पंचायती राज विभाग में 300 सफाई कर्मचारियों के तबादले में रिश्वत के आरोप
BAREILLY:
पंचायती राज विभाग के लिपिकों पर रिश्वतखोरी के आरोप की जांच करने थर्सडे को डीएम सुरेंद्र सिंह अचानक विकास भवन पहुंचे। विभाग में दो लिपिकों पर रिश्वत के लिए 300 से ज्यादा सफाईकर्मियों के तबादले करने के गंभीर आरोप लगे हैं। ट्रांसफर हुए सफाई कर्मचारियों ने दो लिपिकों पर रिश्वतखोरी का आरोप लगाते हुए सुबूत डीएम को सौंपे थे। सीडीओ ऑफिस में डीएम ने विभाग के दोनों आरोपी लिपिकों से एक-एक कर पूछताछ की और उनसे ट्रांसफर करने का आधार जाना। डीएम ने चेतावनी दी है कि अगर भ्रष्टाचार के आरोप अब किसी पर लगे तो वह उसे बर्दाश्त नहीं करेंगे।
यहां भी आरोपी हैं लिपिक
डीएम के औचक इंस्पेक्शन के दौरान विकास भवन के अन्य दफ्तरों में अफरातफरी मची रही। खाली बैठे अधिकारी व कर्मचारी भी फाइलें पलटने लगे रहे। वहीं समाज कल्याण विभाग के तीन लिपिकों पर भी आय से अधिक संपत्ति होने के आरोप लगे हैं। सूत्रों के मुताबिक पेंशन व पारिवारिक लाभ के नाम पर उगाही होती है। यहां भी शिकंजा कसा जा रहा है। डीपीओ विभाग के दो, डीआरडीए विभाग के चार लिपिक व दो अधिकारिक पद पर आसीन लोग भी लपेटे में हैं। भाजपा नेताओं के पास भी इनकी शिकायत पहुंची है। जल्द ही संबंधित आरोपों की जांच कराई जाएगी। अबकी बार चेतावनी नहीं बल्कि दोषियों पर सख्त कार्रवाई किए जाने की संभावना है।
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