ऐसे में यूथ का मानना है कि ऑनलाइन वोटिंग हो तो इसके कई फायदे भी है। वहीं इलेक्शन कमीशन के कई ऑफिसर्स इन तथ्यों को एक्सेप्ट भी कर रहे हैं कि फ्यूचर ऑन लाइन वोटिंग का ही है।
सैकड़ों नहीं दे पाएंगे वोट
पेशे से बैंक इंप्लाई विशाल ढेड़ साल से बरेली में है। पिछले लोकसभा चुनाव में वह कानपुर में थे। वहां वोट दिया था। इस बार अपने इस राइट को लेकर संशय में है। वह कानपुर के वोटर आईडी कार्ड पर यहां से वोट कास्ट नहीं कर सकते है। उनका मानना है कि गवर्नमेंट को एक ऐसा सिस्टम मेंटेन करना चाहिए,
टाइम की बचत
इलेक्शन कमीशन के फेरबदल का फायदा वोटिंग में टाइम की सेविंग हुई है। पहले जहां वोटिंग में चार दिन का समय लगता था। बैलेट पेपर अप्लाई होने के बाद यह टाइम दो दिन मेंकनवर्ट हो गया। ईवीएम के थ्रू वोटिंग करने के बाद अब सिर्फ एक दिन में ही वोट कास्टिंग सिमट जाती है। इसके लिए सुबह 7 से शाम 5 बजे तक का समय फिक्स है। ऑनलाइन वोटिंग से टाइम सेविंग और बढ़ जाएगी।
बॉयोमेट्रिक्स भी होगा फॉलो!
एनआईसी के अधिकारी नाम न छापने की शर्त पर बताते है कि इलेक्शन का फ्यूचर ऑन लाइन में हो सकता है। ईवीएम पर भी पॉलिटिकल पार्टीज ने बहुत बवाल मचाया था, लेकिन आज यह व्यवस्था सफलतापूर्वक संचालित है। ऑनलाइन की कवायद भी बहस छेड़ सकती है लेकिन विकासशील से विकसित भारत की तरफ अग्रसर भारत का भविष्य ऑनलाइन पोलिंग का है। इन संभावनाओं से भी इनकार नहीं किया जा सकता है कि निकट भविष्य में हम बॉयोमेट्रिक्स सिस्टम को फॉलो करने लगे।
महंगाई पर लग सकती है रोक
नाम न बताने की शर्त पर अधिकारी ने बताया कि इलेक्शन होते ही महंगाई बढ़ाने की संभावनाएं जोर पकड़ लेती है। पेट्रोल और गैस के दाम मेंबढ़ोत्तरी लगभग तय मानी जा रही है। महंगाई के जंप मारने के पीछे इलेक्शन का भारी भरकम खर्च है। अगर ऑनलाइन वोटिंग की कवायद जोर पकड़ती है तो खर्च पर भी लगाम लगेगी और इलेक्शन से बढऩे वाली महंगाई पर रोक लग सकेगी.
उडि़सा से ट्रांसफर के बाद मैं यहां वोट कास्ट नहीं कर पा रहा हूं। ये प्रैक्टिकली पॉसिबल नहीं है कि हम एक दिन में अपने शहर जाकर वोट कर वापस लौट सके। अगर ऑनलाइन कॉन्सेप्ट गवर्नमेंट फॉलो करती है तो हम यहां से अपना वोट कास्ट कर सकते थे।
- आलोक कुमार, बैंक इंप्लाई
पिछले लोकसभा चुनाव में मैं पुवायां में पोस्ट था। वोटर आईडी वहीं का है तो वोट डाल सका था। अब यहां के डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में हूं। मैं और मेरा पूरी फैमिली इस विस चुनाव में वोट नहीं कर सकेगी। जब हर सुविधा ऑनलाइन हो गई है तो वोटिंग भी ऑनलाइन हो जानी चाहिए। इससे हम कहीं से भी वोट कास्ट कर सकेंगे।
- सुधीर मिश्र, आई स्पेशलिस्ट डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल
इस बार मैं स्वच्छ सरकार की कामना तो कर सकते हैं लेकिन वोट कास्ट नहीं कर सकता। गवर्नमेंट ने वैसे तो पोस्टल वोटिंग की फैसिलिटी दी है लेकिन उसका प्रोसिजर इतना हार्ड है कि आम आदमी उसे फॉलो ही नहीं कर सकता है। ऐसे में मेरे जैसे ज्यादातर लोगों का वोट बेकार ही हो जाता है।
- अरूण कुमार, बैंक इंप्लॉई
ऑनलाइन वोटिंग हो तो हम एक क्लिक पर वोट कर सकेंगे। इससे बड़ी क्या फैसिलिटी होगी? गवर्नमेंट ने जब ज्यादातर फैसिलिटी को ऑन लाइन किया गया है तो वोटिंग भी ऑन लाइन होनी चाहिए।
- तृप्ति,शॉप ओनरReport by: Abhishek Mishra