प्याज के दाम में इजाफा

एक वीक में ही प्याज के दाम में 10 रुपए तक की बढ़ोतरी हो गई है। एक वीक पहले जो प्याज 60 रुपए प्रति केजी थी, आज वही प्याज 70 रुपए केजी बिक रही है। डेलापीर होलसेल मंडी में प्याज 50 से 56 रुपए बिक रही है, जबकि रिटेल में सब्जी विक्रेता इसे 70 रुपए केजी बेच रहे हैं। डेलापीर मंडी के होलसेलर मोहम्मद नाजिम का कहना है कि इस मंथ तक प्याज के दाम में बढ़ोतरी होनी ही है। प्याज का दाम 80 से 90 रुपए के बीच पहुंच सकता है।

50 percent खपत कम

पिछले कुछ दिनों में दाम बढऩे से सिटी में प्याज की खपत आधी रह गई है। होलसेलर शानू ने बताया कि सिटी में डेली 2 से 3 ट्रक यानि करीब 800 क्विंटल प्याज की खपत होती थी। लेकिन इस समय बमुश्किल एक ट्रक प्याज की ही खपत हो रही है।

October में होगी सस्ती

मार्केट में प्याज की नई फसल आने में 20-25 दिन का टाइम है। ऐसे में सस्ती प्याज के लिए बरेलियंस को अक्टूबर तक वेट करना होगा। अक्टूबर में सिटी के आस-पास के एरिया के अलावा बंगलुरु, पूना, नासिक से प्याज की नई खेप आने लगेगी। लिहाजा प्याज के दाम में कमी आएगी।

15 percent उत्पादन कम

सिटी में आजकल महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश से प्याज आ रही है। एक्सपर्ट की मानें तो हर साल के मुकाबले इस साल 15 परसेंट तक प्याज का उत्पादन कम हुआ है। उत्पादन कम होने के बावजूद प्याज का निर्यात विदेशों में किया जा रहा है। ऐसे में स्टॉक कम होने से प्याज के दाम में कांटीन्यू बढ़ोतरी हो रही है। वहीं खरीफ के दिनों में जो फसल तैयार होती है वह अभी तक मार्केट में आई नहीं है।

'उत्पादन कम होने से प्याज के दाम बढ़ रहे हैं। बढ़े दाम का फायदा उठाने के लिए लोग प्याज को स्टोर कर लेते हैं, जो महंगाई बढऩे का कारण है। नई फसल आने पर प्याज के दामों में कमी आएगी.'

अश्विनी कुमार सिंह, जिला कृषि अधिकारी

'प्याज को छोड़कर बाकी सभी सब्जियों के दाम नॉर्मल है। एक-दो दिन में प्याज के दाम और बढ़ेंगे। महंगाई बढऩे से बिक्री भी कम हो गई है.'

सुनील, सब्जी विक्रेता