ़ते प्रेशर को देखते हुए पासपोर्ट डिपार्टमेंट एप्लीकेंट्स का कोटा बढ़ाने की भी बात कर रहा है। पासपोर्ट के लिए डेली ब्00 एप्लीकेंट्स को अप्वॉइंटमेंट दिया जा रहा है। इनमें से फ्00 जनरल, भ्0 तत्काल और भ्0 सीनियर सिटीजन व ऐसे बच्चों का जिनके मां बाप का पासपोर्ट पहले जारी हो चुका है। लेकिन हज के लिए फॉर्म की डेट पास होने से पासपोर्ट के लिए जायरीन की भीड़ बढ़ती जा रही है। ऑफिसर्स की मानें तो जरूरत पड़ने पर तत्काल कोटे की सीट बढ़ाकर पासपोर्ट बनाए जाने का काम किया जाएगा।

हज का पहला जत्था सितम्बर में जाने का अनुमान है। अभी डेट फाइनल नहीं हुई है। फॉर्म भरे जाने की डेट बढ़ने की फिलहाल कोई उम्मीद नहीं है।

नाजिम बेग, प्रेसीडेंट, बरेली हज सेवा समिति

मैक्सिमम लोगों के पासपोर्ट बन सके इसके भरसक प्रयास किए जा रहे हैं। हज के लिए जाने वाले सीनियर सिटीजन को प्रियॉरिटी पर रखा गया है।

नवीन चंद्र बिष्ट, असिस्टेंट पासपोर्ट ऑफिसर

डिपार्टमेंट से हज फॉर्म दिए जा रहे हैं। एक फॉर्म से मैक्सिमम भ् लोग अप्लाई कर सकते हैं। जायरीन को फार्म फ्री दिए जा रहे हैं।

जगमोहन सिंह, डिप्टी डायरेक्टर, जिला अल्पसंख्यक कल्याण विभाग