बरेली( ब्यूरो) । ओमीक्रोन 23 देेशों में फैल चुका है। जिसे देखते हुए भारत में इसके लिए अलर्ट जारी किया गया है। इसे लेकर सरकार ने नई कोरोना गाईड लाइन जारी की है। इसके बावजूद लोगों के अन्दर से कोरोना का डर जा चुका है। जबकि कोरोना के तीसरे वेरियंट के केस देश में भी सक्रिय है। लेकिन शहर में कोरोना को लेकर कोई सक्रियता दिखाई नहीं दे रही है। कलेक्ट्रेट, जिला अस्पताल, रोडवेज, रेलवे, नगर निगम जैसी जगहों पर कोरोना को लेकर लापरवाही देखने को मिली है।

सीन-1
कलेक्ट्रेट
कलेक्ट्रेट शहर की प्रमुख जगहों में से एक है। यहां डेली हजारों लोगों का आना-जाना लगा रहता है। ऐसे में यहां पर कोविड नियमों का पालन नहीं किया जा रहा ना ही कोई कोविड हेल्प डेस्क है। आने-जाने वाले लोगों को मास्क लगाने के लिए भी नहीं कहा जा रहा है।

सीन-2
रेलवे
रेलवे स्टेशन एक ऐसी जगह है जहां पर अलग- जिलों व राज्यों के लोग आते हैंं। इसके बावजूद रेलवे स्टेशन पर कहीं कोविड हेल्प डेस्क नहीं है। जिसकी वजह से बाहर सेे आने वाले लोगों की जांच नहीं हो रही है।

सीन-3
नगर-निगम
ज्यादातर लोगों के जहन से कोरोना का डर निकल गया है। ऐसे में सभी ने मास्क लगाना ज्यादातर बन्द कर दिया हैै। नगर निगम भी यही हाल है। वहां भी कोरोना हेल्प डेस्क नहीं है। इस पर वहां बैैठने वाले अधिकारी भी इस पर अवेयर नहीं हैं। ऐेसे में यह लापरवाही मंहगी पड़ सकती है।


सीन-4
रोडवेज
यहां पर शहर या ग्रामीण क्षेत्र हर जगह से लोगों का आना होता है। यहां कोविड हेल्प डेस्क के न होने की वजह से किसी का भी टेस्ट नहीं किया जा रहा है। ऐसे में बाहर से आने वाले पैसेंजर्स कोरोना स्पे्रड का कारण बन सकते हैं।

सीन-5
जिला अस्पताल
जिला अस्पताल में भी कोविड की थर्ड वेव को लेकर कोई अलर्टनेस नजर नहीं आई। यहां न तो कोविड हेल्प डेस्क नजर आई और न ही लोग कोविड गाइडलाइन का पालन करते दिखे।

सीन -6
सैटेेलाइट
सैटेलाइट बस स्टैंड पर कोविड हेल्प डेेस्क तो है, लेकिन वहां कोविड टेस्ट होने की बजाय कंडक्टर बैठते हैं। इस लापरवाही से लोगों को तो परेशानी होगी ही। इसके साथ ही इसमें रोडवेज की भी बड़ी लापरवाही सामने आ रही है। जबकि इन जगहों पर अलर्टनेस ज्यादा जरूरी है।