बरेली (ब्यूरो)। ऊंचे-ऊंचे धूल के गुबार, सडक़ों पर बिखरी बजरी और कमरतोड़ गड्ढे, ये सब बदायंू रोड की पहचान बन कर रह गए हैैं। राहगीरों के लिए यहां से गुजरना खुद में चुनौती साबित हो रहा है। जिम्मेदारों की लापरवाही का आलम यह है कि बार-बार रोड के गड्ढों को बजरी से भर दिया जाता है, जिससे वह कुछ दिनों बाद ही सडक़ पर बिखरी नजर जाती है और गड्ढे फिर पहले जैसी मुसीबत बन जाते हैैं। साथ ही रोड पर बिखरी बजरी पर अक्सर वाहन सवार फिसल कर घायल हो जाते हैैं। लेकिन, जिम्मेदार बार-बार गड्ढों में बजरी भर कर राहगीरों को मुश्किलें बढ़ा रहे हैैं।
बजरी पर फिसल रहे राहगीर
बदायंू रोड को बरेली विकास प्राधिकरण द्वारा सिक्स लेन बनाने का भले ही कार्य किया जा रहा हो, लेकिन पब्लिक की समस्या कम होने का नाम नहीं ले रही है। सडक़ों पर थोड़ी देर की बरसात से ही नाले ओवरफ्लो होने के कारण जलभराव हो जाता है। साथ ही गड्ढों में गिरकर लोग घायल भी हो जाते हैैं। वहीं जब रोड पर पानी सूखने पर धूल के गुबार राहगीरों का दम घोंटना शुूरू कर देते हैैं। इस समस्या से निजात दिलाने के लिए बीडीए की ओर से सडक़ को सिक्स लेन बनाने का काम पिछले वर्ष शुरू किया गया था, उम्मीद जताई जा रही थी कि नए साल पर लोगों को बदायंू रोड पर सुहाना सफर करने को मिलेगा। लेकिन, अब तक रोड का काम पूरा नहीं हो सका है।
गड्ढे थाम रहे वाहनों की रफ्तार
शादी का सीजन होने के कारण रात में रोड पर काफी भीड़ रहती है। ऐसे में खस्ताहाल सडक़ होने के कारण वाहनों की रफ्तार थम जाती है, जिससे यहां जाम की स्थिति उत्पन्न होती रहती है। पब्लिक सेफ्टी के लिहाज से इस सडक़ पर चलना जोखिम भरा हो गया है।
तेजी से होगा रोड निर्माण
बीडीए द्वारा अब तक डिवाइडर बनाने का काम किया जा चुका है। साथ ही स्ट्रीट लाइट्स व डिवाइडर के बीच फुलवारी भी लगा दी गई है। लेकिन, रोड डालने की बारी अब तक नहीं आ सकी है। इसको लेकर बीडीए के अधिशासी अभियंता आशू मित्तल का कहना है कि मौसम के कारण काम थोड़ा डिजले हुआ, अब मौसम ठीक हुआ है। निर्माण कार्य में तेजी लाई जाएगी।
पब्लिक का है यह कहना
रोजाना यहां से गुजरता हूं, इन गड्ढों में कई बार गाड़ी फिसल जाती है। इस रोड की वजह से गाड़ी की समय से पहले सर्विस करानी पड़ रही है।
-प्रियांशु
बीडीए रोड सिक्स लेन कर रहा है, अच्छी बात है। लेकिन, इससे पहले रोड के गड्ढों को अस्थाई तौर पर भरना चाहिए। जिससे पब्लिक काम पूरा होने तक सेफ्टी से गुजर सके।
-खेमराज