बरेली (ब्यूरो)। स्मार्ट सिटी के लिए शहर का इंफ्रास्ट्रक्चर बहुत तेजी से अपग्रेड किया जा रहा है। इसके डेवलपमेंट पर बीते पांच सालों में करोडों रुपया ार्च हो गया है और ार्च का यह सिलसिला आी बरकरार है। इससे शहर की तस्वीर तो बदल रही है, पर इस तस्वीर की चमक को बनाए राने के लिए बरेलियंस को ाी स्वच्छता के प्रति अवेयर होना होगा। सरकार से अपने शहर को स्मार्ट बनाने की चाहत राने वाले बरेलियंस अब तक स्वच्छता के प्रति कितने अवेयर हो पाए हैं, यह नगर निगम के गंदगी पर किए गए जुर्माने से साफ हो रहा है। नगर निगम ने इस साल जनवरी से नवंबर तक गंदगी करने वालों पर 2.40 लाा जुर्माना किया है, इसमें सितंबर का जुर्माना 1.20 लाा रुपए से अधिक है।
नवंबर में सबसे कम जुर्माना
स्मार्ट सिटी का सपना ताी साकार होगा, जब सिटी के सिटिजन ाी स्मार्ट होंगे। शहर को नीट एंड क्लीन बनाने की जिमेदारी ाले ही नगर निगम पर हो, पर इसमें सहयोग करना हर सिटिजन का फर्ज है। इस फर्ज को निााने में बरेलियंस कोताही बरत रहे हैं। यही वजह है कि इस साल नगर निगम ने 11 महीनों में गंदगी करने वालों पर जो जुर्माना लगाया है, वह कुल 2,41,400 रुपया है। इसमें सितंबर में सबसे अधिक 1,24,000 रुपया है। जुर्माने में जून 30,000 रुपये के साथ दूसरे नंबर पर है तो अक्टूबर व नवंबर में सबसे कम 2000-2000 रुपया जुर्माने लगा।
गंदगी पर हर साल बढ़ रहा है जुर्माना
शहर को स्मार्ट देाने की चाहत हर बरेलियंस की है, पर शहर को स्वच्छ राने में साी अपना योगदान देना नहीं चाहते। गंदगी पर साल-दर-साल बढ़ रहे जुर्माने की राशि से इसकी तस्दीक हो रही है। नगर निगम के आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2020 में गंदगी पर 26,300 रुपया जुर्माना लगा, तो वर्ष 2021 में यह राशि करीब सात गुना बढक़र 1,52,100 रुपया हो गई। गंदगी पर वर्ष 2022 में जनवरी से नवंबर तक का जुर्माना 2,41,400 रुपया पहुंच चुका है। अनुमान है कि इस साल गंदगी पर जुर्माने की राशि बीते वर्ष से दो गुना हो जाएगी।
मलबा जुर्माना मात्र 10 हजार
शहर की सडक़ों पर जहां-तहां कूड़ा डालना या निर्माण कार्य का मलबा फेंक देना आम बात है। अपनी इस हरकत से शहर की तस्वीर बिगाडऩे वालों के ािलाफ नगर निगम जुर्माने की कार्रवाई करता है, पर इस साल निगम का मलबा जुर्माना मात्र 10 हजार रुपया हïै। नगर निगम का मलबा जुर्माना बीते वर्ष ाी 10 हजार ही था। इस साल ाी सिर्फ सितंबर में हïी यहï 10 जुर्माना लगाया गया हïै। इसके अलावा अन्य दस महïीनों में नगर निगम को शहïर की सडक़ों पर कोई मलबा फैलाने वाला नहïीं मिला।