ये भी family member से कम नहीं
एनिमल्स इंसानों के अच्छे दोस्त होते हैं, पर जरूरत है कि इंसान बेजुबानों को समझ सकें। सिटी में कुछ लोग ऐसे भी हैं जो पेट्स के लिए क्रेजी हैं, उनके लिए हर कीमत चुकाने को मंजूर हैं। कोई इंपोर्टेड पेट्स के साथ शौक पूरा कर रहा है तो किसी ने खतरनाक ब्रीड से दोस्ती कर ली है।
घर की prominent member है
सिविल लाइंस में रहने वाली रॉनिता डेनियल ने कै ट दिल्ली से मंगवाई है। इस कैट की प्रेजेंट कीमत तकरीबन दो लाख रुपये है। इसका एक दिन का खर्च तकरीबन 100-150 रुपये हैं। यह मिल्क और रेडीमेट कै ट फूड खाती है। रॉनिता ने बताया कि उनके घर में बचपन से कैट रहती थी। उन्होंने यह कैट दिल्ली से मंगाई थी। तब यह कुछ ही दिन की थी। इसे मिल्क सबसे ज्यादा पसंद है। इसे खेलना और घूमना बहुत पसंद है। यह जब भी अकेली होती है तो कहीं भी छुप कर बैठ जाती है। मेरी मदर को यह सबसे ज्यादा पसंद है। इसकी खासियत इसका फर है। अब तो यह घर की प्रॉमिनेंट मेंबर है। इसका नाम जरीन रखा है।
पर्शियन कैट
Rs-2 Lakh
Daily exp-Rs 150
इलमेशियन
Rs-1Lakh
Ht-2.5feet
Wt-60kg
कोबरा का किया encounter
पूजो और चेरी दोनों पूरी मुस्तैदी से अमित और शालिनी के घर की सिक्योरिटी करते हैं। पूजो छह साल पहले यहां आया था, चेरी चार साल से घर में है। अमित ने बताया वह दोनों के पपी घर लेकर आए थे। पूजो तो अब तक कई क ॉम्पिटीशन में विनर भी बन चुका है। हमारा घर कैंट में एकांत जगह पर है। यहां मुझे सिक्योरिटी की ज्यादा जरूरत होती है। इनके साथ रहकर मेरे पूरे दिन की थकान दूर हो जाती है। ये दोनों अब फैमिली मेंबर्स ही हैं।
खेलने के शौकीन हैं दोनों
पूजो और चेरी दोनों ही दो टाइम फुल मील और एक बार मिनी मील लेते हैं। फुल मील में उन्हें एक प्लेट राइस, एक ग्लास मिल्क और सोयाबीन दी जाती है। शाम के समय उन्हें रोटी और एग्स भी देते हैं। इनका एक दिन का खर्च 300 रुपये होता है। ये दोनों ही खेलने के शौकीन होने के साथ वफादार भी हैं। कुछ दिन पहले घर में एक कोबरा निकला था तो हमें पता लगने से पहले ही दोनों ने मिलकर उसका एन्काउंटर कर दिया। ये अच्छे रनर होने के साथ फ्रेंडली भी हैं। इनमें से एक को तो हम अक्सर खुला ही छोड़ते हैं ताकि सिक्योरिटी दे सकें।
ग्रेट डेन
Rs-1.5Lakh
Ht-3.5feet
Wt-60kg
पिज्जा और बर्गर बेहद पसंद
मार्शल को क ोल्ड ड्रिंक, पिज्जा, बर्गर सबसे ज्यादा पसंद है। इसके अलावा नॉनवेज सब्जी, फल, चॉकलेट भी मार्शल को भाता है। कार में बैठकर घूमने के बाद तो यह घर में भी आना भी नहीं चाहता। घर के जिस रूम में एसी चल रहा हो तो उसमें ही सोता है। इसे बॉल से खेलना अच्छा लगता है पर गुस्सा भी बहुत तेज होता है। इसके लिए तो इसे माउथ कवर भी पहनाया जाता है। यह कहना है मार्शल के ओनर शुभम सिन्हा का। सेफ्टी के प्वाइंट ऑफ व्यू से अच्छा होने के साथ ही काफी अट्रैक्टिव भी है।
लंच में आठ रोटी, आधा लीटर मिल्क
शुभम ने बताया यह एक दिन में एक समय की डाइट में 8 रोटी, 500 एमएल मिल्क दिया जाता है। उन्होंने इसे तीन साल पहले लिया था। अब यह पूरी तरह से ट्रेंड हो चुका है। इसने कॉम्पिटीशन में पार्टिसिपेट भी किया है। अब इसकी कीमत एक लाख से ऊपर ही है। इसक ा एक दिन का खर्च 200 रुपये है।
नेपोलियन मैस्टिफ
Rs-3 Lakh
Ht-2.5feet
Wt-80kg
ये है असली टाइगर
टाइगर इसी नाम से बुलाता हूं मैं इसे। पूरे घर का लाडला है यह। पर बाहर वालों के लिए इससे खतरनाक कोई नहीं है। आदेश बाजपेई से जब टाइगर के बारे में बात की तो उन्होंने अपने लाडले के बारें में तमाम बातें शेयर कीं। नेपोलियन मैस्टिफ ब्रीड का डॉग उन्होंने इटली से तीन साल पहले मंगवाया था। उस समय यह तीन लाख रुपये का मिला था। तब से चार डॉग शो का विनर रह चुका है। एक डॉग शो में तो यह पार्टिसिपेंट न होने के बावजूद भी सेंटर ऑफ अट्रैक्शन बना रहा। एक बार शो का चैंपियन बनने के बाद इसकी ब्रीडिंग के लिए 50 हजार तक का ऑफर आया था। इसकी कीमत तो 15 लाख तक लग चुकी है। इसकी प्रतिदिन की डाइट 3 लीटर मिल्क, 1 केजी पनीर और 500 ग्राम पेडेग्री है।
Cat walk में perfect
यह मेरा पेट है। मैंने इसे केवल शौक की वजह से रखा है। यह हमारे घर की सुरक्षा भी करता है। बीच में जब घर में डॉग नहीं था तो बाइक चोरी हो गई। उसके बाद से मैंने फिर डॉगी रखना शुरू कर दिया। टाइगर पर एक दिन की डाइट का खर्च तकरीबन 500 रुपये है। खास बात यह है कि वैसे तो यह बहुत फ्रेंडली है पर जब ओनर कोड वर्ड के साथ तीन बार अटैक बोले तो यह 6 सेकेंड में किसी को भी मार सकता है। यह 5 फीट तक कूद सकता है। इसकी स्पीड 70 किमी पर ऑवर है।
रामपुर हाउंड
रामपुर हाउंड यूं तो देशी ब्रीड है। आदेश बाजपेई को यह गिफ्ट में मिला था। यह देखने में गाय जैसा लगता है। हालांकि, ट्रेंड हाउंड की कीमत तकरीबन एक लाख रुपये है। इसका एक दिन का खर्च 200 रुपये होता है। उन्होंने इसका नाम जैक रखा है।
रॉट वेलर
Rs-1.5 Lakh
Ht-3 feet
Wt-70kg
रॉट वेलर नहीं जॉन कहिए जनाब
सिविल लाइंस में रहने वाले अश्विनी कक्कड़ ने रॉट वेलर पाल रखा है, इसे वह जॉन बुलाते हैं। उन्होंने बताया घर में मैं और मां ही इसके पास जाते हैं। इसके अलावा कोई इसके पास नहीं जाता है। दरअसल, यह बहुत ही वाइल्ड ब्रीड है। इसे पालने के लिए ही पुलिस से परमीशन लेनी होती है। यह अन्जान लोगों के लिए बहुत खतरनाक है। इसे मैं बाइक में बांध कर वॉक कराता हूं। डेढ़ साल पहले मैं इसे घर लाया था। जब यह बैठता है तो अपना पूरा शरीर समेट लेता है। वास्तव में यह हंटिंग डॉग है।
Hunting by nature
यह इतना खतरनाक है कि इसे मैं भैंस वाली चेन से बांध कर रखता हूं। इसका एक दिन का खर्च तकरीबन 400 रुपये है। इसकी एक दिन की डाइट 16 रोटी, 2 लीटर मिल्क और रॉयल कैनॉल का डॉग फूड है। इसे वीक में दो बार नॉनवेज भी देना होता है। मेरे घर में हमेशा क ोई न कोई डॉग रहता है, इसलिए ही मैं इतना वाइल्ड डॉग रखने की हिम्मत जुटा पाया हूं। पर प्यार से इन्हें आसानी से हैंडल किया जा सकता है।
Report by: Nidhi Gupta