परिजनों ने डॉक्टर लगाया लापरवाही का आरोप, हॉस्पिटल में जमकर की तोड़फोड़
हॉस्पिटल प्रशासन ने तोड़फोड़ के साथ मारपीट व लूटपाट का भी लगाया आरोप,
सीसीटीवी फुटेज में बवाल कैद, डॉक्टरों के पैनल से कराया गया पोस्टमार्टम
BAREILLY: सिटी के प्राइवेट हॉस्पिटल में पीएसी के जवान की मौत के बाद जमकर हंगामा हुआ। गुस्साए परिजनों ने हॉस्पिटल के आईसीयू में तोड़फोड़ की और स्टाफ के साथ मारपीट की। परिजनों ने डॉक्टरों पर गलत इंजेक्शन लगाने से मौत का आरोप लगाया है। वहीं हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन ने लापरवाही से मौत को साफ इंकार किया है। बवाल की सूचना पर भारी संख्या में पुलिस फोर्स हॉस्पिटल पहुंचा और मामले को शांत किया। जवान के परिजनों के अलावा हॉस्पिटल प्रशासन ने भी पुलिस को तहरीर दी है। पुलिस ने डॉक्टरों के पैनल से पोस्टमार्टम कराया और वीडियोग्राफी भी करायी गई।
तीसरा इंजेक्शन लगाते ही हालत हुई खराब
ब्क् वर्षीय सरमन लाल मूलरूप से उदैयापुर इंद्रगढ़, कन्नौज का रहने वाला था। वह पीएसी आठवीं बटालियन में कांस्टेबल था। वह पीएसी के ही क्वार्टर में पत्नी सुमनलता और तीन बेटों रविकांत, श्रीकांत और अंकित के साथ रहता था। सरमन के भाई मुन्नालाल ने बताया कि सरमन को अचानक कमर में दर्द हुआ तो उसे पीएसी के व्हीकल से मिशन हॉस्पिटल में इलाज के लिए लाया गया। यहां पर उसे इमरजेंसी वार्ड में एडमिट किया गया। डॉक्टर प्रदीप कुमार ने सरमन का इलाज शुरू किया। डॉक्टर ने दवाइयां दी और लगातार तीन इंजेक्शन नस में लगाए। तीसरा इंजेक्शन लगाते ही भाई बेहोश हो गया। इस बारे में जब डॉक्टर से पूछा गया तो डॉक्टर टाल-मटोल करते रहे और बिना कोई जवाब दिए चले गए। जब परिवार वालों ने हाथ चेक किया तो पता चला कि भाई की मौत हो गई। भाई की मौत डॉक्टरों की लापरवाही से हुई है। परिजनों का आरोप है कि हॉस्पिटल में एडमिट होने के पांच मिनट के अंदर ही उनके भाई की मौत हो गई। इस मौत के बाद सरमन की पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल हो रखा है।
गन छीनने का भी आरोप
मरीज की मौत पर परिजन गुस्से में आ गए। परिजनों ने हॉस्पिटल के आईसीयू में तोड़फोड़ की। यही नहीं स्टाफ के साथ मारपीट की। हॉस्पिटल प्रशासन का आरोप है कि पीएसी के कांस्टेबल मुकीम अहमद व ड्राइवर सत्यपाल समेत पांच अन्य पीएसी के कर्मियों ने हॉस्पिटल के स्टाफ के साथ मारपीट की। सभी ने सिक्योरिटी गार्ड विनीत चौहान को बहुत मारा। उसकी पाकेट से भ्000 रुपये निकाल लिए और चैन भी छीन ली। इसके अलावा आईसीयू के गनमैन नरेंद्र से गन भी छीनने की कोशिश की। अन्य कर्मचारी सचिन गिरी और गौरव सिंह के साथ भी मारपीट की। आईसीयू में भी घुसकर तोड़फोड़ की और स्टाफ के साथ मारपीट की। हॉस्पिटल में मारपीट व तोड़फोड़ की वारदात सीसीटीवी फुटेज में भी कैद हो गई।
बुलानी पड़ी फोर्स
हॉस्पिटल में जवान की मौत के बाद बवाल की सूचना पर पुलिस फोर्स बुलानी पड़ गई। सीओ सिटी फर्स्ट के पहुंचने के बाद एसएचओ कोतवाली व सुभाषनगर की भी पुलिस पहुंची और मामले को शांत किया। परिजनों के आरोप के बाद सीओ ने डॉक्टरों के पैनल से पोस्टमार्टम कराने का आश्वासन दिया। इसके अलावा पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी भी करायी गई। पुलिस ने परिजनों ने इलाज के पुराने डॉक्यूमेंट भी मंगाए हैं। इन सभी डॉक्यूमेंट को पीएम रिपोर्ट के साथ सीएमओ को भेज दिया जाएगा। सीएमओ की जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
पीएसी के जवान के परिजनों ने इलाज में लापरवाही से मौत का आरोप लगाया है। डॉक्टरों के पैनल से पोस्टमार्टम कराया गया है। परिजनों से इलाज के पुराने डॉक्यूमेंट भी मंगाए हैं। सीएमओ की रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
असित श्रीवास्तव, सीओ सिटी फर्स्ट
इलाज में कोई भी लापरवाही नहीं बरती गई है। बीमारी से मौत के बाद परिजनों ने हॉस्पिटल में तोड़फोड़ की और स्टाफ के साथ भी मारपीट की गई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सब कुछ क्लियर हो जाएगा।
डीके वाजपेयी, मेडिकल सुप्रिनटेंडेंट मिशन हॉस्पिटल
पेशेंट का पहले से ही इलाज दूसरे डॉक्टर के पास चल रहा था। नस की जांच भी मेरे द्वारा की गई थीं। सुबह इलाज के लिए आए तो पांच मिनट में ही हालत खराब हो गई। पेशेंट को जीबीएस नाम की बीमारी थी। कॉर्डिअक अरेस्ट से मौत हुई है।
डॉ रामसिंह कुशवाहा, न्यूरो फिजीशियन