डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों का विरोध, दो घंटे कार्यबहिष्कार
एक्सपायर इंजेक्शन मामले में दो साथियों को संस्पेंशन से नाराज है कर्मचारी संघ
ओपीडी आधे घंटे के लिए रही बंद, पर्चा काउंटर भी बंद, परेशान रहे पेशेंट्स
BAREILLY: ड्यूटी के दौरान लापरवाही बरतने पर हुई कार्रवाई में सस्पेंड किए गए दो कर्मचारियों का मामला अब तक गर्माया है। मंडे को सावन की पहली बारिश में भी हॉस्पिटल में फोर्थ क्लास कर्मचारियों के विरोध की आग सुलगती रही। साथियों को सस्पेंड किए जाने के खिलाफ कर्मचारियों ने मंडे सुबह भी ओपीडी का गेट बंद रखा। वहीं पर्चा काउंटर की विंडो पर भी कामकाज ठप रहा। इससे हॉस्पिटल में इलाज को आए सैकड़ों पेशेंट्स परेशान रहे। ओपीडी के बाहर मरीजों की लंबी लाइनें लग गई। करीब 8.फ्0 बजे ओपीडी के चैनल खुले तो विरोध के चलते डॉक्टर्स समय पर नहीं पहुंच सके। इससे ओपीडी आधा घंटा देरी से खुली तो पर मरीजों को समय से इलाज नहीं मिला।
दो हफ्तों से विरोध जारी
डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में साथी कर्मचारियों के सस्पेंशन के खिलाफ फोर्थ क्लास कर्मचारियों का विरोध प्रदर्शन दो हफ्तों से जारी है। ख्9 जून को जज की वाइफ को एक्सपायर्ड इंजेक्शन लगाए जाने के मामले में सीएमएस ने वार्ड ब्वॉय और स्वीपर को सस्पेंड कर दिया था। जबकि मामले में लापरवाही के आरोपी डॉक्टर व नर्स के खिलाफ कार्रवाई के लिए रिपोर्ट आला अफसरान को डायरेक्ट्रेट भेज दी गई। इससे भड़के फोर्थ क्लास कर्मचारी आए दिन हॉस्पिटल में विरोध प्रदर्शन कर ओपीडी बंद कर नाराजगी दिखा रहे।
दो घंटे का कायर् बहिष्कार
मंडे को एक बार फिर कामकाज ठप कर विरोध कर रहे कर्मचारियों ने हॉस्पिटल में इलाज व्यवस्था को चरमरा दिया। कर्मचारियों ने सुबह 8 बजे से अपने काम रोक कर सुबह क्0 बजे तक कार्य बहिष्कार किया। इस दौरान पर्चा काउंटर खोलने से लेकर ओपीडी की व्यवस्था व हॉस्पिटल की साफ सफाई की हालत कंडम रही। मरीजों को देर तक लंबी लाइनों में बिना डॉक्टर के इंतजार में खड़ा रहना पड़ा। हालांकि सुबह क्0 बजे के बाद कर्मचारियों ने अपने जिम्मे के कामों को पूरा किया।
पहले विरोध फिर बारिश
डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में मंडे को ओपीडी आए मरीजों पर दोहरी मार पड़ी। पहले कर्मचारियों के कार्य बहिष्कार और विरोध के चलते ओपीडी देरी से खुली और फिर डॉक्टर्स भर देरी से पहुंच सके। वहीं क्क्.ब्भ् बजे से तेज बारिश शुरू होने से कई मरीज ओपीडी तक नहीं पहुंच सकें। हॉस्पिटल में बरेली सहित आस पास के जिलों के भी कई मरीज इलाज के लिए आते हैं। वहीं हफ्ते का पहला दिन होने की वजह से मंडे को मरीजों की तादाद ब् हजार तक पहुंच जाती है। जिन्हे इलाज मिलने में परेशानी हुई।
कर्मचारियों ने दो घंटे कार्य बहिष्कार किया। इससे सुबह ओपीडी थोड़ी देर से शुरू हुई, लेकिन बाद में डॉक्टर्स ने पहुंचकर जिम्मा संभाल लिया। फोर्थ क्लास कर्मचारियों के इलाज में सीधे न जुड़े होने से बहुत परेशानी नहीं हुई। क्0 बजे के बाद उन्होंने सफाई व्यवस्था संभाली। - डॉ। आरसी डिमरी, सीएमएस