बरेली(ब्यूरो)। सडक़ निर्माण को लेकर जिम्मेदारों की लापरवाही पब्लिक पर भारी पड़ रही है। यह आलम तब है जब शासन की ओर से खस्ताहाल सडक़ों की मरम्मक करने के निर्देश दिए गए है। लेकिन, शहर के पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारी निर्देश का कितना संज्ञान ले रहे हैं। इसकी हकीकत कुदेशिया फाटक रोड की खस्ताहाल हालात देखकर पता चल रही है। यहां फाटक पर कई माह से गड्ढा को गिट्टी डालकर भर दिया है लेकिन, फाटक से अलखनाथ व इज्जतनगर की तरफ की खस्ताहाल सडक़ को उसी के हाल पर छोड़ दिया गया है। इससे राहगीरों का खासा परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
बारिश से बढ़ेगी समस्या
इस रोड के हालात इतने खस्ताहाल है कि राहगीरों को थोड़ी से दूरी तय करने के लिए भी काफी मशक्कत करनी पड़ती है। मानसून दस्तक दे चुका है। लेकिन, जिम्मेदारों की अनदेखी के कारण बरसात में यहां की कंडीशन और भी खराब होने की संंभावना बनी हुई है।
जिम्मेदार बने अंजान
कुदेशिया फाटक की देखरेख की जिम्मेदारी पीडब्ल्यूडी विभाग की है। बीते कई माह से इसकी मरम्मत नहीं होने से अब जर्जर अवस्था में पहुंच गई है। आए दिन लोग गिरकर चोटिला हो रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि सडक़ बनाने के लिए कई बार जनप्रतिनिधियों के साथ पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारियों से शिकायत की गई लेकिन अब तक कोई असर नहीं दिखा।
मंदिर तक पहुंचना होगा मुश्किल
14 जुलाई यानी थर्सडे से श्रावण भी प्रारंभ हो रहा है। अब तक सडक़ की बदहाली दूर नहीं होने से अलखनाथ मंदिर आने वाले कांवडिय़ों के जत्थे को परेशानी होनी तय है। जबकि वर्षा और श्रावण मास को देखते हुए सभी खस्ताहाल सडक़ों के मरम्मत के निर्देश दिए गए हैं। लेकिन अधिकारी इसे गंभीरता से लेते हुए नजर नहीं आ रहे हैैं। यहां तक कि जनता द्वर की गई शिकायतों पर भी कोई एक्शन नहीं लिया जा रहा है।
पब्लिक टॉक
जिम्मेदारों को पब्लिक की समस्या को समझते हुए समय से समाधान करना चाहिए। खराब सडक़ की वजह से हादसा होने की संभावना बनी रहती है।
-खेमराज
सडक़ पर अधिक गड्ढे होने से वाहन की समय से पहले सर्विस करानी पड़ती है। साथ ही यहां से गुजरने पर परेशानी भी उठानी पड़ती है, इस समस्या को समाधान की जरूरत है।
-सचिन
वर्जन
कुदेशिया फाटक रोड पर काम शुरू करा दिया गया है, अगले 48 घंटें के अंदर सभी गड्ढों को भरने के साथ मरम्मत करने का काम पूरा कर लिया जाएगा।
-नरायण ङ्क्षसह, एक्सईएन, पीडब्ल्यूडी विभाग