बरेली (ब्यूरो)। सपने तो सभी देखते हैं, पर उसे साकार करने के लिए शिद्दत और मेहनत की जरूरत होती है। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने यूथ से इस विषय पर बात की तो उन्होंने अपने सुनहरे सपनों के बारे में बताया। ज्यादातर यूथ सिविल सर्विस में जाना चाहते हैैं। खास बात यह है कि इनमें लड़कियों की तादाद ज्यादा है। इन यूथ की खास बात यह है कि उन्हें पता है कि अपने सपने को हकीकत में कैसे बदलना है। वह हवाई बातें नहीं करते हैैं। अपने ड्रीम को पूरा करने के लिए यह यूथ मन और लगन से मेहनत कर रहे हैैं। इन्हें पक्का यकीन है कि एक दिन बनेगी अपनी बात।
मन से मेहनत, जमकर मेहनत
रोहित गंगवार बहेड़ी कस्बे में रहते हैैं। शहर से दूर रहने के बावजूद उनका हौसला बड़ा है। वह एयर फोर्स ऑफिसर बनना चाहते हैैं। वह हर दिन आठ घंटे स्टडी करते हैैं। अमर का ड्रीम ऐसा है, जो कम यूथ ही देखते हैैं। वह राइटर बनना चाहते हैैं। उन्हें लिखना पसंद है और वह राइटिंग को अपना करियर बनाना चाहते हैैं। वह हर दिन सुबह उठकर कुछ न कुछ जरूर लिखते हैैं।
सपने सुहाने यूथ के
विधि ने बताया कि मेरा सपना है कि सिविल सर्विस में जाऊं। उसी की तैयारी में लगी हूं। इसके लिए डेली चार घंटे पढ़ाई करती हूं। बरेली कॉलेज से ग्रेजुएशन कर रही हूं। इनका कहना है कि खुद के सपने तो पूरे होंगे ही साथ में हम ही लोग आने वाले कल को भी संवारेंगे। इससे अपना बरेली और देश सुंदर बनेगा।
करना है बीएड
रोजी निशा टीचर बनना चाहती हैैं। बचपन से ऐसा ही सोचते हुए बड़ी हुई हैैं। उन्होंने कहा कि जब मैैं छोटी थी तो मैैं टीचर बनकर बच्चों को पढ़ाती थी। इसमें मुझे बड़ा मजा आता था। आज मैैं उस ख्वाब को पूरा करने के लिए जी-जान से जुटी हूं। उन्होंने बताया कि अभी वह ग्रेजुएशन की पढ़ाई कर रही हैैं। इसके बाद उनका इरादा बीएड करने का है। बीएड की तैयारी भी वह थोड़ी-थोड़ी सी कर रही हैं।
अपना तो ड्रीम है बड़ा
नेहा का ड्रीम बड़ा है। वह आईपीएस अफसर बनना चाहती हैैं। अभी वह बीेए की पढ़ाई कर रही हैैं। इसके साथ ही अभी से उन्होंने सिविल सर्विस की तैयारी भी शुरू कर दी है। वह शाम को तीन घंटे और सुबह दो घंटे सिर्फ सिविल की तैयारी में लगाती हैैं।
सिविल सर्विस का है ड्रीम
पूजा से बात करके पता चला कि उनका सपना भी सिविल सर्विस में जाने का है। उन्हें मालूम है कि यह बहुत बड़ा ड्रीम है। सिविल एग्जाम क्लियर करना हंसी खेल नहीं है। वह जमकर मेहनत कर रही हैैं। पूजा ने कहा कि एक दिन वह अपने सपने को जरूर पूरा करेंगी।
इन शख्सियतों ने सपने किए साकार
मेयर डॉ। उमेश गौतम यूथ आईकन हैैं। वह कहते हैैं कि सबसे पहले स्टडी के दौरान दिशा तय करें, ताकि आपको अपनी स्टडी करने में हेल्प मिले। मैंने तो पहले शिक्षा के क्षेत्र में स्टूडेंट्स के लिए बेहतर शिक्षा का प्रयास किया अब मुझे राजनीति में आना था मेरी रुचि भी थी समाज के लिए कुछ बेहतर करने की इसीलिए अब राजनीति में आ गया।
मेहनत करें, सफलता जरूर मिलेगी
बरेली कॉलेज के प्रिंसिपल प्रो। ओपी राय कहते हैैं, &मेरा एम शुरू से ही क्लीयर था कि मुझे शिक्षा के क्षेत्र में ही जॉब करनी है। एजुकेशन फील्ड में सरकारी नौकरी पाने के लिए मैने शुरू से ही उसी तरह तैयारी भी की। मुझे मेहनत के हिसाब से जॉब भी मिली.&य
उïन्होंने कहा कि मेहनत थोड़ी अधिक लगती है, लेकिन सफलता जरूर मिलती है। स्टूडेंट्स से भी यही कहना चाहूंगा कि मेहनत करें सफलता जरूर मिलेगी। सही दिशा में की गई मेहनत सफलता दिलाती है।