- शासन की ओर से जारी किये गए निर्देश, अपनी वाहिनियों में मिलेगी तैनाती
- जिला पुलिस से च्च्छुक कांस्टेबल और हेड कांस्टेबल के लिए जाएंगे आवेदन, होगी ट्रे¨नग
बरेली : डायल-112 पीआरवी पर अब पीएसी के जवान नजर नहीं आएंगे। डायल-112 पर ड्यूटी कर रहे पीएसी के जवानों को विभाग ने बुलावा भेजा है। मतलब यह कि पीएसी जवान अब मूल तैनाती यानी अपनी वाहिनियों में वापस लौटेंगे। जिला पुलिस सेच्इच्छुक कांस्टेबल और हेड कांस्टेबल से डायल-112 में तैनाती के लिए आवेदन लिये जाएंगे। ट्रे¨नग के बाद तैनाती दी जाएगी। शासन की ओर से आदेश जारी होने के बाद आईजी रमित शर्मा ने कमेटी का गठन कर संबंधित पुलिसकर्मियों की छंटनी के लिए रेंज के चारों जनपदों के कप्तानों को निर्देश जारी किये हैं।
फोर्स की कमी के चलते तैनाती
डायल-112 की शुरुआत के समय फोर्स की कमी के चलते पीएसी के जवानों को गाडि़यों पर तैनात किया गया था। फोर्स की उपलब्धता के बाद अब शासन ने पीएसी के जवानों को अपनी मूल तैनाती में वापसी का निर्देश जारी किया है। इस संबंध में निर्देश जारी होने के बाद आइजी ने कमेठी का गठन कर छंटनी के निर्देश जारी किये। बरेली के लिए एसपी क्राइम सुशील कुमार की अध्यक्षता में कमेटी का गठन कर पुलिसकर्मियों के छंटनी के निर्देश दिए हैं। अब 112 में जाने केच् इच्छुक कांस्टेबल और हेड कांस्टेबलों से आवेदन लिये जाएंगे। एसपी क्राइम की अध्यक्षता में सीओ नवाबगंज, निरीक्षक 112, आरटीओ और निरीक्षक परिवहन संबंधित पुलिसकर्मियों का चयन करेंगे। चयनित पुलिसकर्मियों को 112 की पुलिस लाइन में पूरी ट्रे¨नग दी जाएगी। ट्रे¨नग के लिए सीओ लाइन की अध्यक्षता में टीम गठित की गई है।
रेंज में तैनात हैं करीब 150 पुलिसकर्मी
डायल-112 में रेंज के चारों जनपदों बरेली, शाहजहांपुर, पीलीभीत और बदायूं में पीएसी के करीब डेढ़ सौ पुलिसकर्मी तैनात हैं। इनमें अकेले बरेली में 38 पुलिसकर्मी शामिल हैं। नए कांस्टेबल और हेड कांस्टेबलों की प्रशिक्षण प्रक्रिया पूर्ण करने के बाद धीरे-धीरे कर पीएसी जवानों को उनकी मूल तैनाती में भेजा जाएगा। डायल-112 के लिए जिला पुलिस के नए प्रशिक्षित जवानों को जिम्मेदारी सौंपी जाएगी।
डायल-112 में तैनात पीएसी जवानों को उनकी वाहिनियों में वापस करने का शासन ने आदेश दिया है। इसको लेकर रेंज के चारों जनपदों को निर्देश जारी किये गए हैं। अब पीएसी जवानों के स्थान जिला पच्लिस से इच्छुक कांस्टेबल और हेड कांस्टेबलों का प्रशिक्षण कराकर तैनाती दी जाएगी।
- रमित शर्मा, आईजी