नवाबगंज में हरदुआ किफायतुल्लाह गांव पंचायत ने किया फैसला

नवाबगंज : कानपुर स्थित मकनपुर शरीफ के जिया मियां के लिए अपशब्द कहना एक परिवार को महंगा पड़ गया। पंचायत ने उस परिवार का हुक्का-पानी बंद करने का फरमान जारी कर दिया। इतना ही नहीं परिवार के लोगों को किसी भी वैवाहिक कार्यक्रम में बुलाया जाएगा, और न ही दुकानदार उन्हें राशन बेचेंगे।

मियां की शान में की गुस्ताखी

कस्बे से सटे गांव हरदुआ किफायतुल्लाह निवासी हाजी सगीर अहमद अपने परिवार के साथ रहते हैं हैं। गांव में मुस्लिम समुदाय के अधिकांश लोग मकनपुर शरीफ जनपद कानपुर के जिया मियां के मुरीद हैं। हाजी सगीर अहमद का परिवार भी मियां का मुरीद है। जबकि गांव के अन्य मुरीदो का आरोप है कि हाजी सगीर अहमद के बेटे रईस अहमद ने दो दिन पहले मियां की शान में कुछ गुस्ताखी कर डाली।

पंचायत में नहीं पहुंचे

इस बात को लेकर गांव में आक्रोश था। संडे गांव के अनवार अहमद, चुन्ने शाह, इस्माईल, मौलाना अहसान, मुन्नेशाह, उस्मान शाह, कौसर शाह रईस अहमद व मुराद अहमद मिस्त्री की मौजूदगी में सुबह सात बजे मस्जिद मे पंचायत हुई। पंचायत में रईस अहमद व उनके पिता को पंचायत मे बुलाया गया था। दोनों लोग पंचायत मे शामिल होने नही पहुंचे। कुछ लोग उन लोगों को उनके घर भी बुलाने के लिए पहुंचे लेकिन पंचायत मे आने से साफ मना कर दिया।

फिर सुना दिया फरमान

नाराज पंचो ने मस्जिद से हाजी सगीर अहमद के पूरे परिवार का हुक्का-पानी बंद करने का ऐलान कर दिया। रविवार को गांव के एक शिक्षक की बहन के वैवाहिक कार्यक्रम मे हाजी सगीर अहमद के पूरे परिवार को दावत नही दी गई। इतना ही नहीं गांव के सभी दुकानदारो ने उस परिवार को सामान देने पर पाबंदी लगा दी। दुकानदारों का कहना है कि यदि हमने उस परिवार को सामान दिया तो पंचायत हमारा भी हुक्का पानी बंद कर देगी। इस मामले में रईस अहमद का कहना है कि उनका परिवार भी मियां का मुरीद है उन्होने मियां की शान मे कोई गुस्ताखी नही की है। मकनपुर से मियां को बुलाया गया है। मियां के सामने ही पंचायत मे जो फैसला होगा, उसे हम उसे मानने को तैयार हैं।