बाइकथॉन में बच्चों के साथ-साथ अफसर और जनप्रतिनिधि सभी जोश में दिखे। बच्चों के हाथों में साइकिल देखकर उनका भी मन कर रहा था कि वह भी रैली में साइकिल चलायें। एसपी सिटी तैयारी के साथ रैली में पहुंचे और हिस्सा लिया। सभी ने साइकिल को फिटनेस का अच्छा मीडियम बताते हुए आई नेक्स्ट के प्रोग्राम बाइकथॉन को बधाई दी।

-मैं तो आई नेक्स्ट के बाइकथॉन में पार्टिसिपेट करने के लिए साइकिल भी लेकर आया था लेकिन चीफ गेस्ट होने के चलते मैं साइकिल नहीं चला सका। साइकिल फिटनेस के लिए सबसे अच्छा माध्यम है। इस प्रोग्राम से बच्चों के साथ-साथ बड़ों में भी साइकिल के प्रति अवेयरनेस फैलती है। काफी अच्छा प्रोग्राम आर्गनाइज किया गया। इससे पहले भी आई नेक्स्ट के बाइकथान का हिस्सा बना हूं लेकिन जो जोश बरेली में दिखा वो और कहंी नहीं था।

विजय सिंह मीना, आईजी जोन बरेली

-साइकिल जीवन जीने की शैली को सिखाती है। मोटर व्हीकल चलाने से डीजल और पेट्रोल का काफी खर्चा होता है। इससे देश की इकॉनमी पर भी इफेक्ट पड़ता है लेकिन साइकिल से ईधन काफी कम खर्च होगा और देश की इकॉनमी भी मजबूत रहेगी। आई नेक्स्ट का बाइकथॉन साइकिल के प्रति अवेयरनेस बढ़ाने का अच्छा प्रोग्राम है। लोगों को साइकिल चलानी चाहिए जिससे वह फिट रहें।

भगवत शरण गंगवार, राज्यमंत्री यूपी

बहुत अच्छा प्रोग्राम था। युवाओं में काफी उत्साह था। इस प्रोग्राम से बच्चे साइकिल के प्रति अवेयर होंगे। साइकिल से पाल्ॅयूशन कम होता है। साइकिल के प्रति जागरुकता बढ़ाने के लिए आई नेक्स्ट को बधाई देता हूं। मैं भी स्टूडेंट लाइफ में ख्भ्-फ्0 किमी तक साइकिल चलाता था लेकिन अब तो सड़कों पर व्हीकल ही व्हीकल नजर आते हैं।

आर के एस राठौर, डीआईजी बरेली

प्रोग्राम का हिस्सा बनकर बचपन की याद ताजा हो गई। मैं भी बचपन में खूब साइकिल चलाता था। बच्चों में भी काफी उत्साह दिखा। साइकिल को प्रमोट करने का आई नेक्स्ट का काफी अच्छा प्रयास है। साइकिल से शरीर पूरी तरह से फिट रहता है। आजकल की भागदौड़ भरी लाइफ में साइकिल चलाना मुश्किल है लेकिन साइकिल चलाने की कोशिश करनी चाहिए।

धर्मवीर सिंह यादव, एसएसपी बरेली

-आईनेक्स्ट जागरण समय-समय पर समाज को जागरूक करता रहा है। बच्चों में साइकिल के प्रति अवेयरनेस बढ़ाने के लिए यह काफी अच्छा प्रोग्राम है। साइकिल का मतलब एक पंथ दो काज नहीं बल्कि एक पंथ अनेक काज है। साइकिल चलाने से शरीर स्वस्थ्य रहता है। शरीर स्वस्थ्य रहेगा तो समाज भी स्वस्थ्य रहेगा। आई नेक्स्ट को इसके लिए मैं बधाई देता हूं।

राजेश अग्रवाल, कैंट िवधायक

बहुत बढि़या प्रोग्राम था। एक कांस्ट्रक्टिव सोच के साथ इसे आर्गनाइज किया गया। बच्चों का उत्साह देखते ही बन रहा था। साइकिल को प्रमोट करना काफी अच्छा प्रयास है। सभी को साइकिल चलाना चाहिए। इससे शरीर फिट रहता है। साथ ही घुटने भी सही रहते हैं। इस तरह के प्रोग्राम से बच्चों के साथ-साथ बड़ों को भी प्रोत्साहन मिलता है। इसके लिए आई नेक्स्ट जागरण परिवार को बहुत-बहुत बधाई देता हूं।

अरुण कुमार, सिटी विधायक बरेली

यूथ का इनवॉल्बमेंट देखने लायक था। बाइकथॉन प्रोग्राम से बच्चों के साथ-साथ बड़ों में भी साइकिल के प्रति अवेयरनेस बढ़ती है। साइकिलिंग के गु्रप इवेंट से मैसेज भी जाता है। इससे टीम भावना भी बनती है। मनोरंजन के भी काफी प्रोग्राम अच्छे थे। बाइकथॉन का हिस्सा बनकर काफी अच्छा लगा। इस तरह के प्रोग्राम समय-समय पर आयोजित होने चाहिए जिससे साइकिल को प्रमोशन मिल सके।

प्रवीन सिंह ऐरन, पूर्व सांसद बरेली

मैं लॉस्ट ईयर भी बाइकथॉन में शामिल हुआ था इसलिए इस बार भी प्रोग्राम में शामिल होने को काफी उत्साह था। बाइकथॉन काफी अच्छा प्रोग्राम होता है। बच्चे, बुजुर्ग और महिलाएं सभी इस इवेंट में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं। प्रोग्राम से साइकिल के प्रति अवेयरनेस बढ़ती है। इसके अलावा कल्चरल प्रोग्राम से इवेंट और भी अच्छा होता है। ऐसे प्रोग्राम आगे भी होते रहने चाहिए।

अरुण कुमार, एडीएम प्रशासन

बाइकथॉन में पार्टिशिपेट करने के लिए कई दिन से तैयारी कर रहा था। मैंने इसके लिए पहले ही अपनी साइकिल तैयार कर ली थी और सुबह भी जल्दी उठ गया था। मैंने पूरी रैली कंप्लीट की। शुरुआत में लगा था कि बच्चों से काफी पीछे रह जाऊंगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ। आईनेक्स्ट को इस तरह से प्रोग्राम आर्गनाइज करने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद देता हूं।

राजीव मल्होत्रा, एसपी िसटी बरेली

प्रोग्राम का हिस्सा बनकर काफी अच्छा लगा है। बच्चों में काफी उत्साह दिखा। साइकिल से शरीर तो फिट रहता है। इससे पर्यावरण को भी बढ़ावा मिलता है। साइकिल से पेट्रोल की भी बचत होगी। आई नेक्स्ट के बाइकथॉन प्रोग्राम से साइकिल के प्रति भी लोगों को बढ़ावा मिलेगा। मैं भी सोचता हूं कि साइकिल चलाऊं लेकिन बिजी शेड्यूल के चलते ऐसा नहीं हो पाता है। प्रोग्राम के लिए आई नेक्स्ट को धन्यवाद करता हूं।

बृजेश श्रीवास्तव, एसपी रूरल

बच्चों को उत्साहित देखकर मन किया मैं भी साइकिल चलाऊं। मुझे बचपन की याद आ गई। मेरे दादा जी क्9क्भ् में साइकिल मिली थी। उस जमाने में साइकिल बहुत बड़ी चीज होती थी। इसलिए लोगों की भीड़ लग गई थी। साइकिल से फिटनेस तो बरकरार रहती है साथ ही पर्यावरण के लिए भी यह काफी अच्छी है। आई नेक्स्ट को इस तरह के प्रोग्राम आर्गनाइज करने के लिए बधाई देता हूं।

डा। एसपी सिंह, एसपी क्राइम

बिजी शेडयूल के चलते किसी भी प्रोग्राम में शामिल होना काफी मुश्किल होता है लेकिन आई नेक्स्ट के बाइकथॉन का बच्चों में काफी दिनों से जोश दिख रहा था। जब इवेंट में पहुंचा तो बच्चों को पहले से जोश के साथ देखकर काफी अच्छा लगा। साइकिल को बढ़ावा देने का काफी अच्छा प्रयास है। सभी को साइकिल को जरूर चलाना चाहिए।

असित श्रीवास्तव, सीओ सिटी फ‌र्स्ट

साइकिल के प्रति अवेयर करने का आई नेक्स्ट का काफी अच्छा प्रयास रहा। मैं साइकलिंग नहीं कर सका लेकिन मेरे दोनों बच्चों ने पार्टिशिपेट कर काफी इंज्वाय किया। साइकिल फिटनेस के लिए काफी अच्छी है। सभी पुलिसकर्मियों को साइकिल चलानी चाहिए। इस तरह के प्रोग्राम समय-समय पर होते रहने चाहिए।

मुकुल द्विवेदी, सीओ सिटी सेंकेंड

लास्ट ईयर भी मैं इस इवेंट में शामिल हुआ था। इस बार भी कार्यक्रम काफी उत्साहवर्धक रहा। फिटनेस के साथ-साथ मनोरंजन भी कार्यक्रम का हिस्सा होता है। साइकिल तो हमेशा ही फिटनेस के सबसे अच्छा मीडियम साबित होती है। आई नेक्स्ट को एक बार फिर बधाई देता हूं।

नरेश कुमार, सीओ ट्रैफिक बरेली