बरेली (ब्यूरो)। मीरगंज क्षेत्र में चार महीनों के अंदर एक के बाद एक लगातार छह महिलाओं की हत्या से क्षेत्र में आतंक का माहौल छाया है। हैरत की बात है कि सभी हत्याओं का पैटर्न लगभग सेम है और महिलाओं अथवा उनके परिजनों की किसी से रंजिश की बात भी अब तक सामने नहीं आई है। इसको लेकर लोगों में आक्रोश पनपने लगा है। वहीं महिलाओं में दहशत का माहौल भी बना हुआ है। थर्सडे को क्षेत्रवासियों का आक्रोश इस कदर फूटा कि वे ट्रैक्टर-ट्रॉली लेकर शेरगढ़ मार्ग पर आ पहुंचे औश्र रोड को जाम कर दिया। बाकायदा ट्रैक्टर-ट्राली व बुग्गी लगाकर पहले रास्ता बंद किया फिर ग्रामीण एकजुट होकर पुलिस के विरुद्ध नारेबाजी करने लगे। आरोप लगाया कि एक लगातार महिलाओं की हत्याएं हो रहीं हैं। बाहर निकलना मुश्किल हो गया है और हत्यारोपित की जल्द से जल्द गिरफ्तारी की मांग की। आक्रोशित भीड़ को समझाने में पुलिस व प्रशासन को तीन घंटे लग गए जिससे अफरा-तफरी का माहौल बन गया। मामले में महिला के जेठ के शिकायती पत्र पर अज्ञात के विरुद्ध हत्या की रिपोर्ट लिख ली गई। दूसरी एफआईआर रोड जाम की लिखी गई है।
यह था मामला
शाही के एक गांव की रहने वाली महिला की बुधवार को उस वक्त हत्या कर दी गई, जब वह अपने खेत पर गई थी। जानकारी तब हुई जब महिला केच् बच्चे स्कूल से आए। मां के न मिलने पर ग्रामीणों संग तलाश शुरू की। घर से करीब 500-600 मीटर दूर स्थित गन्ने के खेत में महिला का शव मिला। उसका गला साड़ी के फंदे से कसा हुआ था। शव अर्धनग्न अवस्था में था जिसके चलते दुष्कर्म की आशंका जताई गई। पता चला कि महिला खेत पर दवा छिडक़ने गई थी। महिला की हत्या की सूचना पूरे क्षेत्र में आग की तरह फैल गई क्योंकि घटनाक्रम चौकाने वाला था। इससे पहले क्षेत्र की पांच महिलाओं को इसी तरह मौत के घाट उतारा गया था। घटना के बाद गांव में आक्रोश पनपने लगा। नतीजा यह हुआ कि गुरुवार को ग्रामीण सडक़ों पर उतर आए। दोपहर एक बजे बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने सडक़ पर उतरकर जब हंगामा शुरू किया तो स्थिति नियंत्रित करने के लिए कई थानों की फोर्स व पीएसी मौके पर भेजी गई। सीओ मीरगंज हर्ष मोदी से बात नहीं बनी तब बहेड़ी सीओ डा। तेजवीर ङ्क्षसह, एसडीएम मीरगंज उदित पवार, तहसीलदार प्रज्ञा ङ्क्षसह को भेजा गया। सीओ डा। तेजवीर ने जैसे-तैसे स्थिति संभाली और ग्रामीण मानें और यातायात सुचारू हो सका। एसडीएम उदित पवार ने बताया कि मृतक आश्रितों की शासकीय मदद के लिए हरसंभव मदद के प्रयास होंगे।
बनाई गई स्लाइड
महिला का गला साड़ी के फंदे से कसा था जिससे पहले ही दिन उसकी गला दबाकर हत्या की बात सामने आ चुकी थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने भी इस पर मुहर लगा दी। दुष्कर्म की आशंका के चलते स्लाइड बनाई गई है। इधर, पोस्टमार्टम के बाद महिला का जब शव गांव पहुंचा तब एहतियात के तौर पर पुलिस व प्रशासन के अफसर मौजूद रहे। अंतिम संस्कार के बाद सभी वापस लौटें। बता दें कि महिला का पति पंजाब में मजदूरी करता है। उसके चर बच्चे हैं।
तारीख दर तारीख हत्याएं
पहली घटना : 05 मई
दूसरी घटना : 17 जून
तीसरी घटना : 30 जून
चौथी घटना : 22 जुलाई
पांचवीं घटना : 09 अगस्त
छठीं घटना : 23 अगस्त
कारण का नहीं चला पता
लगातार घटनाओं के बाद एसएसपी ने जांच के लिए थाना पुलिस के साथ एसओजी भी लगाई है। एसपी क्राइम मुकेश प्रताप ङ्क्षसह के नेतृत्व में एसओजी की टीम जांच में लगी है लेकिन, अभी तक हत्या का कारण सामने नहीं आ सका है। चूंकि, स्वजन का किसी पर कोई आरोप नहीं है। किसी से कोई रंजिश नहीं है। पूर्व की घटनाओं में भी ऐसा ही हुआ। ऐसे में पुलिस को किसी सिरफिरे की करतूत की आशंका है। फिलहाल, घटनाओं से पुलिस भी बैकफुट पर है। कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
महिला के जेठ के शिकायती पत्र पर अज्ञात के विरुद्ध हत्या की एफआईआर लिख ली गई है। दूसरी रिपोर्ट रोड जाम की लिखी गई है। कार्रवाई की जा रही है।
राजकुमार अग्रवाल, एसपी देहात