फैक्ट एंड फिगर
109 करोड़ टोटल खर्च
71 करोड़ का खर्च अटल आवास विद्यालय पर
38 करोड़ से बन रहा बरेली-बदायूं कैंट मार्ग
20 परसेंट भी नहीं हुआ अटल अवास विद्यालय का निर्माण
10 परसेंट पर अटकी बरेली-बदायूं कैंट मार्ग की सुई
2020 जनवरी से शुरू होकर मई 2022 तक पूरा होना था अटल विद्यालय
2020 मार्च से शुरू होकर दिसंबर 2021 में पूरा होना था बदायूं कैंट मार्ग

बरेली (ब्यूरो)। शहर ही नहीं बल्कि पूरे जिले में निर्माण कार्य तेजी से चल रहे हैं। यह दावा पीडब्ल्यूडी भवन खंड का है। लेकिन, जमीनी हकीकत कुछ और ही है। नवाबगंज में बनने वाले अटल आवास विद्यालय व कैंट में बरेली-बदायूं मार्ग के निर्माण कार्य जिम्मेदारों की लापरवाही की भेंट चढ़ चुके हैं। हाल ही में विकास भवन में हुई बैठक में सीडीओ ने कार्य में हो रही देरी पर संज्ञान लेते हुए नाराजगी जताई थी। उन्होंने तीन माह में कार्यों को पूरा करने के आदेश दिए हैं।

मई 2022 तक होना था कार्य
अटल विद्यालय का निर्माण कार्य जनवरी 2020 में शुरू हुआ था। इसे मई 2022 तक पूरा किया जाना था। लेकिन, मई समाप्त होने के बाद भी स्थिति यह है कि दो वर्षों में मात्र फाउंडेशन ही बन पाई है। यह प्रोजेक्ट श्रम विभाग का है, जिसे पीडब्ल्यूडी को बनाकर उसे सौंप देना था। लेकिन, विभाग की लेट लतीफी की वजह से निर्माण कार्य में विलंब हो रहा है। बदायूं-बरेली कैंट मार्ग, जो दिसंबर 2021 तक पूरा हो जाना था पर अब तक ठीक से शुरू भी नहीं किया गया है। ऐसे में दोनो ही प्रोजेक्ट में विभाग की लापरवाही का शिकार हो रहे हंै।

ये होंगी विद्यालय में विशेषताएं
अटल आवासीय विद्यालय विशेष तौर पर श्रमिकों के बच्चों के उज्जवल भविष्य के लिए बनाया जा रहा है। इस विद्यालय में गल्र्सव ब्वायज के लिए अलग-अलग हॉस्टल होंगे। किचन की व्यवस्था भी होगी, जिसमें वहां रहने वाले स्टूडेंट्स के लिए खाना व नाश्ते की पूरी व्यवस्था भी होगी। यहां पर 14 वर्ष के बच्चों का ही पंजीकरण होगा। इसके साथ ही उन बच्चों को भी सुविधा मिलेगी, जो अनाथ हैं या जिनके माता-पिता दोनों ही दिव्यांग हैं। उन्हें निशुल्क शिक्षा दी जाएगी।

क्यों हुआ विलंब
बरेली-बदायूं कैंट मार्ग हो चाहे अटल आवास, इनके बनने में देरी होने की मेन वजह विभाग पूरी तरह से सामने लाने को तैयार नहीं है। दोनों ही प्रोजेक्ट को पूरा करके देने की अवधि निकल चुकी है। इसके बाद भी प्रोजेक्ट अधूरे पड़े हंै। दोनो प्रोजेक्ट्स का बजट भी पूरा आ चुका है। इसके बाद भी लापरवाही बरती जा रही है।

गड्ढों की परेशानी, जाम का संकट
बरेली-बदायूं कैंट मार्ग बहुत दिनों से जर्जर हालत में हैं। ऐसे में वहां से गुजरने वाले लोगों को समस्याओं का सामना करना पड़ता है। रोज वहां से हजारों लोग गुजरते हैं। यह 24 घंटे चलने वाला रोड है। इसकी हालत इतनी खराब है कि लोगों का वहां से होकर गुजरना मुश्किल होता है। रोड पर इतने गड्ढे हो गए हैं कि निकलने वालों की हालत खराब हो जाती है। इसके साथ ही जाम की भी स्थिति रहती है

वर्जन
दोनो प्रोजेक्ट को तीन माह में पूरा करने का आदेश दे दिया है। विद्यालय में तेजी से कार्य चलने लगा है। इसे पूरा करके श्रम विभाग को हैंड ओवर कर दिया जाएगा।
चंद्र मोहन गर्ग, सीडीओ