- महाशिवरात्रि के लिए शिवालयों की ओर से हो रही जोर शोर से तैयारियां
- वालंटियर्स, सीसीटीवी कैमरे और बैरीकेडिंग के जरिए रहेगी मुस्तैद सुरक्षा
BAREILLY: लाइट्स की चकाचौंध, महकते खूबसूरत फूलों की सुगंध और बम बम भोले के जयकारों के साथ महाशिवरात्रि के मौके पर मंदिर के पट खुलेंगे। शिवरात्रि के मौके पर शिवालयों की रौनक दोगुनी हो, इसके लिए शिवालय कमेटी की ओर से तैयारियां शुरू हो गई हैं। शहर के सभी सात नाथों की साफ-सफाई का सिलसिला शुरू हो गया। शिवरात्रि के मौके पर शिवालयों ने क्या खास तैयारियां कर रही हैं। आइए हम आपको बताते हैं
त्रिवटीनाथ - वृंदावन के वस्त्रों से हाेगा श्रृंगार
तीन वटवृक्षों के नीचे प्रकट होने की वजह से इस शिवालय को त्रिवटीनाथ के नाम से पुकारा जाता है। मुख्य पुजारी ने बताया कि मंदिर को फूलों से सजाया जाएगा। शिवरात्रि पर सभी देवी देवताओं को वृंदावन से मंगाए गए वस्त्र धारण कराए जाऐंगे। सुबह चार बजे से महाभिषेक और महाआरती होगी। भक्तों के पूजन और दर्शन के लिए कपाट सुबह महाआरती के बाद खोल दिए जाएंगे। शाम सात बजे आरती होगी। फिर रात नौ बजे शिव का महाभिषेक किया जाएगा।
अलखनाथ - ब्0 क्विंटल फलों का प्रसाद वितरण
प्राचीन शिवालय अलखनाथ में डेकोरेशन के सबसे ज्यादा इंतजाम किए जा रहे हैं। बाबा बालकनाथ ने बताया कि रात बारह बजे महाआरती होगी। सुबह दो बजे भगवान विष्णु की पूजा के बाद अलखनाथ बाबा की आरती के बाद हलवे का भोग वितरित किया जाएगा.विभिन्न प्रकार के करीब ब्0 कुंतल फलों का प्रसाद भक्तों में वितरित किया जाएगा।
पशुपतिनाथ - शिव परिवार करेगा नाैका विहार
पशुपतिनाथ मंदिर को फूलों से डेकोरेट करने का सिलसिला शुरू हो चुका है। पीलीभीत बाईपास स्थित इस मंदिर में मुख्य शिवलिंग के साथ ही चारों दिशाओं में ख्7 की संख्या में क्08 शिवलिंग स्थापित हैं। रात क्ख् बजे महाभिषेक और महाआरती होगी। क्008 दीपों से तालाब में दीपदान किया जाएगा। कपाट खुलने के साथ ही तालाब में शिव के प्रतीकात्मक स्वरूप का नौका विहार होगा।
वनखंडीनाथ - साफ सफाई का सिलसिला शुरू
जोगी नवादा स्थित वनखंडीनाथ शिवालय के महंत ने बताया कि शिवरात्रि से एक दिन पहले मंदिर को अच्छी तरह धुला जाएगा। सुगंधित फूलों और लाइटिंग से मंदिर को डेकारेट किया जाएगा। बैरीकेंडिंग के जरिए महिलाओं और पुरुषों की अलग पंक्तियां बनाई जाएंगी। सुबह तीन बजे से शिव का विशेष श्रृंगार और महाआरती होगी। सुबह चार बजे रुद्राभिषेक होगा।
धोपेश्वरनाथ - हरिद्वार के पंडित करेंगे शिव पूजन
कैंट स्थित धोपेश्वरनाथ मंदिर शहर का दूसरा सबसे प्राचीन शिवालय है। मंदिर की साफ सफाई का काम शुरू हो गया है। मंदिर में जलाभिषेक के लिए हरिद्वार से विशेष तौर पर परंपरानुसार जल और सात ब्राह्माणों को पूजन के लिए बुलाया गया है। सुबह तीन बजे महाआरती के बाद सुबह चार बजे से मंदिर के कपाट श्रद्धालुओं के खोल दिए जाएंगे। भक्तों के लिए जलाभिषेक, रुद्राभिषेक, क्क् हजार दीपों से तालाब में दीपदान और कालसर्प पूजन का आयोजन होगा।
तपेश्वरनाथ - शिवालय परिसर में लगेगा मेला
तपेश्वरनाथ मंदिर के पुजारी श्यामचंद्र ने बताया कि परिसर की मरम्मत सभासद की ओर से हो रहा है। इस मौके पर परिसर के अंदर ही छोटे से मेले का आयोजन भी किया जाएगा। सुबह करीब तीन बजे महाआरती और महाभिषेक के बाद भक्तों के लिए मंदिर के पट खोल दिए जाएंगें। सुबह करीब 9 बजे सुभाषनगर, कालीबाड़ी, मॉडल टाउन सहित अन्य छह एरिया से झंडी अर्पण की जाएगी।
मढ़ीनाथ - क्क् कुंतल फलों का प्रसाद वितरण
मढ़ीनाथ शिवालय के महंत ने बताया कि मंदिर को संडे को डेकोरेट किया जाएगा। इसमें साफ सफाई शुरू हो गई है वहीं फूलों की लडि़यों से शिवालय की सजावट होगी। प्रसाद वितरण के लिए करीब क्क् कुंतल फलों की व्यवस्था की जा रही है। शिवरात्रि के मौके पर सुबह करीब तीन बजे महाआरती से शिवपूजन की शुरुआत होगी। शाम को शिवालय में दीपदान का कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।