-ऑनलाइन ठगी का नया तरीका आया सामने

-प्राइवेट कंपनी के कर्मचारी को हजारों की चपत

--Google play से किया था app download

I exclusive

BAREILLY: अगर आप अपने एंड्रायड या फिर स्मार्ट फोन पर एप लोड करते हैं तो जरा सावधान हो जाइए। साइबर ठगों ने गूगल के माध्यम से फ्री में डॉउनलोड होने वाले इन एप्स को अपने कमाई का जरिया बनाना स्टार्ट कर दिया है। बरेली में ऑनलाइन ठगी के ऐसे एक मामले ने एक्प‌र्ट्स की नींद उड़ा दी है। प्राइवेट कंपनी में जॉब कर रहे एक युवा को ऐसे ही एक एप लोड करने के चक्कर में अपने अकॉउंट की पूरी रकम खाली करनी पड़ी। मामले की शिकायत पर एसएसपी ने केस की जांच साइबर सेल को सौंप दी। साइबर सेल की रिक्वेस्ट पर अप्लीकेशन को गूगल प्ले से डिलीट कर दिया गया है। लेकिन सबसे बड़ा सवाल है कि ऐसे कितने एप हैं जो गूगल प्ले पर फेक हैं और उन्हें डॉउनलाेड करना खतरे से खाली नहीं है।

आईओबी के नाम से app

संजय सोलंकी बरेली की एक प्राइवेट कंपनी में जॉब करते हैं, वह एंड्रायड फोन यूजर हैं। 17 फरवरी को वह गूगल प्ले स्टोर पर अप्लीकेशन चेक कर रहे थे। यहां पर उन्हें आईओबी के नाम से एक अप्लीकेशन नजर आयी। इस अप्लीकेशन के फीचर्स में दिया गया था कि कोई भी किसी बैंक से दूसरी बैंक में पैसा ट्रांसफर कर सकता है। यही नहीं ऑनलाइन शॉपिंग के साथ-साथ रेलवे और एयरपोर्ट की टिकट भी बुक करा सकता है। इसके अलावा भी कई अन्य फीचर्स दिए गए थे। खास बात यह कि अप्लीकेशन पूरी तरह से फ्री था।

SMS से मिली ठगे जाने की खबर

इसके फीचर्स से इंप्रेस होकर संजय ने अप्लीकेशन डॉउनलोड कर लिया। अपनी परेशानियों को दूर करने के लिए डॉउनलोड एप ने उनकी मुश्किलें कम करने के बजाए बढ़ा दीं। असल में उन्होंने अप्लीकेशन की डिमांड के हिसाब से बैंक अकॉउंट की पूरी डिटेल भी फिल कर दीं। कुछ ही देर बाद उनके मोबाइल पर मैसेज आया कि उन्होंने अपना बैंक अकॉउंट से हजारों रुपये की ऑनलाइन शॉपिंग की है। यही नहीं उसकी परचेजिंग की डिलीवरी का भी मैसेज भी उनके नंबर पर आ गया।

ebay व airtel money से हजारों की शॉपिंग

ये पैसे उनके अकॉउंट से ईवे के माध्यम से काटे गए थे। सबसे पहले उनके अकॉउंट से 19500 रुपये की शॉपिंग की गई । यही नहीं अकॉउंट से पैसे कटने का सिलसिला आगे भी जारी रहा । बाद में उनके अकॉउंट से शॉपर स्टाप से 2266 रुपये काट लिए गए। इसके अलावा, 4800 रुपये एयरटेल मनी के जरिए अकॉउंट से निकल गए।

Cyber cell कर रही है जांच

ठगे जाने के बाद संजय ने एसएसपी जे रविंद्र गौड से पूरे मामले की कंप्लेन की। एसएसपी ने मामला साइबर सेल को सौंप दिया। साइबर सेल ने गूगल से संपर्क कर गूगल प्ले से एप को डिलीट कराया ताकि कोई दूसरा इसका शिकार ना हो सके। इसके अलावा ईवे से भी साइबर सेल ने संपर्क किया। पहले तो ईवे ने अानाकानी की लेकिन बाद में 19500 रुपये अकॉउंट में वापस कर दिए।

हजारों applications मौजूद

गूगल प्ले पर हजारों की संख्या में अप्लीकेशन मौजूद हैं। यही नहीं डेली नए-नए एप इसमें एड किए जाते हैं। गेम के साथ-साथ एजुकेशन, स्पो‌र्ट्स इनफॉरमेशन, सिक्योरिटी समेत कई कैटेगरी के एप्स यहां पर मिल जाएंगे। कुछ एप्स फ्री में डॉउनलोड किए जा सकते हैं तो कुछ के लिए चार्ज भी है। लोगों को लगता है कि एक बार एप्लीकेशन डॉउनलोड करने से उन्हें काफी आसानी मिल जाएगी लेकिन ऐसा नहीं होता है।

सारा डाटा भी ले लेते हैं apps

सिटी में एप डाउनलोड के बाद ऑनलाइन ठगी का पहला केस सामने आया है लेकिन इसके अलावा भी एप डॉउनलोड करना काफी डेंजर्स है। क्योंकि एप्स में अच्छे फीचर का लालच दिया जाता है। इसी लालच में यूजर्स पूरी इनफॉरमेशन एप्स तैयार करने वाली कंपनी को फ्री में प्रोवाइड करा देते हैं। इन कंपनियों को द्वारा इस डाटा को बेचने की रिपोर्ट भी सामने आयी हैं। हालांकि एप्स डॉउनलोड करते समय टर्म एंड कंडीशन िदए होते हैं, जिनमें डाटा लेने के बारे में भी दिया होता है लेकिन यहां भी बड़ा खेल होता है।

ठगी के तरीके

लॉटरी का मैसेज व मेल भेजकर ठगी

एटीएम ब्लाक करने के नाम पर कोड या अकाउंट नंबर जानकर ठगी

सेलेब्रेटीज के नाम पर इनामी राशि जीतने के नाम पर

बिजनेस टॉयकूंस की डेथ के नाम पर

मोबाइल या फिर डिश टीवी रिचार्ज के बहाने