कम पड़े 20 हजार

करगैना निवासी प्रशांत सक्सेना ने बताया कि वह एक मोबाइल कंपनी में सेल्स मैनेजर हैं। बरेली में कंपनी का सर्विस स्टेशन है। वेडनसडे मॉर्निंग वह सर्किट हाउस के पास स्थित आईसीआईसीआई ब्रांच में एक लाख रुपए जमा करने जा रहे थे। उन्होंने अपनी कार के डेस्क बोर्ड के ऊपर ही 80 हजार रुपए रखे थे। 20 हजार रुपए कम होने के कारण वह आईडीबीआई बैंक के एटीएम से रुपए निकालने गए। एटीएम से रुपए निकालकर उन्होंने कार के डेस्क बोर्ड पर ही रख दिया। उन्होंने ड्राइविंग साइड की तरफ का शीशा खोला और अंदर बैठकर कार स्टार्ट करने लगे।

रुपए निकालकर भागने लगा

कार स्टार्ट करने के दौरान उनकी चाबी अचानक कार के अंदर गिर गई। जैसे ही वह चाबी उठाने के लिए नीचे झुके, इतने में कार्तिक ने खिड़की से हाथ डालकर डेस्क बोर्ड पर रखे रुपए उठाए और भागने लगा। प्रशांत ने तुरंत शोर मचाना शुरू कर दिया। शोर सुनकर पास के शोरूम में मौजूद राजू व वीरेंद्र ने कार्तिक का पीछा किया और उसे रंगे हाथ पकड़ लिया। वहां पर काफी संख्या में लोग इकट्ठा हो गए और कार्तिक की जमकर धुनाई की। इसके बाद उसे पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस कार्तिक को कोतवाली में ले आई। कार्तिक तमिलनाडु का रहने वाला है इसलिए हिंदी में बातचीत नहीं कर पा रहा है। इंग्लिश में पूछने पर उसने बताया कि वह ट्रेन से आया था। वह क्रश बोतल उठाने का काम करता है।

पॉश एरिया भी नहीं सुरक्षित

सर्किट हाउस के पास पुलिस अधिकारियों के आवास हैं। सरकारी दफ्तर हैं। इसके वाबजूद यहां आए दिन कोई न कोई वारदात सामने आती है। इनसे यहां की सुरक्षा व्यवस्था पर सवालिया निशान खड़े हो गए हैं। पिछले महीने भी सर्किट हाउस के पास व्यापारी से दिन दहाड़े बदमाशों ने दो लाख रुपए लूट लिए थे। इसके अलावा करीब तीन महीने पहले यहां रिक्शे से जा रही महिला से बदमाशों ने जेवरात ठग लिए। बदमाशों ने खुद को पुलिस बताया था।