शहर के बाहर आशियाना ढूंढते हैं

शहर की भीड़-भाड़ से दूर, सारी फैसिलिटीज से लैस एक आशियाना अब बरेलियंस को भी अट्रैक्ट कर कर रहा है। बरेलियंस का रुख देखते हुए बिल्डर्स भी इस मौके को हाथ से नहीं जाने देना चाहते। तभी तो बरेली पीलीभीत रोड और नैनीताल रोड के आस-पास नए सिटी नजर आने लगे हैं और यहां बसने का क्रेज भी बरेलियंस में दिख रहा है। दरअसल कंफेडरेशन ऑफ रीयल एस्टेट डेवलपर एसोसिएशन ऑफ इंडिया (क्रेडाई) के ताजा रुझान के बेस पर बरेली की नई तस्वीर सामने आई है।  

शहर का नया चेहरा

कभी सिविल लाइंस और कुतुबखाना के आस-पास का इलाका बरेली का सेंटर प्वॉइंट हुआ करता था मगर वक्त के साथ लाइफस्टाइल बदली। संकरी गलियों और गंदगी से परेशान बरेलियंस ने राजेंद्र नगर, इंद्रा नगर और मॉडल टाउन को सिर आंखों पर बिठाया। मनमाफिक आशियाने के लिए शहर के ये इलाके बरेलियंस की नजर में चढ़ गए मगर अब शहर का एक और नया चेहरा आकार ले रहा है। बरेलियंस भीड़-भाड़ से दूर खुले एरिया को आशियाना बनाने के लिए प्रिफर कर रहे हैं, जहां उन्हें सारी फैसिलिटीज भी मिलेंगी।

6 मंथ में business tripple

बरेली में इन दिनों 70 से ज्यादा छोटे-बड़े रीयल एस्टेट प्रोजेक्ट पर एक साथ काम चल रहा है। आम बजट आने वाला है। हाउसिंग और इंफ्रास्ट्रक्चर पर नए टैक्स लगने की भी आशंका है। वहीं बरेली में अगस्त 2012 में लगे कफ्र्यू के बाद जो रीयल एस्टेट बिजनेस अब तक के निम्नतम स्तर पर पहुंच गया था, वह महज 6 महीने में 3 गुना हो चुका है। शायद बरेलियंस के इस रुझान के चलते शहर के आस-पास के एरिया में रीयल एस्टेट बिजनेस में कई प्रोजेक्ट एक साथ शुरू हो गए हैं। बिल्डर्स के अनुसार मल्टीस्टोरी या ग्रुप हाउसिंग में रुपए लगाने वाले कंज्यूमर्स को 2 से 3 साल में 2 गुना रिटर्न मिल रहा है।

पीलीभीत रोड favourite

नैनीताल रोड पर भोजीपुरा तक 2 दर्जन छोटे बड़े टाउनशिप प्रोजेक्ट चल रहे हैं। इस रूट पर शहर की पहली मेगा सिटी बसाने की तैयारियां भी जोरों पर है। रामपुर रोड पर परसाखेड़ा के आगे तक लैंड पूरी तरह से एक्वायर हो चुकी है। पीलीभीत रोड लोगों को सबसे ज्यादा पसंद आ रही है। हाउसिंग प्रोजेक्ट में बरेलियंस के लिए 1 बीएचके, 2 बीएचके और 3 बीएचके अपार्टमेंट अवेलेबल हैं लेकिन सबसे ज्यादा इंवेस्टमेंट 2 बीएचके अपार्टमेंट में हो रहा है.   

25-35 लाख वाले की मांग

रहने के लिहाज से बरेलियंस को सबसे ज्यादा 25 से 35 लाख रुपए की रेंज के फ्लैट भा रहे हैं। हालांकि फ्लैट्स की मैक्सिमम रेंज 4 बीएचके में है। ये 1 करोड़ से भी ज्यादा रेट में उपलब्ध हैं। बिल्डर्स के अनुसार सबसे ज्यादा इंवेस्टर्स की इंक्वायरी 25 से 35 लाख रेट के फ्लैट्स को लेकर आती है। इंवेस्टर्स का इंटे्रस्ट देखते हुए डेवलपर्स भी इस रेंज में सबसे ज्यादा प्रोजेक्ट उतार रहे हैं।

बरेलियंस के लिए बहुत कुछ  

बरेलियंस का रुख देखते हुए बिल्डर्स ने भी कोर कसर नहीं छोड़ रखी है। शहर से बाहर बस रहे मेगा सिटी में रहने वालों की सुख-सुविधाओं का पूरा ध्यान रखा गया है। स्कूल, हेल्थ सेंटर, डिग्री कॉलेज, शॉपिंग कॉम्पलेक्स, थिएटर और स्वीमिंग पूल सहित हर वह सुविधा लोगों को उपलब्ध करवाई जा रही है, जिनके लिए उन्हें शहर तक मूव करना पड़ता। इतना ही नहीं पीलीभीत बाईपास पर बन रहे हाउसिंग कॉम्पलेक्स में लॉन टेनिस कोर्ट, वाई-फाई बिल्डिंग, जिम, क्लब और 24 ऑवर इलेक्ट्रिसिटी बैक अप प्रोवाइड किया जा रहा है। अपने इंवेस्टर्स को चोरों से महफूज रखने के लिए बिल्डर्स सेंट्रलाइज्ड सीसीटीवी कैमरों से लैस बिल्डिंग तैयार कर रहे हैं।  

Middle class families का interest

प्रॉपर्टी कारोबार से जुड़े लोगों का कहना है कि फ्लैट के बायर्स में सबसे ज्यादा इंवेस्टर मध्यम वर्गीय परिवारों से ही है। एक्सपर्ट का कहना है कि रीयल एस्टेट में इंवेस्टमेंट भविष्य में बेहतर रिजल्ट देने वाला है। बरेली शहर की अधिकांश पॉपुलेशन व्यवसाय से जुड़ी हुई है। एक वक्त पर बरेलियंस रीयल एस्टेट में मैक्सिमम इंवेस्टमेंट के परपज से रुपए लगाते थे। मगर अब हाउसिंग प्रोजेक्ट के एड के साथ न सिर्फ बुकिंग स्टार्ट हो जाती है, बल्कि ज्यादातर बरेलियंस सपनों का आशियाना भी बसा रहे हैं।

सुविधाएं एक नजर में

-सेंट्रलाइज्ड सिक्योरिटी सीसीटीवी कैमरे

-हेल्थ सेंटर, स्कूल, डिग्री कॉलेज, शॉपिंग कॉम्पलेक्स, थिएटर और स्वीमिंग पूल

-टेनिस कोर्ट, वाई-फाई बिल्डिंग, जिम, क्लब और 24 ऑवर इलेक्ट्रिसिटी

बैक अप

 

कहां, क्या है उपलब्ध

-नैनीताल रोड पर भोजीपुरा से पहले शहर का पहला और सबसे बड़ा टाउनशिप प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है।

-रामपुर रोड पर परसाखेड़ा तक लैंड एक्वायर हो चुकी है। एक दर्जन से ज्यादा टाउनशिप प्रोजेक्ट चल रहे हैं।

-पीलीभीत बाईपास पर रिठौरा से आगे हाफिजगंज तक लैंड एक्वायर हो चुकी है। 20,000 मीटर में टाउनशिप चल रही है।

-आईवीआरआई रोड पर हाउसिंग प्रोजेक्ट लगभग कंप्लीट है।

ग्रुप हाउसिंग में लोगों का रुझान सबसे ज्यादा बढ़ रहा है। घर बेचकर लोग ओपेन एरिया में मकान ले रहे हैं। पावर बैक अप, सिक्योरिटी के साथ अदर फैसिलिटी के लिए बरेलियंस नए शहर की तरफ बढ़ रहे हैं।

प्रिंस छाबड़ा, होरिजन बिल्डर्स

बरेली शहर की कुछ बड़ी प्रॉब्लम से निजाद नई बस रही टाउनशिप में मिल रही है। मसलन इलेक्ट्रिसिटी सप्लाई, हवादार साफ सुथरा माहौल, पार्किंग, सिक्योरिटी के स्ट्रांग इंतजाम इंवेस्टर्स को ज्यादा से ज्यादा शहर से बाहर अट्रैक्ट कर रहे हैं।

सर्वजीत बख्शी, ट्यूलिप टॉवर

कफ्र्यू के बाद अचानक रीयल एस्टेट में इंवेस्टमेंट ब्लॉक हो गया था मगर लास्ट 6 महीने में इस बिजनेस ने जम्प किया है। बरेलियंस का रुझान नए बस रहे शहर की तरफ ज्यादा है। ये रुझान इस कदर है कि प्लान के कागजों पर रहते-रहते बुकिंग स्टार्ट हो जाती है।  

अमनदीप, एलायंस बिल्डर्स

Report by: Abhishek.mishraa@inext.co.in