- प्राइवेट नहीं सरकारी बैंक के पासबुक से बनेंगे पासपोर्ट
- नई व्यवस्था के बाद सरकारी बैंकों में ओपेन हो रहे एकाउंट
- हर महीने करीब 7,000 एप्लीकेंट्स को जारी होते है पासपोर्ट
BAREILLY: पासपोर्ट डिपार्टमेंट का प्राइवेट बैंक से भरोसा उठा चुका है। शायद यही वजह है कि अब पासपोर्ट के लिए प्राइवेट बैंक का पासबुक ही मान्य नहीं होगा। अगर आप भी पासपोर्ट के लिए आवेदन करने जा रहे हैं तो सरकारी बैंक में अपना एकाउंट खुलवा लीजिए। क्योंकि मिनिस्ट्री ऑफ एक्सटर्नल अफेयर्स की ओर से जारी नई गाइडलाइंस में सिर्फ सरकारी बैंकों के ही पासबुक पासपोर्ट के लिए मान्य होंगे। इसके बाद तो एकाउंट खुलवाने के लिए गवर्नमेंट बैंक में लोगों की लंबी-लंबी लाइन देखी जा रही है। हालांकि अधिकारी इसके पीछे सिक्योरिटी परपज का हवाला दे रहे हैं।
ख्म् बैंकों को मान्यता
मिनिस्ट्री ऑफ एक्सटर्नल अफेयर्स ने पासपोर्ट के लिए ख्म् सरकारी बैंकों के पासबुक को मान्यता दी है। मंत्रालय से निर्देश मिलने के बाद पासपोर्ट डिपार्टमेंट ने नई व्यवस्था लागू भी कर दी है। अब डिपार्टमेंट सिर्फ सरकारी बैंक्स के पासबुक ही एक्सेप्ट कर रहा है। प्राइवेट बैंक के पासबुक लगाने वाले अप्लीकेंट्स के फॉर्म लौटाए जा रहे हैं। पासपोर्ट डिपार्टमेंट के ऑफिसर्स के मुताबिक पासपोर्ट के लिए मैक्सिमम अप्लीकेंट्स वोटर आईडी कार्ड के बाद बैंक पासबुक ही एड्रेस प्रूफ के तौर पर इस्तमाल करते रहे हैं।
पहले था मान्य
पासपोर्ट ऑफिसर्स ने बताया कि पासबुक की जरूरत एड्रेस प्रूफ के लिए होती है। पासपोर्ट बनवाने के लिए अप्लीकेंट्स फॉर्म भरता है, जिसके साथ ही वे पासपोर्ट फी भी पे करते हैं। बैंक चालान या ई बैंकिंग के जरिए पेमेंट किया जाता है। जब अप्लीकेंट्स एप्वॉइटमेंट के लिए पासपोर्ट सेवा केंद्र (पीएसके) जाता है तो उस टाइम बैंक एकाउंट की पासबुक का फोटो कॉपी मांगी जाती है। अभी तक पासपोर्ट डिपार्टमेंट प्राइवेट बैंक के पासबुक और स्टेटमेंट ले लेता था, लेकिन नई गाइडलाइन में इसके लिए ख्म् सरकारी बैंकों को ऑथराइज्ड किया गया है।
नए आवेदकों पर लागू
आईसीआईसीआई, एक्सिस, एचडीएफसी सहित अन्य प्राइवेट बैंक सेवा से बाहर हो गए हैं। ये नियम सिर्फ नए पासपोर्ट आवेदकों पर लागू होगा, जिन अप्लीकेंट्स के पासपोर्ट इस नियम के पहले प्राइवेट बैंक के पासबुक पर बन चुके हैं। उन्हें कोई प्रॉब्लम्स नहीं होगी। पासपोर्ट ऑफिसर्स का कहना है कि पहले कोई रोकटोक नहीं होने से मैक्सिमम आवेदक प्राइवेट बैंक के पासबुक ही एड्रेस प्रूफ के तौर पर इस्तेमाल करते थे।
सरकारी बैंकों में एकाउंट
मिनिस्ट्री के इस निर्देश के बाद ऑथराइज्ड ख्म् सरकारी बैंकों में एकाउंट ओपेन करवा रहे है। सरकारी बैंक्स के ऑफिसर्स की मानें तो, एकाउंट खुलवाने वालों की संख्या में इजाफा हुआ है। परडे जिन बैंक्स में फ् या ब् नए एकाउंट ओपेन होते थे। अब उन्हीं बैंक्स में एकाउंट ओपेन होने की संख्या म् से अधिक हो गई है।
हर महीने 7 हजार पासपोर्ट
बरेली रीजन के अंतर्गत क्फ् डिस्ट्रिक्ट आते हैं। इन क्फ् डिस्ट्रिक्ट से परडे हजारों की संख्या में पासपोर्ट डिपार्टमेंट की बेवसाइड पर एप्वॉइटमेंट के लिए अप्लाई करते हैं। पासपोर्ट ऑफिसर्स का कहना है कि, सभी डिस्ट्रिक्ट को मिलाकर हर महीने करीब 7 हजार एप्लीेकेंट्स को पासपोर्ट जारी होते है। आने वाले दिनों में यह आंकड़ा और भी अधिक होगा। क्योंकि पासपोर्ट बनवाना एक चलन में आ गया है। पासपोर्ट को लोग स्टेट्स सिम्बल मानते है। इतना ही नहीं पासपोर्ट एड्रेस प्रूफ के तौर पर भी हर जगह मान्य है। जिसके चलते लोग पासपोर्ट को प्रिफर करते है।
इन पासबुक मान्य होगा
क्- बीओबी
ख्- इलाहाबाद बैंक
फ्- आंध्रा बैंक
ब्- बैंक ऑफ इंडिया
भ्- बैंक ऑफ महाराष्ट्र
म्- केनरा बैंक
7- सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया
8- कॉरपोरेशन बैंक
9- देना बैंक
क्0- इंडियन बैंक
क्क्- इंडियन ओवरसीज बैंक
क्ख्- ओरियंटल बैंक ऑफ कॉमर्स
क्फ्- पंजाब नेशनल बैंक
क्ब्- पंजाब एंड सिंध बैंक
क्भ्- सिंडिकेट बैंक
क्म्- यूनियन बैंक ऑफ इंडिया
क्7- युनाइटेट बैंक ऑफ इंडिया
क्8- यूसीओ बैंक
क्9- विजया बैंक
ख्0- आईडीबीआई बैंक लिमिटेड
ख्क्- स्टेट बैंक ऑफ इंडिया
ख्ख्- स्टेट बैंक ऑफ बीकानेरी एंड जयपुर
ख्फ्- स्टेट बैंक ऑफ पटियाला
ख्ब्- स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद
ख्भ्- स्टेट बैंक ऑफ मैसूर
ख्म्- स्टेट बैंक ऑफ त्रावणकोण
पासपोर्ट बनवाने के लिए मिनिस्ट्री ने सरकारी बैंकों के ही पासबुक को मान्य कर दिया है, जबकि पहले प्राइवेट बैंक के पासबुक भी पासपोर्ट के लिए मान्य होते थे। यह पहल सिक्योरिटी परपज से किया जा रहा है। सिक्योरिटी परपज को ध्यान में रखकर मंत्रालय ने ने पूर्व में भी कई बदलाव किए थे।
- नवीन चंद्र विष्ट, असिस्टेंट पासपोर्ट ऑफिसर, बरेली रीजन