बरेली (ब्यूरो)। शहर से बदायूं, कासगंज, मथुरा, आगरा और राजस्थान जाने की राह अब सुगम होने जा रही है। इस राह में लालफाटक रेलवे क्रॉसिंग की बड़ी बाधा अब दिसम्बर माह में ही दूर हो जाएगी। यहां वर्ष 2017 से निर्माणाधीन आरओबी का कार्य अब पूरा होने वाला है। आरओबी की एक लेन तो पूरी भी हो चुकी है, जबकि दूसरी लेन का फिनिशिंग वर्क चल रहा है। कंप्लीट हो चुकी लेन पर स्कूली बच्चे अपनी साइकिल दौड़ाने भी लगे हैं। अफसरों की मानें तो दिसम्बर माह में ही आरओबी का कार्य कंप्लीट हो जाएगा।
तीन बार चेंज हुई डेट
आरओबी का निर्माण भले अब पूरा होने की कगार पर है, लेकिन इससे पहले इसके निर्माण की समय सीमा इसी वर्ष तीन बार बढ़ाई जा चुकी है। अफसरों ने पहले मई 2022 में निर्माण कार्य पूरा कराने का दावा किया। पर इस समय सीमा तक निर्माण कार्य पूरा नहीं हो सका। इसके बाद जून 2022 तक निर्माण कार्य पूरा कराने का अफसरों ने बात कही। लेकिन जून 2022 तक भी निर्माण कार्य पूरा नहीं हो सका। इसके बाद अब दिसम्बर 2022 तक निर्माण कार्य पूरा करने की बात कही। अब इस आरओबी का निर्माण कार्य पूरा होने की कगार पर है।
फिनिश्ंिाग वर्क हो रहा पूरा
सेतु निगम के डीपीएम वीके सेन ने बताया कि लाल फाटक ओवरब्रिज का निर्माण कार्य सिंगल लेन का पूरा हो चुका है। जबकि दूसरी लेन का भी निर्माण कार्य लगभग पूरा होने को है। अब फिनिशिंग वर्क चल रहा है। टीमें फिनिशिंग वर्क में लगी हुई हैं।
2017 में मिली थी स्वीकृति
शहर को जाम से निजात दिलाने के लिए लाल फाटक रोड पर रेलवे क्रॉसिंग पर आरओबी बनाने का कार्य करीब 63 करोड़ से शुरू कराया गया। आरओबी निर्माण कार्य को वर्ष 2017 में स्वीकृति मिली थी, पांच वर्ष बाद बरेलियंस के लिए अब यह आरओबी मिल सकेगा। आरओबी करीब 955 मीटर लंबा बनाया गया है। फाइनली तैयार हो चुके ब्रिज का फिनिशिंग कार्य भी लास्ट स्टेज में हैं। अफसरों की मानें तो इस आरओबी को दिसम्बर के फस्र्ट वीक में पूरा कर लिया जाएगा। उसके बाद दिसम्बर माह में ही शुरू कराने पर भी विचार किया जाएगा।
जाम के झाम से मिलेगी निजात
लालफाटक पर दो रेलवे क्रॉसिंग हैं। इनमें से एक रेलवे क्रॉसिंग से दिल्ली-लखनऊ रूट की ट्रेनों का संचालन होता है जबकि दूसरी क्रॉसिंग से चंदौसी रूट की ट्रेनों व मालगाडिय़ों का संचालन होता है। दिन भर में करीब दो सौ पैसेंजर्स ट्रेनों और उसके अलावा मालगाडिय़ां का गुजरतना होता है। अब ऐसे में इन रेलवे क्रॉसिंग से गुजरने वाले वाहनों को जाम का झाम झेलना पड़ता था। अब आरओबी का निर्माण लगभग पूरा होने को है तो इससे कहीं न कहीं बरेलियंस के साथ ही बदायूं, कासगंज, मथुरा, राजस्थान और जयपुर आदि को गुजरने वाले वाहनों को भी जाम के झाम से निजात मिलेगी।
लंबे समय से था इंतजार
लाल फाटक आरओबी निर्माण कार्य लंबे समय तक डिफेंस मिनिस्ट्री की एनओसी को लेकर अटका रहा। लेकिन जैसे ही डिफेंस मिनिस्ट्री से अप्रूवल मिला उसके बाद से कार्य में तेजी आ गई। ज्ञात हो इस आरओबी को पांच साल पहले बनाना शुरू किया था। लेकिन लेट लतीफी के चलते आरओबी के निर्माण में अब तेजी आ सकी।