BAREILLY: सिटी में कई ऐसी बिल्डिंग खड़ी हो गई हैं, जिनका नक्शा भी पूरी तरह से पास नहीं हो सका। ऐसी कंपाउंडिंग बिल्डिंग पर प्रशासन की नजर तिरछी हो गई है। अगर जांच में खामियां पायी गई तो ध्वस्तीकरण तक की कार्रवाई हो सकती है। कमिश्नर ने बंद कर दी गई क्ख्भ् फाइलों को रीओपन कराया है। वेडनसडे को कमिश्नर विपिन कुमार द्विवेदी ने बीडीए वीसी शफाकत कमाल और बीडीए सचिव गरिमा यादव के साथ मीटिंग कर समीक्षा की।
ध्वस्तीकरण की होगी कार्रवाई
मीटिंग में बताया गया कि बीडीए में वर्ष ख्008 से क्ख्भ् कंपाउंडिंग फाइलें प्राप्त हुई। ये सभी फाइलें पेंडिंग एनओसी, मानचित्र योग्य न होने आदि के कारण निरस्त हुई थीं। वीसी ने बताया कि इन रिओपन फाइलों को एई व जेई वार छंटवाया जाएगा। उनमें किन कारणों से कंपाउंडिंग होना निरस्त किया गया उन पर दोबारा कार्रवाई होगी। जो कंपाउंडिंग एनओसी की कमी में निरस्त हुए उनमें वांछित एनओसी मंगवाकर कंपाउंडिंग की जाएगी और जो मानचित्र कंपाउंडिंग योग्य नहीं पाये जायेंगें, उनमें ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की जाएगी। कमिश्नर ने कहा कि इन सभी क्ख्भ् कंपाउंडिंग की फाइलों से संबंधित व्यक्तियों को व्यक्तिगत बुलाकर उन्हें कार्यवाही से अवगत कराया जाये। मानचित्रों की स्वीकृति हेतु वांछित एनओसी वाले विभागों को भी कमिश्नर ने निर्देशित किया है कि उनके यहां जाने वाले एनओसी के प्रकरण तत्परता से निस्तारित कर वापस करें।
इन विभागों से ली जाती है एनओसी
मीटिंग में बताया गया कि बीडीए में मानचित्र की स्वीकृति हेतु विभिन्न क्ब् विभागों तहसीलदार सदर, सीलिंग विभाग, नगर निगम, लोक निर्माण विभाग, एनएचएआई, अग्निशमन, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, विद्युत सुरक्षा संगठन, आवास विकास परिषद, सैन्य प्रतिष्ठानों के संबंध में कैंट से, एयरपोर्ट अथॉरिटी, विस्फोटक, भूप्रयोग, चकबन्दी अधिकारी, रेलवे विभाग से आवश्यकतानुसार एनओसी। ली जाती है।