कैसे देंगे मिड सेम एग्जाम?

बीटेक के डिफ रेंट स्ट्रीम्स में सितंबर में ही मिड सेम एग्जाम होने हैं। आम तौर पर मिड सेम एग्जाम से पहले क्लास में आधे से ज्यादा कोर्स पढ़ा दिया जाता है। इससे स्टूडेंट्स क ो एग्जाम्स की प्रिप्रेशन में आसानी रहती है पर इस बार तो इतना कोर्स भी पूरा नहीं हुआ कि स्टूडेंट्स मिड सेम की तैयारी कर सकें। स्टूडेंट्स की मानें तो इसका सबसे ज्यादा नुकसान फ्रेशर्स क ो होगा। उन्हें न तो कोर्स पूरा करने के लिए क ोई बाहरी गाइडेंस मिलनी है और न ही वह अभी डिपार्टमेंट में इतना फ्रेंडली हो पाए हैं।

एक हफ्ते से क्लासेज नहीं

एमसीए के स्टूडेंट्स की कंडीशन तो कुछ ज्यादा ही खराब है। लास्ट वन वीक से स्टूडेंट्स तो क्लास में पहुंच रहे हैं पर टीचर्स के न आने से कोई भी क्लास नहीं लग रही है। ऐसे में स्टूडेंट्स क ो क ोर्स पूरा करने की टेंशन अब ज्यादा बढऩे लगी है। स्टूडेंट्स के पास कोर्स कंप्लीट करने के लिए क्लासेज के अलावा कोई जरिया नहीं है। अगर इस बार क्लास नहीं हुई तो क्लियर पास होना भी मुश्किल हो सकता है।

अभी तो दशहरा-दीवाली भी बाकी

यूनिवर्सिटी में एडमिशन के बाद पढ़ाई के लिए मिड जुलाई से सितम्बर का ही समय एक मुश्त मिलता है। उसके बाद अक्टूबर, नवंबर का समय तो दशहरा, दीवाली की छुट्टियों में बीत जाता है। वहीं उसके बाद स्टूडेंट्स प्रैक्टिकल और प्रोजेक्ट वर्क में भी बिजी हो जाते हैं पर प्रेजेंट सेशन में जुलाई और अगस्त का समय सिटी में चल रहे कफ्र्यू की वजह से बिना क्लास के बीत गया। यूनिवर्सिटी के सभी डिपार्टमेंट्स में क्लासेज सितंबर से शुरू हो पाई हैं पर पढ़ाई शुरू होने के बाद टीचर्स की हंगर स्ट्राइक ने कोर्स कंप्लीट करना ही मुश्किल कर दिया है।

यूनियन इलेक्शन भी तो हैं

आरयू में इस समय स्टूडेंट्स यूनियन के इलेक्शन को लेकर स्टडीज डिस्टर्ब हो रही हैं। यूनियन के छात्र नेता कई बार इलेक्शन कैंपेनिंग के लिए क्लास के बीच में ही आ जाते हैं। यही वजह है कि कैंपस में चुनावी माहौल के चलते स्टूडेंट्स कॉलेज आने में कतराते हैं।

यूनिवर्सिटी में सभी क्लासेज चल रही हैं। गेस्ट फैकल्टीज भी क्लासेज ले रही हैं। जो टीचर्स स्ट्राइक कर रहे हैं, उन्हें क्लास लेने के लिए निर्देशित किया गया है। ताकि स्टूडेंट्स का कोई नुकसान न हो।

-प्रो। मोहम्मद मुजम्मिल, वीसी, आरयू

लास्ट वन वीक से रेगुलर क्लासेज नहीं लग रही हैं। इस बार तो कफ्र्यू की वजह से एडमिशन ही लेट हुए थे। पता नहीं कोर्स कै से पूरा हो पाएगा। लगता है कि कोचिंग ज्वाइन करनी पड़ेगी।

-धर्मेंद्र, स्टूडेंट

बीटेक ईआई में तो क्लासेज चल ही नहीं रही हैं। मिड सेम एग्जाम्स होने वाले हैं। कोर्स अभी 20 परसेंट तक नहीं कवर हुआ है। यह तो एक्स्ट्रा क्लासेज से भी पूरा नहीं हो पाएगा।

-वैशाली, स्टूडेंट

अभी एडमिशन हुआ है। वन वीक तक ही क्लास चलीं, उसके बाद फिर से टीचर्स की स्ट्राइक हो गई है। क्लासेज हो ही नहीं रही हैं। कॉलेज आते हैं और घूम-फिर कर चले जाते हैं।

-मधुरेंद्र, स्टूडेंट

पढ़ाई के अलावा यूनिवर्सिटी में सब कुछ होता है। कभी यूनियन इलेक्शन की तैयारी दिखती है, तो कभी टीचर्स की स्ट्राइक हो जाती है। पढ़ाई ही रेगुलर नहीं होती है यहां।

-टिकेंद्र, स्टूडेंट

यूनियन इलेक्शन की वजह से भी क्लास बार-बार डिस्टर्ब हो रही थीं। अब तो टीचर्स की स्ट्राइक शुरू हो गई है, पढ़ाई का तो सवाल ही नहीं उठता। इसलिए ही यूनिवर्सिटी का रिजल्ट खराब होता है।

-संजय, स्टूडेंट