- राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने लगाया है प्लांट, बोले-बिजली से प्लांट चलाने ही अनुबंध
- जेनरेटर से प्लांट चलाने के लिए स्वास्थ्य विभाग जरूरी उपकरण की निजी स्तर पर करेगा व्यवस्था
बरेली: राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) ने 500 लीटर प्रति मिनट क्षमता का ऑक्सीजन प्लांट लगाया था। करीब पांच-छह दिन पहले प्लांट लगकर तैयार हुआ। हाल में ट्रायल लिया तो पता चला कि प्लांट केवल बिजली सप्लाई होने पर ही चल रहा है। जेनरेटर से ऑक्सीजन प्लांट नहीं चल पा रहा है। इसका पता चलने पर स्वास्थ्य महकमे के अधिकारियों ने एनएचएआई से संपर्क किया। इस पर पता चला कि शासन से बिजली से ही प्लांट चलाने का अनुबंध हुआ है। प्लांट से जुड़े तकनीकि अधिकारी भी रवाना हो चुके हैं। एनएचएआई के अधिकारियों ने अब कवायद शुरू कर दी है कि प्लांट को जेनरेटर से कैसे चलाया जाए।
इन स्वास्थ्य केंद्रों पर लगे हैं प्लांट
कोविड-19 की दूसरी लहर में ऑक्सीजन के अभाव के चलते सैकड़ों मरीजों की जान गई थी। तीसरी लहर की आशंका के बाद जिले में कई ऑक्सीजन प्लांट लगे। 300 बेड कोविड अस्पताल में 1000 लीटर प्रति मिनट का प्लांट डीआरडीओ ने लगवाया। वहीं, जिला महिला अस्पताल में 500 लीटर प्रति मिनट ऑक्सीजन बनाने वाला प्लांट लगा। इसके अलावा मीरगंज और बहेड़ी में भी ऑक्सीजन प्लांट तैयार हुए।
जिला अस्पताल में भी होगी सप्लाई
जिला महिला अस्पताल में 550 लीटर प्रति मिनट ऑक्सीजन आपूर्ति क्षमता का प्लांट लग चुका है। खास बात कि इसी प्लांट से जिला अस्पतच्ल के बच्चा वार्ड में भी जरूरत पड़ने पर ऑक्सीजन सप्लाई दी जा सकेगी। जिला महिला अस्पताल में 10 बेड पीकू वार्ड के हैं। वहीं, जिला अस्पताल के बच्चा वार्ड में 29 बेड हैं। आपात स्थिति को देखते हुए आपसी सहमति से यह फैसला स्वास्थ्य महकमे के अधिकारियों ने लिया है।
ऑक्सीजन प्लांट जेनरेटर से नहीं चल रहा है। इसके लिए जरूरी उपकरण लगाया जाएगा। जिससे बिजली कटौती होने पर भी ऑक्सीजन सप्लाई हो सके।
- डा.बलवीर सिंह, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, बरेली